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होटल में लड़कियां बुलाने का आरोप लगाने वाले 'RSS कार्यकर्ता' को अमित मालवीय ने नोटिस भेजा

अमित मालवीय के नोटिस के बाद शांतनु सिन्हा का कहना है कि उन्होंने बंगाल के बीजेपी नेताओं को लेकर कुछ सवाल उठाए थे.

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अमित मालवीय पश्चिम बंगाल बीजेपी के सह-प्रभारी भी हैं. (फाइल फोटो)
10 जून 2024
Updated: 10 जून 2024 18:14 IST
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बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने उनके खिलाफ "होटल में लड़कियां बुलवाने" का आरोप लगाने वाले व्यक्ति को लीगल नोटिस भेजा है. ये नोटिस 10 करोड़ रुपये की मानहानि का है. मालवीय पर ये आरोप पश्चिम बंगाल में कथित रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े एक कार्यकर्ता शांतनु सिन्हा ने लगाया था. इस नोटिस के बाद शांतनु सिन्हा का कहना है कि उन्होंने बंगाल के बीजेपी नेताओं को लेकर कुछ सवाल उठाए थे. हालांकि, इस मामले में अब कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने अमित मालवीय को घेर लिया है.

पहले शांतनु सिन्हा के आरोपों को समझते हैं. 7 जून को शांतनु सिन्हा ने बांग्ला में एक फेसबुक पोस्ट लिखा था. इसका हिंदी अनुवाद कुछ इस तरह है, 

"क्या अमित मालवीय अब भी कोलकाता के फाइव स्टार होटल में इस इंतजार मे बैठे हैं कि कब सुंदर बंगाली लड़कियों की सप्लाई होगी? क्या बंगाल लीडरशिप में ये कॉम्पिटिशन खत्म हुआ कि कौन कितनी लड़कियों की सप्लाई कर अध्यक्ष पद का हकदार बनेगा? अनुरोध है कि कॉम्पिटिशन इस बात का करें कि समर्थकों और कार्यकर्ताओं का साथ कैसे निभाया जाए. अमित मालवीय और दिल्ली से भेजे गए ऑब्जर्वर को लड़की सप्लाई कर अध्यक्ष पद पाने के लिए कॉम्पिटिशन न करें. बंगाल का नेतृत्व हाथ पर हाथ धरे बैठे न रहे, प्लीज."

अमित मालवीय पश्चिम बंगाल बीजेपी के सह-प्रभारी हैं. इस पोस्ट के वायरल होने के बाद 8 जून को अमित मालवीय ने अपने वकील के जरिये शांतनु को एक लीगल नोटिस भेजा. इसमें मालवीय ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट को "झूठा" और "अपमानजनक" बताते हुए उसे हटाने की भी मांग की है. मालवीय का कहना है कि ये पोस्ट उनकी छवि को खराब करने के लिए किया गया है. उन्होंने शांतनु को तीन दिन (11 जून तक) के भीतर पोस्ट हटाने को कहा है. अगर शांतनु ऐसा नहीं करते हैं तो वो मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगे.

शांतनु ने अब क्या कहा?

इस नोटिस के बाद इंडिया टुडे ने शांतनु सिन्हा से बात की. इस बातचीत में उन्होंने खुद को RSS कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि उन्होंने बंगाल बीजेपी के नेतृत्व पर सवाल उठाया था. शांतनु ने कहा, 

"अपनी फेसबुक पोस्ट में मैंने कुछ सवाल उठाए थे. कि अगर अमित मालवीय बंगाल आएंगे तो क्या बंगाल लीडरशिप उनको लड़की सप्लाई करेगी. ये मेरा सवाल था, ना कि आरोप. ये सवाल कुछ सबूतों के साथ आए थे. हमारे पास कैलाश विजयवर्गीय और प्रदीप जोशी जैसे नेताओं के सबूत हैं, जिन पर बंगाल में रेप के आरोप लगे थे. अरविंद मेनन के खिलाफ भी बंगाल में महिलाओं को लेकर कई आरोप हैं. यही वजह है कि मैंने बंगाल लीडरशिप पर सवाल उठाया, जो ऊपर के नेताओं को संतुष्ट कर पद पाए हैं."

अमित मालवीय को लेकर उन्होंने आगे बताया, 

"मैं ये नहीं कह रहा हूं कि अमित मालवीय ने महिलाओं के साथ कुछ गलत किया या उनका शोषण किया. मैंने बंगाल के नेताओं पर सिर्फ सवाल उठाए कि वे अमित मालवीय और दूसरे नेताओं को लड़की सप्लाई कर अपना पद बचा रहे हैं. हमने पहले भी ये सब बंगाल में देखा है. मैं अपने आरोपों पर कायम हूं कि बंगाल बीजेपी में ऐसे लोग हैं जो नेताओं को लड़की सप्लाई कर अपने पद का लाभ ले रहे हैं."

कांग्रेस और TMC ने मालवीय को घेरा

इस पूरे विवाद में कांग्रेस ने अमित मालवीय को घेरा है. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मालवीय के खिलाफ सीधे ‘यौन शोषण’ शब्द का इस्तेमाल किया. श्रीनेत ने मीडिया के सामने कहा, 

"अब जो आरोप सामने आया है कि अमित मालवीय के खिलाफ RSS के एक नेता ने यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है. संघ परिवार के नेता हैं शांतनु सिन्हा. वे बीजेपी बंगाल के पदाधिकारी राहुल सिन्हा के भाई हैं. उनका कहना है कि अमित मालवीय बंगाल में औरतों का यौन शोषण करते हैं. और सिर्फ फाइव स्टार होटल में नहीं, बीजेपी के दफ्तर तक में ये काली करतूतें चलती हैं."

टीएमसी नेता कुणाल घोष ने भी मीडिया से कहा कि ये बहुत गंभीर आरोप हैं. घोष ने दावा किया कि जिस व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर इसे पोस्ट किया वो एक सीनियर भाजपा नेता का करीबी रिश्तेदार है. भाजपा के भीतर पैसों और महिलाओं का दुरुपयोग हो रहा है. उन्होंने मांग की है कि इन आरोपों पर कड़ी से कड़ी जांच होनी चाहिए कि इतने रुपये कहां से आए.

वीडियो: अमित मालवीय पर इन 4 धाराओं में केस दर्ज, राहुल गांधी पर क्या ट्वीट किया था?

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