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शीना बोरा की हत्या में शामिल होने की बात कबूलने वाली इंद्राणी मुखर्जी अब उसे जिंदा क्यों बता रहीं?

फोरेंसिक जांच के बाद ही शीना बोरा के शव की पुष्टि की गई थी.

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इंद्राणी मुखर्जी (दाएं) ने दावा किया है कि उसकी बेटी शीना बोरा (बाएं) जिसकी हत्या के मामले में वब जेल में है, वह जिंदा है. फाइल फोटो-आजतक
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16 दिसंबर 2021 (Updated: 16 दिसंबर 2021, 11:04 IST)
Updated: 16 दिसंबर 2021 11:04 IST
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इंद्राणी मुखर्जी. पूर्व मीडिया एग्जीक्यूटिव. अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में जेल में हैं. अब तक तो सबको यही पता था. लेकिन अब इंद्राणी मुखर्जी ने इस मामले को मानो 360 डिग्री पर घुमा दिया है. ये दावा करके कि शीना बोरा मरी नहीं, जिंदा है और कश्मीर में है. इंद्राणी ने CBI डायरेक्टर को लेटर लिखा है. इसमें उन्होंने दावा किया है कि हाल ही में जेल में उनकी मुलाकात एक महिला से हुई. इंद्राणी के मुताबिक उस महिला ने बताया कि उसने कश्मीर में शीना बोरा से मुलाकात की थी. अब इंद्राणी ने मांग की है कि CBI कश्मीर में शीना बोरा की तलाश करे.
अपनी बेटी की हत्या के आरोप में इंद्राणी मुखर्जी 2015 से ही मुंबई की वायकुला जेल में बंद हैं. पिछले महीने बॉम्बे हाई कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी. कहा जा रहा है कि अब इंद्राणी अपने वकील सना खान के जरिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती हैं.
शीना बोरा मर्डर केस में जेल में हैं इंद्राणी. शीना बोरा मर्डर केस में जेल में हैं इंद्राणी.

इंडिया टुडे के मुताबिक, मुंबई पुलिस ने बताया है कि साल 2012 में शीना बोरा को कथित तौर पर किडनैप किया गया था. इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. उसकी लाश पेन इलाके में जंगल में मिली थी. इसकी जानकारी पुलिस को 3 साल बाद 2015 में मिली. तब 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था. इन 4 आरोपियों में इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी का भी नाम था.
पीटर मुखर्जी, इंद्राणी के दूसरे पति हैं. शीना बोरी उनकी बेटी नहीं थीं. वो इंद्राणी मुखर्जी की पहली शादी के बाद पैदा हुई थीं. हालांकि इंद्राणी मुखर्जी पर आरोप है कि ने उन्होंने अपनी पहली शादी की बात छिपाई. वो शीनी बोरा को अपनी छोटी बहन बताती थीं. क्या है केस की टाइमलाइन?24 अप्रैल, 2012- शीना बोरा ने कंपनी से लीव ली और गायब हो गई. बाद में पता चला कि उसने रिजाइन कर दिया था. हालांकि शीना बोरा की फैमिली की तरफ से उसके गायब होने की कोई शिकायत पुलिस थाने में नहीं दर्ज कराई गई.
23 मई, 2012- महाराष्ट्र पुलिस को रायगढ़ में एक दफन की गई लाश मिली.
25 अगस्त, 2015 - इस वाकये के लगभग 3 साल बाद पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी को अरेस्ट किया. इंद्राणी की गिरफ्तारी के अगले दिन उनके पहले पति संजीव खन्ना को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया. इसी दौरान पुलिस ने इंद्राणी के ड्राइवर श्यामवर राय को अवैध हथियार रखने के मामले में गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान उसने शीना बोरा के गायब होने के बारे में बताया. बाद में उसने शीना बोरा की हत्या और उसकी लाश को दफनाने की बात कबूल की. इंद्राणी मुखर्जी ने भी इस हत्या में शामिल होने की बाद कबूल की.
18 सितंबर, 2015: पुलिस सभी आरोपियों को लेकर क्राइम सीन पर पहुंची और और वारदात को रीक्रिएट किया. पुलिस को उस मेल के बारे में भी पता चला जो इंद्राणी ने शीना बोरा और उसके भाई यानी अपने बेटे मिखाइल को भेजी थी. बाद में इस मामले को CBI को ट्रांसफर कर दिया गया.
शीना बोरा की साल 2012 में हत्या हुई थी. (File) शीना बोरा की साल 2012 में हत्या हुई थी. (File)

