बिशप कॉटन स्कूल का पूर्व छात्र ही निकला किडनैपर, अगवा किए गए तीनों बच्चे सुरक्षित
Bishop Cotton School Kidnapping Case: आरोपी सुमित खुद भी इस स्कूल से पढ़ चुका है इसलिए उसे स्कूल के आउटिंग से जुड़े बुनियादी नियमों के बारे में पता था. इसी के आधार पर आरोपी ने बच्चों की किडनैपिंग की साजिश रची थी.

Himachal Pradesh के Shimla से लापता हुए Bishop Cotton School (BCS) के तीनों बच्चों को ढूंढ लिया गया है. इन बच्चों को शिमला से ही बरामद किया गया है. सभी बच्चे सही-सलामत हैं. इन्हें 24 घंटे में ढूंढा गया है. इस स्कूल में पढ़ने वाले 3 छात्र 9 अगस्त को आउटिंग के लिए गए थे. लेकिन वापस नहीं लौटे थे. इसी के बाद पुलिस ने इनकी तलाश शुरू की थी. वहीं, पुलिस ने किडनैपर को भी हिरासत में लिया गया है. आरोपी खुद इस स्कूल से पढ़ चुका है.
कहां से मिले BCS के छात्रआजतक से जुड़े विकास शर्मा/अमन के इनपुट के मुताबिक, तीनों बच्चों को शिमला के ही चैथला गांव से बरामद किया गया है. इसी गांव के रहने वाले सुमित सूद (45) को हिरासत में लिया गया है. आरोपी ही बच्चों को अपने साथ गाड़ी में ले गया था. किसी को शक न हो इसलिए उसने गाड़ी की नंबर प्लेट बदल दी थी. आरोपी ने बंदूक की नोक पर फिरौती मांगी थी. पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है.
ऐसे रची अपहरण की साजिशसूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि किडनैपर को ऑनलाइन ट्रेडिंग में भारी नुकसान हुआ था. इसकी वजह से काफी कर्ज में भी था. इस आर्थिक तंगी से परेशान होकर आरोपी ने बच्चों के अपहरण की साजिश रची. चूंकि बिशप कॉटन स्कूल में नामी लोगों के बच्चे पढ़ते हैं इसलिए उसने मोटी रकम की वसूली के लिए इसी स्कूल के बच्चों की किडनैपिंग का प्लान बनाया.
खुद भी BCS में पढ़ चुका है आरोपीपुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी सुमित खुद भी बिशप कॉटन स्कूल से पढ़ चुका है. BCS का पूर्व छात्र होने की वजह वह सीसीटीवी और बाहर जाने की प्रक्रिया से अच्छी तरह वाकिफ था. पूछताछ में पता चला है कि सुमित ने तीनों बच्चों को अपनी i10 कार में लिफ्ट दी और उन्हें कोटखाई स्थित अपने घर ले गया.

जांच के दौरान पुलिस ने स्कूल से शिमला मॉल रोड तक लगे सीसीटीवी फुटेज देखे. इसमें दिल्ली के रजिस्ट्रेशन नंबर वाली सुमित की कार संदिग्ध पाई गई. पुलिस ने कार का पता लगाया और VPN ट्रैकिंग का इस्तेमाल करते हुए कोटखाई पहुंची. यहां पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि हुई कि कार सुमित की थी. यहां बच्चों को एक चार मंजिला घर में रखा गया था.
सुमित की मां भी टीचर रह चुकी हैं. वहीं आरोपी की पत्नी कोटखाई में बेकरी चलाती हैं. जांच के दौरान यह भी पता चला कि सुमित के कुछ रिश्तेदार कनाडा में रहते हैं. पता चला है कि बच्चों के घरवालों को एक विदेशी नंबर से कॉल की गई थी. अब पुलिस उसकी भी जांच कर रही है. पुलिस ने सुमित के पास से कुछ हथियार भी बरामद किए हैं.
कैसे लापता हुए छात्रगौरतलब है कि बिशप कॉटन स्कूल के छठी क्लास के तीन बच्चे शनिवार 9 अगस्त को करीब 12:10 पर स्कूल से गेट पास लेकर आउटिंग के लिए निकले थे. स्कूल के आउटिंग नियमों के तहत, बाहर गए बच्चों को शाम 5 बजे तक वापस लौट आना होता है. लेकिन ये बच्चे वापस नहीं लौटे. इससे स्कूल में हड़कंप मच गया. जब उनकी गैरमौजूदगी का पता चला तो स्कूल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी.
स्कूल प्रिंसिपल की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर बच्चों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस ने बच्चों की तलाश में कई CCTV फुटेज खंगाले. इसी दौरान पुलिस को एक संदिग्ध गाड़ी मिली जिससे जांच को नई दिशा मिली और बच्चों को ढूंढ लिया गया.
बिशप कॉटन स्कूल क्या हैबिशप कॉटन स्कूल देश के सबसे प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूलों में से एक है. इस स्कूल में भारत के अलग-अलग राज्यों के साथ-साथ विदेशों से भी बच्चे पढ़ने आते हैं. इस स्कूल की स्थापना 1859 में हुई थी. देश-विदेश के कई नामी उद्योगपतियों और प्रतिष्ठित परिवारों के बच्चे यहां पढ़ चुके हैं.
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