गोवा की बीच पर मुसीबत बने आवारा कुत्ते, टास्क फोर्स बनानी पड़ी, 60 हजार कुत्तों का पुनर्वास होगा
Government of Goa के एक अधिकारी ने बताया कि एक अनुमान के अनुसार, Goa में फिलहाल 56,000-60,000 के लगभग Stray Dogs मौजूद हैं.

गोवा सरकार ने आवारा कुत्तों (Stray Dogs) से निपटने के लिए एक तीन सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया है. ये टास्क फोर्स कुत्तों का पुनर्वास कैसे हो, इस पर काम करेगी. गोवा सरकार ने ये टास्क फोर्स (Goa Dog Task Force) ऐसे समय में बनाई है जब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने दिल्ली की अथॉरिटीज को आदेश दिया है कि कुत्तों को इकट्ठा कर उन्हें शेल्टर होम्स (Shelter Homes) में भेजा जाए.
गोवा सरकार के पशुपालन और पशु चिकित्सा सेवा निदेशालय (Directorate of Animal Husbandry and Veterinary Services) ने 12 अगस्त को एक आदेश जारी कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को आदेश जारी कर कहा
आवारा कुत्तों के मुद्दे से निपटने और शेल्टर होम्स में उनके पुनर्वास के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया जाता है. टास्क फोर्स संबंधित नगर निकायों की सलाह से आवारा कुत्तों के पुनर्वास के लिए एक योजना तैयार कर उसपर काम करेगी.
गोवा के पशुपालन मंत्री नीलकंठ हलरंकर ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बताया कि उनकी सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करती है. मंत्री ने बताया कि हाल के दिनों में आवारा कुत्तों के काटने के 2 से 3 मामले सामने आए हैं. अप्रैल के महीने में पोंडा इलाके में एक आवारा कुत्ते ने एक साल के बच्चे को काट लिया था. इस दौरान बच्चे की मौत हो गई थी. मंत्री नीलकंठ ने बताया
हमने टास्क फोर्स को उनके (कुत्तों के) पुनर्वास के लिए एक कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया है. मैं मुख्यमंत्री से भी परामर्श करूंगा और उनका डायरेक्शन के अनुसार काम करूंगा. हमें आगे बढ़ने का एक ऐसा रास्ता निकालना होगा जो नागरिकों और जानवरों, दोनों के हित में हो.
हाल ही में सरकार के साथ हुई एक बैठक में, टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने इस बात पर ज़ोर दिया था कि गोवा के बीच पर आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या टूरिस्ट्स के साथ-साथ स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बन रही है. गोवा सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि एक अनुमान के अनुसार, गोवा में फिलहाल 56,000-60,000 के लगभग आवारा कुत्ते मौजूद हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने अप्रैल 2025 में लोकसभा में एक डेटा साझा किया था. इस डेटा के अनुसार गोवा में साल 2022 में कुत्तों के काटने से 8,057 मामले सामने आए थे. जबकि 2023 में ये आंकड़ा बढ़कर 11,904 तक पहुंच गया. वहीं 2024 में कुत्तों के काटने के 17,236 मामले सामने आए थे. यानी साल दर साल आवारा कुत्तों के काटने के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इन्हीं आंकड़ों और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गोवा सरकार ने टास्क फोर्स का गठन किया है.
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गोवा सरकार ने जो टास्क फोर्स बनाई है इसके अध्यक्ष पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवा विभाग, पणजी के डिप्टी डायरेक्टर डॉ नितिन नाइक होंगे. अन्य दो सदस्य डॉ अतनाज़िया फर्नांडीस, असिस्टेंट डायरेक्टर, पशु चिकित्सालय, सोनसोडो और डॉ चार्लेट फर्नांडीस, असिस्टेंट डायरेक्टर, सरकारी पोल्ट्री फार्म ओल्ड गोवा शामिल होंगे.
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