सड़क पर सफेद-पीली पट्टियां क्यों बनी होती हैं? कब ओवरटेक करना है कब नहीं, जान लीजिए
Highway या Expressways पर गाड़ी को ओवरटेक करने के अलग-अलग नियम होते हैं. इसीलिए सड़क पर बनी सफेद और पीली पट्टी बनाई जाती है. किसका क्या मतलब होता है, आज जान लीजिए!
घर से बाहर निकलते हैं तो आपने भी सड़क पर जरूर सफेद और पीली पट्टियां देखी होंगी. ये पट्टियां कई तरह की होती हैं. जिनका मतलब भी अलग-अलग होता है. आइये जानते हैं सड़क पर बनी इन पट्टियों का असल में क्या मतलब होता है? और गाड़ियों को ओवरटेक करने में कब और क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
भारत में हर साल लाखों लोगों की सड़क दुर्घटना (Road accident) में मौत हो जाती है. ऐसे हादसों से लोगों को बचाने के लिए सरकारें कई तरह के नियम बनाती हैं. इन्हीं नियमों का एक हिस्सा है सड़कों पर सफेद या पीले रंग पट्टी या लाइन बनाया जाना.
देश के अलग-अलग राज्यों में बने हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर ऐसी पट्टियां बनाई जाती हैं, जिससे सड़क पर चलने वाली गाड़ियों के ड्राइवर सावधानी से गाड़ी चला सके. कई जगहों पर इन पट्टियों का रंग भी बदल जाता है. उदाहरण के लिए कुछ जगहों पर पट्टियों का रंग सफेद की जगह पीला हो जाता है.
क्या होता है सफेद पट्टी का मतलब?
अगर किसी हाईवे या एक्सप्रेस-वे पर कोई लंबी सफेद लाइन या पट्टी दिखती है, जो लगातार बनी हुई है, तो इसका मतलब होता है कि आपको सिर्फ अपनी ही लेन में सीधा चलना है. ऐसे में अपनी लेन बदलने पर दुर्घटना होने का खतरा रहता है.
टूटी हुई सफेद पट्टी का मतलब
अगर किसी सड़क पर टूटी हुई सफेद पट्टी है, मतलब जो बीच-बीच से टूट रही है, तो ऐसी सड़क पर आप अपनी लेन बदल सकते हैं और यू-टर्न ले सकते हैं. हालांकि यू-टर्न या लेन बदलने से पहले आपको पीछे से आ रही गाड़ी को देखना होता है और उनके जाने के बाद इंडीकेटर देकर लेन बदलना होता है.
पीली पट्टी का क्या होता है मतलब
कुछ सड़कों पर सफेद जगह पीली पट्टी देखने को मिलती है, इसका मतलब है कि आप उस लेन में गाड़ी को ओवरटेक कर सकते हैं. हालांकि कुछ राज्यों में इसका अलग मतलब भी है. जैसे तेलंगाना में इसका मतलब है कि ओवरटेक नहीं करना है.
डबल सफेद लाइन
इस लाइन को वहां बनाया जाता है जहां एक ही सड़क पर दोनों ओर से वाहन आते-जाते हैं. ऐसी डबल सफेद लाइन का मतलब होता है कि यहां पर दोनों ओर से वाहन आ सकते हैं इसलिए आपको अपनी ही साइड पर चलना है.
डबल लंबी पीली लाइन
डबल लंबी पीली लाइन भी सड़क को दो हिस्सों में बांटती है. हालांकि इसका मतलब है कि आपको एक ही लेन में चलते रहना है इसे क्रॉस नहीं करना. इस तरह की लाइनों का उपयोग ज्यादातर दो लेन की सड़क में किया जाता है.
टुकड़ों में बनी पीली लाइन
अगर आप टुकड़ों में बनी पीली लाइन की ओर गाड़ी चला रहे हैं तो आप किसी गाड़ी को ओवरटेक कर सकते हैं. हालांकि, अगर आप सीधी पीली लाइन की ओर हैं तो आप किसी गाड़ी को ओवरटेक नहीं कर सकते हैं.
टूटी लाइन यदि सीधी में बदलती है
किसी सड़क पर अगर टूटी हुई सफेद पट्टी है और आगे चलकर वो पट्टी सीधी सफेद लाइन में बदल जाती है तो यहां आप लेन नहीं बदल सकते हैं, जब तक कि सीधी सफेद पट्टी दोबारा से टुकड़ों में न बदल जाए.
सड़क के किनारे पीले रंग की लाइन
अगर किसी सड़क के किनारे पर निरंतर पीले रंग की लाइन बनी है तो इसका मतलब कि यहां आप सड़क के किनारे पर कोई भी वाहन खड़ी नहीं कर सकते हैं.
स्टॉप लाइन (Stop Lines)
ये लाइन गाड़ियों को रोकने के लिए बनाई जाती है. इसे चौराहे पर थोड़ा पहले बनाया जाता है. इसका मतलब है कि अगर चौराहे पर रेड लाईट है तो आपको स्टॉप लाइन से पहले ही अपनी गाड़ी रोक लेनी है.
ज़ेबरा क्रॉसिंग (Zebra Crossing)
सड़क पर बने काले-सफेद इन लाइनों को ज़ेबरा-क्रॉसिंग कहा जाता है. इसके जरिए पैदल चलने वाले सड़क पार करते हैं. ज़ेबरा-क्रॉसिंग देखकर हमेशा सावधान रहें और कोई जाते दिखे तो उसे रोड पार कर लेने दें.
सड़कों के किनारे भी बनी होती है पट्टी
कई जगह आपने सड़क के किनारे भी सफेद या पीली पट्टी देखी होगी. इसका मतलब है कि आपको अपना वाहन उस पट्टी के अंदर ही रखना है. सड़क पर उस पट्टी से बाहर वाहन नहीं चलाना चाहिए, क्योंकि सड़क के अधिक किनारे गाड़ी चलाने पर फिसलने का डर बना रहता है.
भारत में अगर सड़क दुर्घटना के आंकड़ों पर गौर करें तो, इनमें साल दर साल वृद्धि हो रही है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में हर साल करीब 4.4 लाख से अधिक लोग रोड एक्सीडेंट के चलते घायल हुए. जबकि 1.68 लाख से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवा दी.
वैसे क्या रोड पर बनी इन पट्टियों से जुड़े ये कायदे-कानून आपको पहले से मालूम थे? हमें कॉमेंट करके बताइए और ऐसी ही रोचक खबरों के लिए पढ़ते रहिए दी लल्लनटॉप.
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