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मुंबई में BMC ने जैन मंदिर तोड़ा, HC में सुनवाई से पहले ही कार्रवाई, सड़कों पर उतरे लोग

Jain Mandir Demolition in Mumbai: BMC ने मंदिर को नोटिस भेजा था. नोटिस मिलने के बाद जैन मंदिर के अधिकारी बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंचे थे. लेकिन कोर्ट में सुनवाई से पहले ही BMC ने कार्रवाई कर दी.

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Jain Mandir Demolition in Mumbai
जैन समाज ने विरोध प्रदर्शन किया. (तस्वीर: इंडिया टुडे)
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मुस्तफा शेख
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19 अप्रैल 2025 (Published: 05:55 PM IST) कॉमेंट्स
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मुंबई के विले पार्ले इलाके में BMC ने 35 साल पुराने एक जैन मंदिर (Mumbai Jain Mandir Demolition) को तोड़ दिया. पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर के तोड़े जाने पर जैन समुदाय के लोगों में आक्रोश देखा गया. उन्होंने BMC की इस कार्रवाई को अनुचित बताया और जोरदार विरोध किया. हालांकि, BMC ने आश्वासन दिया कि लोगों को उस जगह प्रार्थना करने की अनुमति दी जाएगी. इसके बाद प्रदर्शन खत्म कर दिए गए.

विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड़ और स्थानीय भाजपा विधायक पराग अलावाणी भी मौजूद थे. इस बीच कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा है,

मुंबई की सड़कों पर जन सैलाब उमड़ा है. सालों पुराने दिगंबर जैन मंदिर को BMC द्वारा बिना सुनवाई ध्वस्त करने की कारवाई से जैन समाज आहत है. धार्मिक स्थलों और संस्थानों को लगातार निशाना बनाये जाने से देश के अल्पसंख्यक समाज में भारी रोष है. भाजपा को देश की सहिष्णुता और सौहार्द से आखिर क्या दुश्मनी है?

इस पोस्ट के साथ खेड़ा ने एक वीडियो भी चस्पा किया है. इसमें लोगों की भीड़ देखी जा सकती है. 

"सीएम ऑफिस से कंट्रोल हो रहा BMC"

शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने इस मामले को लेकर BMC और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने लिखा है कि जैन समाज दो दिन से विरोध कर रहा है. उन्होंने कहा,

BMC अब पूरी तरह से मुख्यमंत्री कार्यालय और शहरी विकास मंत्री के कार्यालय द्वारा नियंत्रित है. 

उन्होंने लिखा कि भाजपा के नेता इस विरोध प्रदर्शन में क्यों हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने कहा,

वो (भाजपा नेता) नौटंकी कर रहे हैं! उनके BMC में ही एक अवैध ऑफिस है और उन्हें रियल एस्टेट और ऐसे मामलों का बहुत बड़ा अनुभव है.

BMC ने क्या जवाब दिया?

BMC पर बिना सुनवाई के कार्रवाई करने के आरोप लगे हैं. इस पर उन्होंने कहा है कि मंदिर अवैध था. उन्होंने कहा,

कुछ दिन पहले ही मंदिर के अधिकारियों को नोटिस भेजा गया था. BMC ने उनसे अनुरोध किया था कि वो संरचना को गिरा दें. नहीं तो कार्रवाई करनी पड़ेगी. 

नोटिस मिलने के बाद जैन मंदिर के अधिकारी बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंचे थे. लेकिन कोर्ट में सुनवाई से पहले ही BMC ने कार्रवाई कर दी.

वीडियो: कुणाल कामरा-एकनाथ शिंदे विवाद पर कंगना रनौत का आया बयान, BMC की कार्रवाई पर क्या बोलीं?

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