पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के नतीजे आ रहे हैं और अभी हम बात करेंगे हुगली जिले की सिंगुर विधानसभा सीट की.
सीट का नाम: सिंगुर, हुगली
कौन जीत रहे? बेचाराम मन्ना (TMC)
अब तक कितने वोट मिले? 16287
कौन हार रहे? रबिंद्रनाथ भट्टाचार्य (BJP)
अब तक कितने वोट मिले? 11741
क्यों ख़ास है ये सीट?
रबिंद्रनाथ भट्टाचार्य लगातार तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से 2001 से लगातार जीत दर्ज रहे हैं. अबकी TMC ने उनकी टिकट काटकर किसान नेता बेचाराम मन्ना को मैदान में उतारा है. रबिंद्रनाथ भट्टाचार्य TMC के वरिष्ठ नेताओं में से रहे हैं. कृषि मंत्री तक रहे हैं. लेकिन टिकट क्यों कटा?
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ सिंगुर में रबिंद्रनाथ और बेचाराम के समर्थकों के बीच 2016 विधानसभा के वक्त से ही खींचतान चल रही थी. पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पार्टी की अंदरुनी लड़ाई की वजह से ही भाजपा के लॉकेट चटर्जी ने जीत दर्ज की थी.
2007 में ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल तत्कालीन लेफ्ट सरकार के खिलाफ़ भूमि अधिग्रहण आंदोलन शुरू किया था. उस वक्त TMC का फोकस नंदीग्राम और सिंगुर ही रहा. और रबिंद्रनाथ को इस आंदोलन को गति देने में अहम रोल माना गया. रबिंद्रनाथ इस आंदोलन के प्रमुख चेहरे में से एक थे.
अबकी जब TMC ने रबिंद्रनाथ का टिकट काटा तो वह बीजेपी से जुड़ गए और सिंगुर विधानसभा से मैदान में थे.
2016 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे क्या रहे थे?
294 सीट वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा में 2016 में हुए चुनावों में TMC 211, INC 44, CPM 26, BJP 3 और अन्य ने 10 सीटों पर जीत दर्ज़ की थी. पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई 2021 को पूरा होने जा रहा है. ऐसे में 30 मई से पहले नई सरकार के गठन की प्रकिया पूरी होनी है.