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ओखली में सिर देकर बच्चों की हत्या, बंदूक की नोंक पर अनगिनत रेप, रोकने वाला कोई नहीं

ये एक बड़ा संकट है. M23 माने मार्च 23 मूवमेंट. साल 2009 की इस तारीख ने एक ऐसे दौर के लिए जमीन तैयार की जिससे लोग अब भी हिंसा का शिकार हो रहे हैं.

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Congo Rape and Murder by M23 Militia Children Head Crushed in Mortar
M23 के हथियारबंद लोग. (फाइल फोटो: AP, 23 दिसंबर 2022)
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रवि सुमन
22 दिसंबर 2024 (Updated: 22 दिसंबर 2024, 03:25 PM IST) कॉमेंट्स
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दोपहर का वक्त है. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए जरूरी चीज ‘कोल्टन’ बनाने वाला एक शहर है. बंदूकों से लैस कुछ लोग वहां पहुंचते हैं. उनको अनाज पीसने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला मूसल और ओखली मिले. उन्होंने आसपास के बच्चों को पकड़ा और उनके सिर को ओखली में ठूंस (M 23 Congo Massacre) दिया. और फिर… बेरहमी से उन मासूमों की हत्या कर दी गई.

बहुत पुरानी बात नहीं है. तारीख थी 4 अप्रैल, 2024. जगह है मध्य अफ्रीकी देश कांगो का रुबाया शहर. और हमला करने वाले विद्रोही समूह M23 के हथियारबंद लोग थे. द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, कांगो के नॉर्थ किवु में इस समूह ने आतंक फैलाने के नए-नए तरीके खोज लिए हैं. कई रिपोर्ट्स ये भी बताती हैं कि पड़ोसी देश रवांडा M23 को बलात्कार, हत्या और यातना जैसे अपराधों के लिए पैसे, हथियार और रसद देता है.

M23 है क्या?

कांगो के लिए ये एक बड़ा संकट है. M23 माने मार्च 23 मूवमेंट. साल 2009 की इस तारीख ने एक ऐसे दौर के लिए जमीन तैयार की जिससे कांगों के लोग अब भी हिंसा का शिकार हो रहे हैं. इस तारीख को एक विद्रोही समूह ‘नेशनल कांग्रेस फॉर द डिफेंस ऑफ द पीपल’ (CNDP) और कांगो सरकार के बीच एक समझौता हुआ. 

इसके तहत CNDP एक राजनीतिक पार्टी बनने के लिए सहमत हुई. तय हुआ कि इसके सैनिकों को ‘फोर्सेस आर्मीस डे ला रिपब्लिक डेमोक्रेटिक डू कांगो’ (FARDC) में शामिल किया जाएगा. आसान भाषा में FARDC कांगो की सरकारी सेना है. समझौते में कुछ और बातें भी की गईं. जैसे-

  • CNDP से जुड़े राजनीतिक कैदियों की रिहाई.
  • उत्तर और दक्षिण कीवु को आपदा क्षेत्र घोषित करना. इसके पुनर्निर्माण और विकास के लिए विशेष ध्यान देना.
  • सुरक्षा बलों में सुधार.
  • सरकार ने युद्ध में घायल हुए सैनिकों, विधवाओं और अनाथों की देखभाल करने का वादा किया.

CNDP ने माना कि सरकार ने इस समझौते की शर्तों पर पूरी तरह से अमल नहीं किया. और इसी कारण से 2012 में M23 मूवमेंट का गठन हुआ. इस समूह ने सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया. मूवमेंट ने हिंसक रूप ले लिया. इसका नेतृत्व किया जनरल सुल्तानी माकेंगा ने और इसका अध्यक्ष है बिशप जीन-मैरी रुनिगा जो CNDP का पूर्व सदस्य है. इस समूह ने अपने शुरुआती साल में ही गोमा जैसे प्रमुख शहर पर कब्जा कर लिया. सरकार से वादाखिलाफी के आधार पर तैयार हुआ ये संगठन अब हिंसा के लिए जाना जाने लगा है. एक उदाहरण ऊपर बताया. लेकिन जितना बताया, ये मामला इससे कहीं ज्यादा डरावना है.

