हरियाणा के नूंह में पार्किंग को लेकर हिंसा, पुलिस ने नाकाम की सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश
Nuh Violence Update: नूंह जिले के मुंडाका गांव के सरपंच ने कहा कि भीड़ ने इस विवाद को हिंदू-मुस्लिम रंग देने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने समय रहते स्थिति को संभाल लिया.

हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर स्थित नूंह जिले में गाड़ी पार्किंग के एक मामूली विवाद ने हिंसा (Nuh Parking Clash) का रूप ले लिया. दो पक्षों में बहस हुई और फिर हिंसक झड़प ऐसा बढ़ा कि पथराव हुए. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर कांच की बोतलें भी फेंकी. इतना ही नहीं, एक मोटरसाइकिल और एक दुकान को आग के हवाले कर दिया गया. घटना में दोनों ओर के दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
मामला मुंडाका गांव का है. हिंसा की घटना 11 अगस्त को हुई. स्थिति पर काबू पाने के लिए फिरोजपुर झिरका थाना पुलिस मौके पर पहुंची. लेकिन बढ़ते तनाव को देखते हुए आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल और डीएसपी रैंक के अधिकारी बुलाए गए. पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया.
गांव के सरपंच रामसिंह सैनी ने आरोप लगाया कि पास के गांव हाजीपुर के रहने वाले इसरा के बेटे ने अपनी गाड़ी सड़क के बीच में लगा दी थी. स्थानीय निवासी समय सिहं वहां पहुंचे और उन्होंने गाड़ी हटाने को कहा. इस पर बहस शुरू हो गई. आरोप है कि कार में सवार युवक ने कांच की बोतल से समय सिंह पर हमला किया.
देखते ही देखते दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और पथराव शुरू हो गया. इस दौरान एक बाइक और एक दुकान में आग लगा दी गई. सरपंच ने दावा किया कि उनके गांव के करीब 10 लोग घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि भीड़ ने इस विवाद को हिंदू-मुस्लिम रंग देने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने समय रहते स्थिति को संभाल लिया.
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नूंह हिंसा पुलिस ने क्या कहा?जिला पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि ये झगड़ा सिर्फ गाड़ी खड़ी करने को लेकर हुआ था. बाद में इसे भड़काने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा,
स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. घायलों को प्राथमिक चिकित्सा दी गई है और फिरोजपुर झिरका पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. हिंसा में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है. पुलिस ने क्षेत्र के लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है.
पुलिस अधीक्षक ने चेतावनी दी कि हिंसा करने वालों और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
नूंह क्यों संवेदनशील माना जाता है?नूंह, हरियाणा का एक ऐसा जिला है जो कई बार साम्प्रदायिक तनाव और आपसी झड़पों की वजह से सुर्खियों में रहा है. यह इलाका हरियाणा-राजस्थान की सीमा पर स्थित है और यहां की आबादी में विभिन्न समुदायों का मिश्रण है. पिछले कुछ वर्षों में यहां धार्मिक आयोजनों, जुलूसों और छोटे-छोटे विवादों के दौरान हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं. इसी वजह से प्रशासन इस क्षेत्र को “संवेदनशील” मानता है और किसी भी विवाद के बाद यहां सुरक्षा बलों की तैनाती तुरंत बढ़ा दी जाती है, ताकि स्थिति हाथ से न निकले.
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