एयर इंडिया हादसा: पायलट अखिलेश शर्मा की गर्भवती पत्नी को नहीं पता कि उनके पति नहीं रहे
केरल पहुंचते ही फोन करने को कहा था, लेकिन वो फोन कभी नहीं आया.
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पायलट अखिलेश शर्मा.
आखिरी बार मार्च में पिता से मिले थे अखिलेश
अखिलेश ने दुबई से रवाना होने से पहले मीरा से बात की थी और अपना ध्यान रखने को कहा था. उन्होंने कहा था कि केरल पहुंचते ही फोन करता हूं. लेकिन वह फोन नहीं आया. अखिलेश के पिता तुलसीराम ने बताया कि टीवी पर न्यूज से उन्हें प्लेन के दो हिस्सों में बंटने की खबर मिली. फिर उन्होंने छोटे बेटे लोकेश से एयर इंडिया के अधिकारियों को फोन करने को कहा. उन्होंने कहा कि अखिलेश गंभीर रूप से घायल है. सुबह पता चला कि अखिलेश नहीं रहा.
तुलसीराम ने अखिलेश को आखिरी बार मार्च में देखा था. इसके बाद लॉकडाउन होने की वजह से अखिलेश घर नहीं आया. उन्होंने कहा,
अखिलेश हमेशा से पायलट बनना चाहता था. वह काफी होशियार और पढ़ाकू था. मैंने अखिलेश को आईएएस बनने को कहा था. लेकिन वह प्लेन उड़ाना चाहता था. छोटा बेटा लोकेश भी पायलट बनना चाहता है. लेकिन अब हमें डर लगता है. मैं दूसरे बेटे को खोना नहीं चाहता.एयर इंडिया में आने से पहले एयरफॉर्स में थे दीपक
वहीं दीपक साठे नागपुर के रहने वाले थे. वे 8 अगस्त को घर आने वाले थे. इस दिन उनकी मां लीला का जन्मदिन था. लेकिन परिवार को दीपक की मौत की खबर मिली. पिछले सप्ताह ही दीपक ने मां से बात की थी. कहा था कि कोरोना वायरस के चलते बाहर न जाएं. दीपक के पिता वसंत साठे सेना से रिटायर हैं. दीपक भी भारतीय वायु सेना में रहे थे. वे 21 साल तक वायुसेना में रहे थे. उनके पास 36 साल का फ्लाइंग अनुभव था. वे विंग कमांडर पद से रिटायर हुए थे. दीपक साल 2005 में एयर इंडिया में शामिल हुए थे.

कैप्टन दीपक साठे एयर इंडिया से पहले एयर फॉर्स में थे.
NDA में टॉपर थे दीपक
दीपक नेशनल डिफेंस एकेडमी में टॉपर रहे थे. फिर डिंडिगुल फ्लाइंग एकेडमी में उन्होंने स्वॉर्ड ऑफ ऑनर हासिल किया था. उनके साथियों ने बताया कि दीपक तेज दिमाग के थे. वे शांत रहते और लोगों की काफी मदद किया करते थे. साठे अपने पीछे पत्नी सुषमा और दो बेटों शांतनु और धनंजय को भी छोड़ गए. उनके दोनों बेटे आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएट हैं.
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