अंतरिक्ष पहुंचे राकेश शर्मा से PM ने पूछा, 'वहां से भारत कैसा दिखता है?'
और जो जवाब मिला, उसने रोंगटे खड़े कर दिए.
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भारत के पहले अंतरिक्षयात्री राकेश शर्मा
'अंतरिक्ष में कदम रखने वाले पहले भारतीय कौन थे?’ अपने बचपन के दिनों में हम इस सवाल से जरूर गुजरे थे. जवाब बताते वक्त धड़कन तेज हो जाती. आंखों में चमक. गर्व करने का सुनहरा मौका. ‘स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा’ के नाम पर.
13 जनवरी 1949 को पटियाला,पंजाब में जन्म. हैदराबाद में शुरूआती पढ़ाई. नेशनल डिफेंस एकेडमी में चार साल की ट्रेनिंग के बाद एयरफोर्स में पोस्टिंग. 1971 इंडो-पाक वार में भी हिस्सेदारी रही.
गुरुत्वाकर्षण बल की बाउंड्री से घिरी धरती. अनंत अंतरिक्ष. सीमाओं से परे. धरती के सीमित क्षेत्र से बाहर की फ़िजा. 12 अप्रैल 1961 का दिन. मनुष्य ने इस तारीख को इस सीमा को भेद दिया था. रूसी यूरी गागरिन पहले शख्स बन चुके थे. अंतरिक्ष में मानव ने कदम रख दिया था. 23 बरस बाद. 2 अप्रैल 1984 को रशियन रॉकेट सोएज T-11 ने उड़ान भरी. एक हिंदुस्तानी भी इस टीम का सदस्य था. राकेश शर्मा. भारत ने अंतरिक्ष में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी थी. पूरा देश गर्व महसूस कर रहा था. दूरदर्शन ने इस लॉन्च का लाइव प्रसारण भी किया था. राकेश शर्मा ने अपनी जिंदगी का 7 दिन 21 घंटे 40 मिनट का हिस्सा इस धरती से बाहर गुजारा. अनंत में. HERO OF THE SOVIET UNION, सोवियत संघ का सर्वोच्च अवार्ड. अशोक चक्र. शांतिकाल में बहादुरी का सबसे बड़ा भारतीय अवार्ड. स्पेस यात्रा से लौटने के बाद इन दोनों पुरस्कारों से राकेश शर्मा को नवाजा गया. राकेश शर्मा के जन्मदिन पर, उनकी जिंदगी के चुनिंदा किस्से:1. राकेश शर्मा स्पेस में दाखिल हो चुके थे. दूरदर्शन के कैमरे उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर थे. वो अंतरिक्ष में मौजूद राकेश शर्मा को संबोधित कर रहीं थी. उन्होंने पूछा- ऊपर से भारत कैसा दिखता है आपको? राकेश शर्मा दो पल के लिए रुके और फिर बोले, ‘बेशक, सारे जहां से अच्छा...’ https://www.youtube.com/watch?v=nBsAXtT02v0 2. प्रधानमंत्री मोदी ये बात हमेशा प्रचारित करते हैं कि उन्होंने ‘योगा दिवस’ के माध्यम से योग को पूरी दुनिया में पहुंचा दिया है. 30 बरस पहले ही एक हिन्दुस्तानी ने योग को दुनिया की नजर और चर्चा में ला दिया था. राकेश शर्मा ने अपनी यात्रा के दौरान अंतरिक्ष में योग के तीन सेशन किए थे. जीरो ग्रेविटी में. पहला 25 मिनट, दूसरा 35 मिनट और तीसरा 1 घंटे का. 3. जब राकेश शर्मा भारत के ऊपर से उड़ान भर रहे थे. उन्हें भारत की दाहिनी तरफ धुएं की लकीर दिखी. उन्हें शक हुआ, पोजीशन पता कर उन्होंने रिपोर्ट भेजी. सच में बर्मा के जंगलों में आग लगी थी. उसके बाद ही इस पर एक्शन लिया गया था. 4. ये बात खूब फैली है कि राकेश शर्मा चांद पर भी कदम रखने वाले पहले भारतीय व्यक्ति हैं. लेकिन सच्चाई ये है कि राकेश शर्मा कभी चांद पर नहीं गए. अब तक कोई भी भारतीय नागरिक चांद की सतह पर नहीं पहुंच पाया है.राकेश शर्मा की अंतरिक्ष यात्रा. एक मील का पत्थर है. भारत की उपलब्धियों का. एक यूनिवर्सल पोस्टर जो हर भारतीय अपने साथ हर सफर पर लेकर चलना चाहेगा.
ये स्टोरी अभिषेक ने की है