बेचराजी में माता का मंदिर है. कोई बेचराजी माता कहता है, तो कोई बहुचराजी. देवीदुर्गा का ही एक रूप. सवारी मुर्गा. किन्नरों का खास जुड़ाव है इस मंदिर से. मंदिरमें कई मुर्गे घूमते रहते हैं. लोग मन्नत मांगते हैं, जिनकी मन्नत पूरी हो जाती है,वो मुर्गा छोड़ जाते हैं. टेम्पल इंस्पेक्टर (हां, ये एक सरकारी पद है) गुणवंत भाईएक रोचक कहानी सुनाते हैं. कि खिलजी यहां आया था.