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गोमुख से गंगासागर तक गंगा कितनी साफ़?: Ep 33

बैठकी के इस एपिसोड में आप सुनेंगे एडवेंचरर रेंसी थॉमस को दी लल्लनटॉप के सिद्धांत मोहन के साथ बातचीत करते हुए. ट्रैकिंग से लेकर कयाकिंग तक कई एडवेंचर्स में हाथ आज़मा चुके रेंसी थॉमस बैठकी में अपने घूमने और एडवेंचर के तरीकों और उसके संघर्षों पर बात कर रहे हैं. रेंसी थॉमस ने गोमुख से लेकर गंगासागर तक की यात्रा भी 95 दिनों में तय की. बैठकी में वो अपने इस अनुभव को भी साझा कर रहे हैं. जानिए एपिसोड में कि कब उन्हें रेइटर सिंड्रोम का पता चला जिसका इलाज नहीं था लेकिन फिर भी वो इससे कैसे उबर कर एडवेंचर करने निकले.

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12 अप्रैल 2024 (Updated: 12 अप्रैल 2024, 19:13 IST)
Updated: 12 अप्रैल 2024 19:13 IST
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बैठकी के इस पॉडकास्ट में आप सुनेंगे एडवेंचरर रेंसी थॉमस को दी लल्लनटॉप के सिद्धांत मोहन के साथ बातचीत करते हुए. किशोरावस्था से ही रेंसी भारतीय वायु सेना में शामिल होना चाहते थे लेकिन उन्हें रेइटर सिंड्रोम का पता चला जिसका कोई इलाज नहीं था. ठीक होने के बाद उन्हें रोमांच का जुनून पता चला.

बैठकी के इस एपिसोड में जानिए कैसे रेंसी थॉमस ने ट्रैकिंग से लेकर कयाकिंग और यहां तक कि माइक्रोलाइट फ्लाइंग तक सब कुछ आज़माया. रेंसी थॉमस की एक आउटडोर कंपनी में नौकरी के कारण उन्होंने पहली बार गंगा नदी को देखा. नवंबर 2023 में रेंसी ने उत्तराखंड के गौमुख में अपने स्रोत से शुरू करके गंगा नदी में गंगासागर तक 95 दिनों की सफल यात्रा भी की. 

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