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ASI के सुसाइड से MP पुलिस में खलबली, बड़े अधिकारियों के कांड बता गया

प्रमोद पवन मध्य प्रदेश के दतिया जिले के गोंदन थाने में तैनात थे. 21 जुलाई को उनका शव उनके सरकारी आवास पर मिला था.

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Cop exposes police-mafia nexus, accuses seniors of torture day before suicide
20 जुलाई के एक कथित वीडियो में पवन ने गोंदन थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया, कांस्टेबल-ड्राइवर रूप नारायण यादव और थरेट थाना प्रभारी अनफासुल हसन पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए. (फोटो- इंडिया टुडे)
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प्रशांत सिंह
23 जुलाई 2025 (Published: 06:36 PM IST) कॉमेंट्स
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मध्य प्रदेश के दतिया जिले में सहायक उपनिरीक्षक (ASI) प्रमोद पवन की आत्महत्या ने पुलिस विभाग और रेत माफिया के कथित गठजोड़ को उजागर कर दिया है (MP Police suicide). 51 वर्षीय प्रमोद ने 21 जुलाई को अपने सरकारी आवास पर आत्महत्या कर ली. इस घटना से पहले उन्होंने एक वीडियो रिकॉर्ड किया और एक सुसाइड नोट छोड़ा. इसमें उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों और रेत माफिया के ‘दबाव’ का जिक्र किया. उनके इस कदम ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक प्रमोद पवन मध्य प्रदेश के दतिया जिले के गोंदन थाने में तैनात थे. 21 जुलाई को उनका शव उनके सरकारी आवास पर मिला था. कथित तौर पर मौत से कुछ घंटे पहले उन्होंने कुछ वीडियो रिकॉर्ड किए थे. इसमें पवन अपनी वर्दी पहने हुए दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और स्थानीय माफियाओं के खिलाफ ‘मानसिक उत्पीड़न, जाति-आधारित दुर्व्यवहार और साठगांठ’ के गंभीर आरोप लगाए.

'जान से मारने की धमकी दी गई'

20 जुलाई के एक कथित वीडियो में पवन ने गोंदन थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया, कांस्टेबल-ड्राइवर रूप नारायण यादव और थरेट थाना प्रभारी अनफासुल हसन पर मानसिक प्रताड़ना देने के आरोप लगाए. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी. वीडियो में पवन ने दावा किया कि अधिकारियों ने उन्हें जरूरी काम के लिए भी बार-बार छुट्टी देने से इनकार कर दिया और शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस अधीक्षक (SP) से मिलने की अनुमति भी ‘नहीं’ दी.

पवन ने आगे आरोप लगाया कि स्थानीय रेत माफिया बबलू यादव ने ‘दोनों थाना प्रभारियों की शह’ पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी. साथ ही ये भी दावा किया कि बबलू यादव ने उन्हें ट्रैक्टर से कुचलने की धमकी दी थी. पवन ने ये भी कहा कि ’वरिष्ठ अधिकारियों की तरफ से बबलू सुरक्षा' दी गई है.

प्रमोद पवन ने एक वीडियो में आरोप लगाया,

"तब से मुझे लगातार परेशान किया जा रहा है. मुझे आधार और समग्र कार्ड बनवाने के लिए भी स्टेशन से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है. रोजाना मुझ पर जातिवादी गालियां दी जाती हैं. मैं ठीक से खाना भी नहीं खा पा रहा हूं. बबलू यादव समेत इन लोगों ने मुझ पर ट्रैक्टर चढ़ाकर जान से मारने की धमकी दी है."

SP ने क्या बताया?

वीडियो और सुसाइड नोट सामने आने के बाद दतिया के SP सूरज वर्मा ने बताया कि हो सकता है कि शिकायत रजिस्टर में कराई गई हो. उन्होंने दावा किया कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर SP ने कहा कि आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी और मामले की निष्पक्ष जांच होगी. एसपी ने बताया,

"ASI 22 जुलाई को सुबह थाना परिसर स्थित अपने सरकारी क्वार्टर में फंदे से लटके पाए गए. वीडियो और उनमें लगाए गए आरोपों के आधार पर पूरे मामले की गहन जांच के आदेश दिए गए हैं.”

SP ने आगे बताया कि मामले की जांच में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए गोदान थाना प्रभारी अरविंद सिंह भदौरिया को पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है. आगे की जांच की जा रही है.

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