मम्मी सांसद, पापा विधायक, बिटिया का क्या हुआ?
गायघाट से एलजेपी के टिकट पर कोमल सिंह ने चुनाव लड़ा था.
कोमल सिंह राजनीतिक परिवार से आती हैं. एलजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में थीं.
डेविड
10 नवंबर 2020 (Updated: 10 नवंबर 2020, 05:27 PM IST)
सीट का नाम-
गायघाट
जिला-
मुज़फ्फरपुरजीत मिली
नाम-
निरंजन राय
पार्टी -
आरजेडी
वोट मिले-59778
जीत का अंतर-7566
हार मिलीनाम-महेश्वर प्रसाद यादव पार्टी-जेडीयूवोट मिले-52212तीसरे नंबर पर रहीं
नाम-
कोमल सिंह
पार्टी-
एलजेपी
वोट मिले
-36851
पिछले चुनाव के नतीजे:2015: महेश्वर प्रसाद यादव ने जीत हासिल की थी. आरजेडी के टिकट पर. उन्हें 67313 वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी की वीणा देवी को 3501 वोटों से हराया था.
2010: बीजेपी की वीणा देवी ने जीत हासिल की थी.56386 वोट मिले थे. उन्होंने आरजेडी के महेश्वर यादव को 15984 वोटों से हराया था.
सीट ट्रिविया
#जेपी आंदोलन से पहले यह सीट कांग्रेस का गढ़ रही. कांग्रेस के नीतीश्वर प्रसाद सिंह लगातार छह बार यहां से विधायक रहे.
#इस बार जेडीयू ने महेश्वर प्रसाद यादव पर दांव खेला है जो चार बार विधायक रह चुके हैं. पिछली बार आरजेडी के टिकट पर जीता था.
#गायघाट की पूर्व विधायक वर्तमान में वैशाली की सांसद वीणा देवी की बेटी कोमल सिंह मैदान में हैं.
#कोमल के पिता नीतीश की पार्टी जेडीयू के एमएलसी हैं.
#जेडीयू और एलजेपी की रार के बीच कोमल ने एलजेपी का हाथ थामा.
#लोजपा के साथ विचारधारा साथ होने की वजह से एलजेपी में शामिल हुईं.
#एमबीए करने के बाद दो साल जॉब किया टाटा कंपनी में.
#पहली बार चुनाव लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा.