कुत्ते के काटने के बाद रेबीज से नेशनल पैराएथलीट समेत दो की मौत, गुस्साए लोगों ने कुत्ते को मार डाला
ओडिशा में पैराएथलीट जोगेंद्र छत्रिया और एक किसान ऋषिकेश राणा की रेबीज से मौत हो गई. 19 दिन पहले कुत्ते के हमले में दोनों घायल हुए थे. इलाज मिलने के बाद भी दोनों ने दम तोड़ दिया.

ओडिशा में पागल कुत्ते के काटने से एक पैराएथलीट समेत 2 लोगों की मौत हो गई. तकरीबन 19 दिन पहले कुत्ते ने दोनों पर हमला किया था. इसके बाद उन्हें तत्काल रेबीज का टीका लगाया गया. फिर भी उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ. डॉक्टरों ने उन्हें विमसार मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था. यहां इलाज के बाद दोनों ने दम तोड़ दिया. उधर गुस्साए ग्रामीणों ने कुत्ते को मार डाला.
ये घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब दिल्ली-एनसीआर में सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को शेल्टर्स में भेजने का आदेश दिया है. पूरे देश में इस आदेश को लेकर बहस चल रही है.
घटना 23 जुलाई की है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पागल कुत्ते ने एक स्कूली छात्र समेत 6 लोगों पर हमला किया था. इनमें शामिल 33 साल के पैराएथलीट जोगेंद्र छत्रिया और 44 साल के किसान ऋषिकेश राणा की मौत हो गई. बाकी के 4 लोग टीका लगने के बाद ठीक हो गए. भीमा बोई मेडिकल कॉलेज के सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि सभी घायलों को भर्ती होने के बाद टीका लगाया गया था. जोगेंद्र छत्रिया को पहली खुराक 23 जुलाई को दी गई थी. उसके बाद अन्य खुराकें भी दी गईं लेकिन कुत्ते ने उनके चेहरे पर काट लिया था, जिससे संक्रमण तेजी से फैला और उनकी मौत हो गई.
जोगेंद्र छत्रिया के भाई प्रेम छत्रिया ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया,
पागल कुत्ते ने 6 लोगों को काटा था. सभी बालांगीर उपचार के लिए गए थे. उनमें से 4 लोग ठीक होकर उसी दिन घर वापस आ गए, लेकिन जोगेंद्र और राणा की हालत खराब होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें विमसार रेफर कर दिया था.
उन्होंने आगे बताया कि 23 जुलाई को दोनों गांव के तालाब में नहाने के लिए जा रहे थे. इसी दौरान कुत्ते ने सबसे पहले जोगेंद्र को मुंह पर काट लिया. इसके बाद उसने राणा पर हमला किया था.
डॉक्टरों ने बताया कि दोनों ही मृतकों में मौत से पहले रेबीज के लक्षण दिखे थे. कुत्ते के काटने के बाद सभी टीके भी समय पर लगाए गए, लेकिन 19 दिन बाद पर्याप्त इलाज के बावजूद दोनों ने दम तोड़ दिया.
जोगेंद्र छत्रिया ने फ्लोरबॉल, एथलेटिक्स और कबड्डी जैसी प्रतियोगिताओ में राष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा लिया था. उनकी मौत के बाद गुस्साए गांव के लोगों ने पागल कुत्ते को मार दिया. उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इलाके के सभी पागल कुत्तों की पहचान कर उन्हें पकड़ा जाए और उनका पुनर्वास किया जाए.
पुलिस ने कुत्ते के काटने और उसके बाद हुई मौतों के संबंध में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में आगे की जांच की जा रही है.
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