सरकारी अस्पताल में बिना कपड़ों के घूमता रहा डॉक्टर, Video वायरल होने पर क्या कार्रवाई हुई?
45 साल का डॉक्टर Video में पहले टॉयलेट के बाहर घूम रहा है. उसके एक हाथ में कोई कपड़ा है, जिसे वो हवा में बार-बार उड़ा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि डॉक्टर नशे का आदी है.
महाराष्ट्र के एक सरकारी अस्पताल के एक डॉक्टर का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है. वीडियो में डॉक्टर निर्वस्त्र घूम रहा है. यह पूरी घटना अस्पताल के CCTV कैमरा में कैद हुई है. बताया जा रहा है कि डॉक्टर उस वक्त कथित तौर पर नशे की हालत में था (Addict Doctor Roams Naked Inside Hospital).
इंडिया टुडे से जुड़े इसरार चिश्ती की रिपोर्ट के मुताबिक़ वायरल वीडियो छत्रपति संभाजीनगर ज़िले (पहले औरंगाबाद) के बिडकिन ग्रामीण सरकारी अस्पताल का है. 45 साल का डॉक्टर वीडियो में पहले टॉयलेट के बाहर घूम रहा है. निर्वस्त्र होकर. उसके एक हाथ में कोई कपड़ा है, जिसे वो हवा में बार-बार उड़ा रहा है. उसके बाद टॉयलेट के अंदर आता है और जोर-जोर से बातें करने लगता है. इन सबके बीच उसने टॉयलेट के दरवाज़े को बंद नहीं किया. 1 मिनट के वीडियो में डॉक्टर ने अपना कपड़ा हवा में कई बार उड़ाया.
अभी तक डॉक्टर के नाम के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि डॉक्टर नशे का आदी है. वो अक्सर नशे में रहता है. इंडिया टुडे से फ़ोन पर बात करते हुए छत्रपति संभाजीनगर ज़िले के स्वास्थ्य सेवाओं के प्रमुख डॉ. दयानंद मोतीपावले ने कहा है कि वो मामले की जांच कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि डॉक्टर के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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अस्पताल का मेडिकल ऑफिसर नशे में धुतइस घटना से पहले महाराष्ट्र के वाशिम ज़िले के अस्पताल का वीडियो सामने आया था. वीडियो में कथित तौर पर एक मेडिकल ऑफिसर ऑन ड्यूटी नशे में धुत दिख रहा था. उससे ना बोला जा रहा है और ना चला जा रहा था. बाद में उसे व्हील चेयर पर बैठाकर ले जाया गया.
आजतक से जुड़े ज़का खान की रिपोर्ट के मुताबिक़ वायरल वीडियो वाशिम ज़िले के कारंजा शहर का था. 24 दिसंबर 2023 को सब-ड्रिस्ट्रिक्ट अस्पताल में महेश राठौर नाम के मेडिकल ऑफिसर की इमरजेंसी ड्यूटी लगाई गई थी. लेकिन वो कथित तौर पर नशे में थे. रिपोर्ट के मुताबिक़ उस समय अस्पताल में एक बच्चे का इलाज़ चल रहा था. और मेडिकल ऑफिसर बच्चे की बगल में ही बैठे थे. घटना सामने आने के बाद मेडिकल ऑफिसर को 25 दिसंबर को कार्यमुक्त कर दिया गया.