The Lallantop
Advertisement

जोधाबाई का चौंकाने वाला सच सामने आया, राजपूत हो सकते हैं नाराज

गोवा के लेखक लुइस का दावा, अकबर की जोधा एक डच महिला थी

Advertisement
Img The Lallantop
font-size
Small
Medium
Large
3 अप्रैल 2017 (Updated: 21 अक्तूबर 2017, 19:39 IST)
Updated: 21 अक्तूबर 2017 19:39 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

वैसे तो फिल्म मुग़लेआज़म में ही जोधा का ज़िक्र जहांगीर की मां के रूप में कर दिया गया था. इसके बाद आई फिल्म जोधा-अकबर, इसमें भी जोधा को अकबर की पत्नी के रूप में दिखाया गया. मुग़ल इतिहासकारों ने जब कहीं भी अपनी किताबों में ये ज़िक्र किया ही नहीं कि जहांगीर की मां का नाम क्या था. तो ये बात फैली कहां से?


इसी कड़ी में एक और किताब दर्ज हो गई है. जो ये दावा कर रही है कि जोधाबाई नामक कोई महिला, अकबर की पत्नी थी ही नहीं. बल्कि अकबर ने एक पुर्तगाली महिला से शादी की थी. ये किताब है गोवा के लेखक लुइस डी असिस कोरिआ की. हाल ही में उनकी 'पोर्तुगीज इंडिया एंड मुगल रिलेशंस 1510-1735' नाम की एक किताब आई है. जिसमें वो ये दावा कर रहे हैं कि जोधाबाई वास्तव में डोना मारिया मास्करेन्हस नाम की एक पुर्तगाली महिला थीं.

JODHA BOOK
कोरिआ और उनकी किताब

राजकुमारी जोधाबाई को अक्सर सम्राट अकबर की पत्नियों में से एक और उनके बेटे जहांगीर की मां के रूप में जाना जाता है. इनका किरदार बॉलीवुड फिल्म 'जोधा-अकबर' में ऐश्वर्या राय बच्चन ने निभाया था. वो एक मनगढ़न्त किरदार हो सकता है. इन सब बातों का दावा कर रही है ये नई किताब जो मुग़ल साम्राज्य के बारे में है.

तो आखिर क्या है जोधाबाई की सच्चाई ?

इस किताब के लेखक का ये दावा है कि जोधाबाई वास्तव में डोना मारिया मास्करेन्हस नाम की एक पुर्तगाली महिला थीं. डोना मारिया और उसकी बहन को अरब सागर में पुर्तगाली जहाज़ में यात्रा करते हुए पकड़ लिया गया था. पकड़ने वाला था गुजरात का सुल्तान बहादुर शाह. जिसने उन बहनों को युवा सम्राट अकबर के सामने एक उपहार के रूप में पेश किया. तब अकबर 18 वर्ष का था और उसकी शादी हो चुकी थी. डोना मारिया उस समय 17 साल की थीं. उन्हें देखते ही अकबर को उनसे इश्क हो गया. उन्होंने भरे दरबार में सबके सामने कह दिया- 'ये लड़की मेरे लिए है'. दोनों बहनों को अकबर ने हरम में रखने के आदेश दे दिए. किताब में लिखा है :


पुर्तगाली और कैथोलिक इस बात से दुखी थे कि उनकी औरतें मुग़लों के यहां हरम में रह रही हैं. वहीं दूसरी तरफ, मुग़ल कभी ये स्वीकार नहीं कर सके कि एक फ़िरंगी, एक ईसाई, उनके सम्राट की पत्नी है. यही वजह है जिसके कारण अंग्रेजों और मुग़लों के इतिहासकारों ने जोधाबाई नाम का किस्सा बनाया. इसके साथ ही कोरिआ ने बताया कि अकबर और जहांगीर के बारे में लिखा हुआ कोई भी लेख जोधाबाई के अस्तित्व का सबूत नहीं देता.

जोधा या मारिया मास्करेन्हस?

इतिहासकारों ने अकबर की पत्नियों में जोधाबाई, हरकाबाई और मरियम-उल-ज़मानी नाम शामिल किए हैं. इस पर किताब के राइटर कोरिआ बताते हैं कि मुग़ल रिकॉर्ड में कहीं भी ये नहीं लिखा है कि मरियम-उल-ज़मानी ही जहांगीर की मां थी. कोरिआ ने अपनी किताब में तर्क देते हुए बताया है, 'ये वास्तव में एक रहस्य है क्योंकि मुग़ल इतिहासकार अब्दुल क़ादिर बदायूंनी और अबुल फज़ल ने कहीं भी जहांगीर की मां के नाम का ज़िक्र नहीं किया है.'

81 साल के लेखक ने इतिहासकार और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शिरीन मुसवी का ये कहते हुए उदाहरण दिया है- 'अकबरनामा या किसी और मुग़ल दस्तावेज में कहीं भी जोधाबाई का कोई उल्लेख नहीं है. अकबर ने एक कच्छवा कुल की राजपूत लड़की से ज़रूर शादी की थी, लेकिन उसका नाम जोधाबाई नहीं था.'

कोरिआ ने अपनी किताब में बताया है कि इस बात के सबूत ज़्यादा हैं कि सम्राट जहांगीर ईसाई धर्म के प्रशंसक थे. इसलिए उन्हें एक राजपूत रानी ने नहीं बल्कि एक पुर्तगाली महिला ने जन्म दिया है.



ये भी पढ़ें:

पद्मिनी अगर सचमुच थी तो एक दिन मैं भी आयरन मैन से मिलूंगा

आमेर के किले में जब हुई एक और जोधा-अकबर की शादी

ज्यादा होशियारी के चक्कर में मारे गए थे बीरबल

thumbnail

Advertisement

election-iconचुनाव यात्रा
और देखे

Advertisement

Advertisement