एयर इंडिया क्रैश के बाद PAC की अहम बैठक हुई, DGCA की 'शीर्ष' समस्या पता चल गई
PAC की मीटिंग में DGCA के अलावा अलग-अलग सिविल एविएशन एजेंसियां भी शामिल हुईं. इनके अलावा Air India के CEO विल्सन कैंपबेल और IndiGO और Akasa Air जैसी कंपनियों के सीनियर प्रतिनिधियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया.

संसद भवन एनेक्सी में पब्लिक अकाउंट्स कमेटी (PAC) की अहम बैठक हुई. इसमें हवाई सफर से जुड़े मुद्दों पर गंभीर चर्चा की गई. बैठक में डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के कामकाज पर भी खास जोर रहा. इस दौरान PAC के सदस्य और पूर्व नागर विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल समेत अन्य सदस्यों ने एयर इंडिया AI-171 प्लेन क्रैश पर भी चिंता जताई. प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि DGCA स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहा है.
मंगलवार, 8 जुलाई को हुई PAC की बैठक में नागर विमानन मंत्रालय (MoCA), डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA), एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AERA), एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) के टॉप अधिकारी शामिल हुए.
इनके अलावा एयर इंडिया के CEO विल्सन कैंपबेल और इंडिगो और अकासा एयर जैसी कंपनियों के सीनियर प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. इस बैठक का मेन एजेंडा 'सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और सेवाओं पर लगने वाले शुल्कों और उनके नियमन' था. लेकिन एयर इंडिया हादसे के बाद सुरक्षा को लेकर भी सवालों किए गए.
इंडिया टुडे से जुड़े अमित भारद्वाज की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि DGCA में टॉप लेवल पर स्टाफ की कमी है. इसे पूरा करने के लिए रिटायर्ड अधिकारियों को फिर से नियुक्त किया जा सकता है. उन्होंने अपने बयान में कहा,
"सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन करने के लिए DGCA में स्टाफ की कमी, खासतौर पर टॉप लेवल पर एक बड़ी चिंता है. इसके लिए पूरे सेक्टर या सभी विमानों का ऑडिट जल्द से जल्द करना चाहिए, जिससे यात्रियों का भरोसा बना रहे."
उन्होंने आगे कहा,
"आप जानते हैं कि DGCA के पास स्टाफ की कमी है और टॉप लेवल पर यह सुनिश्चित करने के लिए कि सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन हो, तो शायद पूरे सेक्टर या सभी विमानों का ऑडिट किया जाए, उन्हें ये सभी काम जल्द से जल्द करने चाहिए ताकि यात्रियों का भरोसा बना रहे."
पटेल ने यह भी कहा कि जब जब कोई विमान हादसा होता है, तो हर चीज को संवेदनशीलता से देखा जाता है. उन्होंने कहा कि जब यात्री उड़ता है, तो वो चाहता है कि सुरक्षित अपनी मंजिल तक पहुंचे. बैठक में सांसदों ने DGCA के कामकाज, एयर टिकट की ऊंची कीमतों और एयरलाइन कंपनियों के मनमानी भरे रवैये पर भी नाराजगी जताई.
दूसरी तरफ एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने एयर इंडिया AI-171 प्लेन क्रैश की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट नागर विमानन मंत्रालय को सौंप दी है. यह रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक की जाएगी.
बीती 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की AI-171 फ्लाइट उड़ान भरने के 32 सेकंड बाद ही क्रैश हो गई थी. इस हादसे में कुल 274 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें दो पायलट और 10 क्रू मेंबर भी शामिल थे. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस हादसे का शिकार हुए. वहीं, सीट नंबर 11A पर बैठा एक यात्री इस हादसे में जिंदा बचा अकेला व्यक्ति था.
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