मुख्यमंत्री के इस एपिसोड में हम आपको मध्यप्रदेश के उस सीएम की कहानी बताएंगेजिसके पिता भी मुख्यमंत्री थे. लेकिन न तो उसने और न ही किसी और ने सोचा था कि वोमुख्यमंत्री बनेगा. एक बार नहीं, दो बार नहीं, तीन-तीन बार. सोचा तो किसी ने ये भीनहीं था, कि तीनों बार वो 5 साल का कार्यकाल पूरा करने से रह जाएगा.ये कहानी हैमध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रविशंकर शुक्ल के बेटे श्यामाचरण शुक्ल की.जिन्होंने जब होश संभाला तो उनके घर में 52 कमरे थे और मेहमाननवाज़ी के लिए नौकरोंकी पूरी की पूरी पलटन.