ओखली में बच्चों का सिर

4 अप्रैल, 2024 को जब M23 के हत्यारे, बच्चों के सिर ओखली में कूट रहे थे, तब वहां 32 साल की इसाबेल भी थीं. उन्होंने देखा कि ओखली और मूसल खून से सन गए. उनके सामने 6 बच्चों की हत्या कर दी गई. हत्या का कोई भी तरीका क्रूर होता है पर ये तरीका उससे भी कहीं ज्यादा है. इसाबेल अपने दो दोस्तों के साथ वहां से भाग गईं. वो कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के पूर्वी जंगलों में गईं. जहां M23 के हथियारबंद लोगों ने उन सबको पकड़ लिया.

इसाबेल के एक दोस्त की हत्या कर दी गई. उनका और उनकी एक दोस्त का रेप किया गया. उन्होंने मीडिया संस्थान ऑब्जर्वर को M23 के हिंसा से भरे कहानियों की गवाही दी. उन्होंने बताया कि इस समूह ने अंधाधुंध हत्याएं, यातना और सामूहिक अपहरण किए हैं. M23 ने महिलाओं का उनके बच्चों के सामने बंदूक की नोक पर बलात्कार किया. लोगों को मेन रोड पर रोक दिया गया और उनपर दिनदहाड़े हमला किया. 

कहां एक्टिव है M23?

मुख्य रूप से ये पूर्वी कांगो में एक्टिव हैं. ये क्षेत्र कोल्टन, सोना, हीरे, और अन्य खनिजों के लिए जाना जाता है. M23 इन भंडारों का इस्तेमाल अपनी फंडिंग के लिए करता है. ये इलाका तुत्सी और हुतू समुदायों के बीच लंबे समय से चल रहे जातीय संघर्ष का केंद्र भी है. M23 मुख्य रूप से तुत्सी समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है. साथ ही ये इलाका घने जंगल और पहाड़ों से भरा है. साथ ही ये बॉर्डर वाला इलाका भी है. इसके कारण M23 के लिए यहां विद्रोही गतिविधियां करना आसान है. कांगो की सेना (FARDC) के लिए इन इलाकों में कंट्रोल बनाए रखना मुश्किल होता है. रवांडा देश इसी इलाके से सटा है. इसके कारण M23 के लिए रसद, हथियार और शरण की व्यवस्था करना आसान हो जाता है.

M23, मुख्य रूप से पूर्वी कांगो के नॉर्थ कीवु प्रांत में सक्रिय है. यहां के रूबाया, रुतशुरू, और गोमा जैसे शहर को इनका गढ़ माना जाता है.

Rwanda को खून-खराबे से क्या फायदा है?

अभी की स्थिति ये है कि रवांडा के समर्थन से M23 कांगो में तेजी से फैल रहा है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि रेप और मर्डर जैसे अपराधों की संख्या अब पहले से कहीं अधिक हो गई है. अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने द गार्जियन को बताया कि शायद कांगो का सबसे बुरा दौर सामने है. रवांडा एक भयानक मास्टरप्लान बना रहा है. वो कांगो के उस हिस्से को अपने देश में मिलाने की योजना बना रहा है, जो रवांडा की राजधानी किगाली से भी बड़ा है. 

एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने बताया कि पूर्वी कांगो के खनिज भंडारों पर अगर M23 का पूरी तरह से कब्जा हो गया, तो इससे M23 और रवांडा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ताकत मिलेगी. जानकारों का मानना है कि रवांडा पर लगाम लगाने की, जो भी कोशिशें की जा रही हैं, वो सब विफल हैं. और इसके बुरे परिणाम हो सकते हैं. 

100 दिनों में 8 लाख लोगों का नरसंहार

पूर्वी कांगों के मौजूदा संकट में इतिहास के एक बड़े नरसंहार का भी योगदान माना जाता है. आरोप लगते हैं कि 1994 में रवांडा में हुतू समुदाय के लोगों ने तुत्सी समुदाय के लोगों का नरसंहार किया. चाकू जैसे एक हथियार माछेटी से 100 दिनों में करीब 8 लाख लोगों की हत्या कर दी. इस नरसंहार के बाद करीब 10 लाख हुतू लोग कांगो भाग गए. इनमें से कई लोग उस नरसंहार के दोषी थे.

इसके बाद रवांडा ने कांगो पर दो हमले किए. कहा कि वो इन दोषियों को पकड़ने आए हैं. इस बीच हुतू लोगों के हथियारबंद समूह ने संगठित होकर रवांडा में फिर से सत्ता हासिल करने की साजिशें रचनी शुरू कर दीं. इस समूह को रोकने के लिए रवांडा ने कांगो में तुत्सी समुदाय के समूह को हथियारों की सप्लाई शुरू कर दी. यही तुत्सी समूह बाद में M23 विद्रोही समूह का आधार बना.

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