स्कूल के वॉटर टैंक में मानव मल था, उसी से खाना बनाकर बच्चों को खिला दिया
तीन व्यक्ति नशे की हालत में स्कूल परिसर में घुसे थे. बताया जा रहा है कि इन्हीं तीनों ने जानबूझकर स्कूल की रसोई में रखे पीने के पानी में मानव मल मिलाया.

तमिलनाडु के तिरुवरूर जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. एक सरकारी स्कूल में छात्रों को मानव मल से दूषित पानी से बनाया गया भोजन परोसा गया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, तीन व्यक्ति नशे की हालत में स्कूल परिसर में घुसे. इन्हीं तीनों ने जानबूझकर स्कूल की रसोई में रखे पीने के पानी में मानव मल मिलाया. माना जा रहा है कि इसी दूषित पानी का इस्तेमाल कर के छात्रों को दिए जाने वाले भोजन को बनाने में किया गया.
मामला सामने आने के बाद तिरुवरूर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया,
“घटना की प्रारंभिक जांच चल रही है. जब से घटना सामने आई है, हम इस पर काम कर रहे हैं.”
इंडिया टुडे की अनघा की रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है या नहीं.
इस मामले की तुलना दिसंबर 2022 की वेन्गाईवायल जलाशय मामले से की जा रही है. तब पुदुकोट्टई जिले के वेन्गाईवायल गांव में लोगों को पीने का पानी देने वाले ओवरहेड टैंक में मानव मल तैरता मिला था. उस समय कई बच्चे पानी पीने के बाद बीमार पड़े थे. गांव के कुछ युवकों ने टैंक का निरीक्षण किया, मल की तस्वीरें खींचीं और इसे सोशल मीडिया पर साझा किया. इसके बाद लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिला था.
क्राइम ब्रांच–क्रिमिनल इंवेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (CB–CID) ने मद्रास हाईकोर्ट को 24 जनवरी 2025 को बताया था कि वेन्गाईवायल जलाशय मामले की जांच पूरी कर ली गई है और तीन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है. CB–CID ने दावा किया था कि यह दूषण पंचायत अध्यक्ष के पति से बदले की भावना में किया गया, क्योंकि टैंक संचालक के हटाए जाने को लेकर विवाद हुआ था.
वीडियो: मिड-डे मील के खाने में मरा सांप मिला तो स्कूल में तोड़-फोड़ हो गई