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यूक्रेन के FPV ड्रोन क्या हैं? जिन्होंने रूस के 5 एयरफील्ड और 40 बॉम्बर तबाह कर दिए

Ukraine Drone Attack on Russia: 1 जून को हुए हमले में यूक्रेन ने अपने सैकड़ों FPV ड्रोन भेजे, जो रूस के एयरबेस में घुस गए और वहां खड़े बॉम्बर्स को उड़ा दिया. इस तरह के हमले को रोकना रूस की महंगी एयर डिफेंस के लिए भी बेहद मुश्किल साबित हो रहा है.

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Ukraine Drone Attack on Russia
यूक्रेन ने रूस पर FPV ड्रोन का इस्तेमाल किया (फोटो- आजतक)
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दिग्विजय सिंह
2 जून 2025 (Updated: 18 जून 2025, 09:03 PM IST) कॉमेंट्स
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1 जून 2025 को दुनिया की निगाहें चौंक गईं, जब यूक्रेन ने दावा किया कि उसने रूस के अंदर 5 एयरबेस पर हमला कर 40 से ज़्यादा बॉम्बर विमान तबाह कर दिए. यह हमला किसी मिसाइल से नहीं, बल्कि छोटे लेकिन बेहद खतरनाक FPV ड्रोन से किया गया था.

अब सवाल उठता है - ये FPV ड्रोन क्या होते हैं? और ये इतने ताकतवर कैसे हैं कि इतने महंगे और भारी बॉम्बर्स को खत्म कर सकें?

FPV ड्रोन क्या होता है?

FPV का मतलब है - First Person View, यानी "पहली नजर से देखना". FPV ड्रोन एक ऐसा छोटा ड्रोन होता है जो अपने आगे लगे कैमरे से रियल टाइम वीडियो भेजता है. ड्रोन ऑपरेटर उसे जैसे खेल के वीडियो गेम की तरह गॉगल्स या स्क्रीन पर देखता है और उड़ाता है - मानो वो खुद ड्रोन के अंदर बैठा हो.

ये हमला कैसे काम करता है?

यूक्रेन में इन FPV ड्रोन को खासतौर पर कामिकाज़े ड्रोन (आत्मघाती ड्रोन) की तरह तैयार किया गया है. ये तीन चरणों में काम करता है,

  1. ड्रोन उड़ता है
  2. टारगेट (जैसे टैंक, एयरक्राफ्ट या बिल्डिंग) को खोजता है
  3. और फिर सीधे जाकर उससे टकराकर धमाका कर देता है.

इसमें आमतौर पर एक ग्रेनेड या IED जैसा विस्फोटक लगाया जाता है.

यूक्रेन कैसे कर रहा है इस्तेमाल?

यूक्रेन इन ड्रोन को खुद बना रहा है, वो भी बेहद सस्ते दाम पर. यूक्रेन के एक FPV ड्रोन की कीमत भारतीय मुद्रा में करीब 50,000 से लेकर एक लाख रुपये तक होती है. इन्हें 3D प्रिंटिंग, मोटर, कैमरा और बैटरी की मदद से तैयार किया जाता है.

1 जून को हुए हमले में यूक्रेन ने अपने सैकड़ों FPV ड्रोन भेजे, जो रूस के एयरबेस में घुस गए और वहां खड़े बॉम्बर्स को उड़ा दिया. इस तरह के हमले को रोकना रूस की महंगी एयर डिफेंस के लिए भी बेहद मुश्किल साबित हो रहा है.

रूस के कौन-कौन से एयरबेस निशाने पर रहे?

रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेनी FPV ड्रोन ने इन 5 एयरफील्ड्स को टारगेट किया:

  1. एंगल्स एयरबेस (Engels)
  2. शायकावका (Shaikovka)
  3. मोज़्दोक (Mozdok)
  4. इंगोशेटिया का मिलिट्री ज़ोन
  5. ओरेल एयरफील्ड

इन सभी ठिकानों पर Tu-95 और Tu-22M3 जैसे बॉम्बर खड़े थे, जिनका इस्तेमाल रूस, यूक्रेन पर मिसाइल हमलों के लिए करता है. यूक्रेन ने दावा किया कि इन हमलों में 40 बॉम्बर को नुकसान या पूरी तरह तबाह कर दिया गया.

क्यों है FPV ड्रोन इतना ख़तरनाक?

ऐसी कई खूबियां हैं जो FPV ड्रोन को बेहद खतरनाक बनाती हैं,

खासियतखूबी का फायदा
छोटा और हल्का रडार से बच निकलता है
सस्ता मिसाइल की तुलना में हजारों गुना कम कीमत
रियल-टाइम कंट्रोलटारगेट को सटीक निशाना बनाया जा सकता है
आत्मघाती हमलाखुद को उड़ाकर दुश्मन को भारी नुकसान

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आज के दौर में युद्ध सिर्फ टैंक और मिसाइलों का नहीं रहा. छोटे, सस्ते लेकिन स्मार्ट हथियार जैसे FPV ड्रोन अब युद्ध की तस्वीर बदल रहे हैं.
यूक्रेन का 1 जून का हमला इस बात का बड़ा उदाहरण है, जिसमें उसने हाई-टेक बॉम्बर्स को सस्ते ड्रोन से उड़ाकर यह दिखा दिया कि “तकनीक और सोच अगर सटीक हो, तो संसाधनों की कमी भी ताकत बन जाती है.”

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