"मतलब लखनऊ वाले दिल्ली वालों को सूअर कह रहे", अखिलेश ने महाकुंभ वाली कविता पर फिर CM योगी को घेरा
अखिलेश ने गंगा में प्रदूषण पर आई रिपोर्ट पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह ‘डबल ब्लंडर’ वाली सरकार है जिसके इंजन और डिब्बे आपस में टकरा रहे हैं. अखिलेश ने 2013 में उनकी सरकार में हुए कुंभ की तारीफ की और बीजेपी को उसके बारे में पढ़ने की सलाह दी.

सीएम योगी के 'गिद्धों को केवल लाशें मिलीं, सूअरों को गंदगी मिली…' वाले बयान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फिर निशाना साधा है. 25 फरवरी को अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना उन पर तंज सका. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने महाकुंभ में राजनीतिक अवसरवाद को तलाशा और उनको आत्मप्रचार का माध्यम मिल गया, लेकिन उन्होंने अपनी नैतिकता और मानवीय संवेदनाओं को खो दिया.
इससे पहले 24 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी की '...लाशें मिलीं' वाली कविता को लेकर अखिलेश ने अपनी X पोस्ट में लिखा था,
… लेकिन महाकुंभ में जिन्होंने अपनों को तलाशा उन्हें न तो अपने उन परिवारवालों का नाम मृतकों की सूची में मिला, जो हमेशा के लिए खो गए और न ही खोया-पाया के रजिस्टर में.
अखिलेश के बयान से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में एक कविता पढ़ी थी. उन्होंने कहा था-
"किसी ने सच कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा उसे वही मिला. गिद्धों को लाश मिली, सूअरों को गंदगी. जबकि, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की सुंदर तस्वीर मिली…"
अब अखिलेश ने मुख्यमंत्री के इसी बयान पर फिर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ की जो व्यवस्था ‘खराब’ की है उसके लिए जिम्मेदार खुद मुख्यमंत्री हैं, क्योंकि वही बार-बार जाकर निरीक्षण करते हैं. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक सपा प्रमुख ने कहा,
“गिद्ध कहकर किसको अपमानित कर रहे थे, क्या ढूंढने वालों को गिद्ध कह रहे हैं? ये जो सूअर का नाम ले रहे हैं, मुझे तो लगता है ये दिल्ली और लखनऊ के झगड़े में एक-दूसरे को कोस रहे हैं. अगर उत्तर प्रदेश का पॉल्यूशन बोर्ड कह रहा है कि पानी साफ है और दिल्ली का पॉल्यूशन बोर्ड कह रहा है कि पानी खराब है तो इसका मतलब लखनऊ वाले दिल्ली वालों को सूअर कह रहे थे.”
अखिलेश ने गंगा में प्रदूषण पर आई रिपोर्ट पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह ‘डबल ब्लंडर’ वाली सरकार है जिसके इंजन और डिब्बे आपस में टकरा रहे हैं. अखिलेश ने 2013 में उनकी सरकार में हुए कुंभ की तारीफ की और बीजेपी को उसके बारे में पढ़ने की सलाह दी. उन्होंने कहा,
“लखनऊ बीजेपी वाले अंग्रेजी कम पढ़ पाते हैं मुझे सुनने में आया है. इसीलिए मैंने 2 किताबें भिजवाई हैं. एक अंग्रेजी में सजाने के लिए और दूसरी हिंदी में पढ़ने के लिए, हार्वर्ड की किताब. जिन्हें लगता है कि समाजवादी सरकार में जो कुंभ का आयोजन हुआ था उसमें कुछ कमियां रह गई थीं तो वह यह किताब जरूर पढ़ें, हार्वर्ड की स्टडी पढ़ें.”
मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कुंभ का समय बढ़ाए जाने की भी मांग रखी है. उन्होंने कहा कि इससे बचे हुए लोग भी स्नान कर सकेंगे.
वीडियो: विधानसभा में योगी ने महाकुंभ की कौन सी तस्वीर दिखा दी?