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'हां, मैं चुनाव लड़ूंगा...', विधायकी लड़कर ही मानेंगे केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, जनसभा में किया एलान

चिराग पासवान ने कहा- 'जब तक मैं हूं तब तक न तो आरक्षण को और न ही संविधान को कोई खतरा है.'

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Chirag Paswan
चिराग पासवान ने कहा है कि वो बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. (फाइल फोटो: PTI)
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रवि सुमन
6 जुलाई 2025 (Published: 05:58 PM IST) कॉमेंट्स
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केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने इस बार एलान कर ही दिया है कि वो आने वाले बिहार चुनाव में विधायकी लड़ने जा रहे हैं. 6 जुलाई को सारण में एक जनसभा को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने कहा है,

सारण की इस पावन धरती से, आप सबके सामने मैं ये कहकर जा रहा हूं कि हां, मैं चुनाव लड़ूंगा. मैं चुनाव लड़ूंगा… बिहारियों के लिए, अपने भाइयों के लिए, अपनी माताओं के लिए, अपनी बहनों के लिए. हम बिहार में एक ऐसी व्यवस्था तैयार करेंगे, एक ऐसा बिहार बनाएंगे जो सही मायनों में प्रदेश को विकास की राह पर आगे ले जाएगा.

बिहार में कई ऐसे दल और नेता हैं जिन्होंने राज्य को जात-पात और धर्म-मजहब में बांटकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकी है. इस बांटने की राजनीति से इन लोगों ने अपना घर मजबूत कर लिया. 

चिराग ने अपने संबोधन में आरक्षण, संविधान और बिहार की डोमिसाइल नीति का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा,

जब तक चिराग पासवान जिंदा है तब तक न तो आरक्षण को और न ही संविधान को कोई खतरा है. बिहार में डोमिसाइल नीति लागू होनी चाहिए, मैं डोमिसाइल नीति के समर्थन में हूं. 2023 में जब महागठबंधन की सरकार थी, तो उस वक्त राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उपमुख्यमंत्री और RJD के शिक्षा मंत्री थे. उन्होंने डोमिसाइल नीति को समाप्त किया.

लोजपा (रामविलास) चीफ जब ये बयान दे रहे थे, तब जाने-अनजाने उनके निशाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी थे. क्योंकि जब डोमिसाइल नीति समाप्त हुई, तब भले ही उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री RJD के थे लेकिन मुख्यमंत्री तब भी नीतीश ही थे. और डोमिसाइल खत्म करने के फैसले को उनका समर्थन था.

गौरतलब है कि पिछले दिनों कई भाजपा नेताओं ने संविधान की प्रस्तावना से समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष शब्दों को हटाने की मांग की थी. जिसके बाद विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि BJP संविधान बदलने की कोशिश कर रही है. इस पर आज चिराग ने कहा कि उनके होते हुए संविधान पर कोई खतरा नहीं है.

JDU के साथ पूरी NDA सरकार चिराग के निशाने पर

वैसे भी ये इकलौता बयान नहीं है जिससे चिराग ने नीतीश कुमार और BJP को घेरने की कोशिश की. बिजनेसमैन गोपाल खेमका की हत्या के मामले में उन्होंने बिहार की NDA सरकार पर भी निशाना साधा है. इस गठबंधन में उनकी खुद की पार्टी भी शामिल है. उन्होंने कहा है,

बिहार में जिस तरह से अपराध बढ़ रहे हैं और कानून व्यवस्था ध्वस्त हो रही है, ये चिंता का विषय है. अगर पटना के पॉश इलाके में ऐसी घटना हुई है, तो गांवों में क्या हो रहा होगा, इसकी कल्पना ही की जा सकती है. सुशासन के लिए जानी जाने वाली सरकार के राज में ऐसी घटनाएं होना चिंताजनक है, तब विपक्ष को बोलने का मौका मिलेगा. ऐसी घटना फिर से न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है.

ये भी पढ़ें: बिहार में चुनाव लड़ने का ढिंढोरा पीटने के पीछे चिराग की प्लानिंग क्या है?

चिराग ने चुनाव लड़ने का एलान तो कर दिया है लेकिन जहां तक चिराग की सीट का सवाल है, अब तक ये स्पष्ट नहीं है कि वो किस सीट से चुनाव लड़ेेंगे. लेकिन उनके जीजा और जमुई से सांसद अरुण भारती ने 2 जुलाई को इसके संकेत दिए थे. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक्स पर लिखा था कि चिराग शाहाबाद की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.

वीडियो: चिराग पासवान ने NDA नेताओं पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए क्या कहा?

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