हाउस हेल्प ने मेन लिफ्ट यूज कर ली, सोसायटी ने जुर्माना लगा दिया, इस पोस्ट ने बहस छेड़ दी
मामले पर नज़र तब पड़ी जब सोशल मीडिया पर एक यूज़र ने नोटिस और फाइन की रसीदें शेयर कीं. Reddit पर शेयर किए गए पोस्ट के मुताबिक, नोटिस में लिखा है, “सभी हाउस हेल्प और डिलिवरी एजेंट्स, कृपया सर्विस लिफ्ट का ही उपयोग करें.”

गुरुग्राम की एक सोसायटी की रेजिडेंशियल लिफ्ट यूज करना वहां के हाउस हेल्प और डिलीवरी स्टाफ को भारी पड़ गया. कथित तौर पर गलत लिफ्ट यूज करने के चलते उन पर फाइन लगाया गया है. उन पर लगे जुर्माने की पर्चियां इंटरनेट पर वायरल हैं जिसे लेकर अब बहस छिड़ गई है. यूजर्स सोसायटी के इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग सपोर्ट भी कर रहे हैं.
मामले पर नज़र तब पड़ी जब सोशल मीडिया पर एक यूज़र ने नोटिस और फाइन की रसीदें शेयर कीं. Reddit पर शेयर किए गए पोस्ट के मुताबिक, नोटिस में लिखा है, “सभी हाउस हेल्प और डिलिवरी एजेंट्स, कृपया सर्विस लिफ्ट का ही उपयोग करें.”

वहीं, एक और तस्वीर में रसीद को देखा जा सकता है जिस पर जुर्माने के तौर पर 100 रुपये लिखा हुआ है. हाउसहेल्प और डिलीवरी स्टाफ को बाकायदा ये रसीद भी थमाई गई. रसीद में काजल नाम की महिला का नाम है और उनके नाम के आगे ‘maid’ लिखा है.
कई सोसायटियों में दो या उससे ज़्यादा लिफ्ट होती हैं. आमतौर पर इनमें से एक लिफ्ट हाउस हेल्प, डिलिवरी एजेंट्स, शिफ्टिंग के सामान को चढ़ाने-उताने आदि कामों के लिए रखी जाती है. इन सोसायटियों में अक्सर नोटिस चस्पा होते हैं कि रेज़िडेंट्स वाली लिफ्ट का यूज़ डिलिवरी एजेंट्स आदि लोग न करें. जबकि बाकी लिफ्ट सोसायटी में रहने वाले लोग इस्तेमाल करते हैं.
इसीलिए इस मामले में कई लोग जुर्माने की कार्रवाई की आलोचना कर रहे हैं तो कई इस फैसले को सही भी बता रहे हैं. एक यूज़र ने लिखा, "ये नियम बेतुका है. आखिर इसका क्या औचित्य है?" तो दूसरे यूज़र ने लिखा,
"हां, पॉश जगहों पर ये आम बात है. मैंने अपनी सोसायटी के लोगों को लिफ्ट का इस्तेमाल करते समय कर्मचारियों से लिफ्ट से बाहर निकालते देखा है."

तीसरे यूज़र ने लिखा,
वर्गवाद अपने चरम पर है. शहरों में भी हम जातिवाद से वर्गवाद की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं.

तीसरे यूजर ने लिखा,
"यहां बात हाउस हेल्प और ड्राइवरों के खिलाफ नहीं है. लेकिन हमारी सोसायटी की लिफ्ट हमेशा गुटखे और तम्बाकू के दागों से भरी रहती थी. जब हमने लिफ्ट में सीसीटीवी कैमरा लगाकर देखा तो पता चला कि कुछ ड्राइवर और अन्य लोग ऐसा करते थे."

एक अन्य यूज़र ने जुर्माने के सपोर्ट में तर्क दिया कि ये भेदभाव नहीं है. सर्विस लिफ्ट सर्विस देने वाले लोगों के लिए बनाई जाती है. इसमें क्या गलत है? लोगों को सुविधा हो इसलिए ही ऐसा किया गया है. यूजर ने कहा कि पीक ऑवर्स, जैसे सुबह 7 से 11 बजे के बीच सोसायटियों में हाउस हेल्प और डिलिवरी एजेंट्स आते-जाते रहते हैं. वे दोनों तरह की लिफ्ट यूज़ करते हैं तो इसकी वजह से सोसायटी के लोग लेट हो जाते हैं. इन्हीं कारणों से हाउस हेल्प, पेट्स या शिफ्टिंग का सामान ले जाने के लिए सर्विस लिफ्ट अलग बनाई जाती है.
वीडियो: सोशल लिस्ट : OYO के Ad के बाद X पर ट्रेंड करने लगा #BoycottOYO, लोगों की धार्मिक भावनाएं क्यों आहत?