19 नवंबर, 2015: इस मामले में पहली चार्जशीट फाइल हुई. इंद्राणी मुखर्जी, संजीव खन्ना और श्यामवर राय को आरोपी बनाया गया. चार्जशीट के मुताबिक शीना बोरा ने पीटर मुखर्जी की पहली शादी से पैदा हुए बेटे राहुल मुखर्जी के साथ रिलेशन बनाया था. इस रिलेशनशिप को ही हत्या की वजह बताया गया. CBI ने कहा कि इसके अलावा फाइनेंशियल मोटिव भी शीना बोरा की हत्या का कारण रहा.
16 फरवरी, 2016: इसी मामले में CBI ने दूसरी चार्जशीट फाइल की. पीटर मुखर्जी को आरोपी बनाया.
21 अक्टूबर, 2016: इंद्राणी मुखर्जी के खिलाफ CBI ने तीसरी चार्जशीट फाइल की. जांच एजेंसी के मुताबिक, इंद्राणी मुखर्जी ने अपने पूर्व पति संजीव खन्ना से शीना बोरा और राहुल मुखर्जी की शादी के बाद संपत्ति के बंटवारे को लेकर सलाह ली. इंद्राणी को पता चला कि अगर ये शादी हो जाती तो उनकी दूसरी शादी से पैदा हुई बेटी विधि को कुछ नहीं मिलता. बाद में CBI ने इस मामले में पीटर मुखर्जी पर चार्ज लगाया कि वो शीना बोरा के लापता होने की बात को गुप्त रखने की साजिश में शामिल थे.
17 फरवरी, 2017: इस केस का ट्रायल शुरू हुआ. पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी पर हत्या और साजिश रचने का चार्ज लगा.
8 दिसंबर, 2018: CBI ने कोर्ट को बताया कि पीटर मुखर्जी हत्या के साजिशकर्ताओं में से एक थे.
3 अक्टूबर, 2019: इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी का तलाक हो गया.
20 मार्च, 2020: चार साल जेल में रहने के बाद पीटर मुखर्जी जमानत पर बाहर आए.
24 जुलाई, 2021: CBI की विशेष अदालत ने इंद्राणी मुखर्जी की याचिका खारिज कर दी. कहा कि उन्होंने शीना बोरा के अपहरण, हत्या और शव को ठिकाने लगाने में सक्रिय भूमिका निभाई.
इंद्राणी मुखर्जी के साथ पीटर मुखर्जी. इंद्राणी मुखर्जी के साथ पीटर मुखर्जी.

17 अगस्त, 2021: CBI ने हत्या के मामले में आगे की जांच बंद कर दी. ड्राइवर श्यामवर राय मामले में सरकारी गवाह बन गया.
16 दिसंबर, 2021: इंद्राणी मुखर्जी ने दावा किया कि उनकी बेटी शीना बोरा जीवित है और जम्मू-कश्मीर में रह रही है.
हालांकि इंद्राणी मुखर्जी का ये दावा सच कम और बचने की एक नाकाम कोशिश ज्यादा लगता है. तमाम रिपोर्टों के मुताबिक रायगढ़ के जंगल में मिले लाश के अवशेष शीना बोरा के ही थे. इस बात की पुष्टि एम्स की फोरेंसिक रिपोर्ट ने भी की थी. ये रिपोर्ट CBI को सौंपी गई थी. रिपोर्ट बनाने से पहले जंगल में मिली लाश का तीन तरह से परीक्षण किया गया था. एक्सपर्ट्स ने पहले हड्डी का परीक्षण किया. उसके बाद खोपड़ी के अवशेषों का परीक्षण किया गया था. तीसरे चरण में मौका-ए-वारदात पर मौजूद सबूतों की जांच और परीक्षण किए गए थे. बताया गया कि सभी नमूने शीना बोरा की लाश से मेल खा रहे थे. सबसे अहम सबूत था शीना बोरा के शरीर से लिया गया डीएनए का नमूना. इसकी जांच से पता चला कि वो हत्या की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी के डीएनए से मैच कर रहा था. इसके बाद ही एक्सपर्ट्स ने विस्तृत रिपोर्ट बनाई थी.
इंद्राणी मुखर्जी के दावे ने शीना बोरा मर्डर केस और इससे जुड़ी तमाम एजेंसियों की जांच को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. अगर इंद्राणी का दावा सही है तो रायगढ़ के जंगल में मिली लाश किसकी थी जिसे शीना बोरा का बताया गया. देखना होगा ऐसे कई सवालों का सीबीआई क्या जवाब देती है.

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