कर्नाटक के गोकर्ण के पास एक सुदूर गुफा में एक रूसी महिला और उसकी दो छोटी बेटियों को आध्यात्मिक एकांतवास में रहते हुए पाया गया. लेकिन कुछ समय बाद यह जल्द ही एक कानूनी और मानवीय नाटक में बदल गया. पता चला कि महिला का वीजा कई साल पहले ही खत्म हो चुका था. अब कर्नाटक हाईकोर्ट ने संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार सम्मेलन का हवाला देते हुए उसके बच्चों के डिपोर्टेशन पर रोक लगा दी है. आगे कोई भी कार्रवाई करने से पहले अदालती निगरानी का आदेश दिया है. नीना साल 2016 में बिजनेस वीजा पर भारत आई थीं. उनका ये वीजा 2017 में एक्सपायर हो गया था, और वो अवैध रूप से भारत में रह रही थीं. पूरा मामला जानने के लिए देखें वीडियो.