साल 2011 में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ़ अली ज़रदारी ने भुट्टो को दी गई फांसी पर सुप्रीम कोर्ट की राय मांगी थी. इसपर कई दौर की सुनवाई भी हुई. पर आज हम आपको ये कहानी क्यों सुना रहे हैं? क्योंकि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने ये माना है कि ज़ुल्फ़िक़ार अली भुट्टो को फेयर ट्रायल नहीं दिया गया था. तो आज के शो में हम जानेंगे, जुल्फिकार अली भुट्टो पर मुकदमे का इतिहास क्या है? आसिफ अली ज़रदारी, भुट्टो का केस सुप्रीम कोर्ट क्यों ले गए? और इसका पाकिस्तान के इतिहास पर क्या प्रभाव पड़ेगा?