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हिंदू रक्षा दल ने रेलवे स्टेशन पर लगी तस्वीर को औरंगजेब समझ कालिख पोती, निकली किसी और की

Ghaziabad: रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की सुंदरता बढ़ाने के लिए कई चित्र बनाए गए थे. 18 अप्रैल को हिंदू रक्षा दल के लगभग 20 कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन पहुंच गए. यहां कार्यकर्ताओं ने एक पेंटिंग को Aurangzeb की तस्वीर समझकर उस पर कालिख पोत दी.

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aurangzeb painting blackened In Ghaziabad Railway stationIn DRM said It was a photo of Bahadur Shah Zafar
हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं में औरंगजेब की तस्वीर को लेकर नाराजगी थी (फोटो: आजतक)
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अर्पित कटियार
18 अप्रैल 2025 (Updated: 18 अप्रैल 2025, 05:13 PM IST) कॉमेंट्स
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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर बनी पेंटिग्स को लेकर जमकर हंगामा हुआ. हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने स्टेशन पर बनाई गई एक तस्वीर को औरंगजेब की तस्वीर समझकर उस पर कालिख पोत दी (Aurangzeb Painting Blackened). इसके बाद DRM ने उस तस्वीर की सच्चाई बताई है.

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की सुंदरता बढ़ाने के लिए कई चित्र बनाए गए थे. 18 अप्रैल को हिंदू रक्षा दल के लगभग 20 कार्यकर्ता गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पहुंच गए. कार्यकर्ताओं ने पहले जमकर नारेबाजी की, फिर एक पेंटिंग को औरंगजेब की तस्वीर समझकर उस पर कालिख पोत दी. पेंटिंग पर कालिख पोतने के बाद उन्होंने उस पर ‘हिंदू रक्षा दल’ लिख दिया. 

दरअसल कार्यकर्ताओं में औरंगजेब की तस्वीर को लेकर नाराजगी थी. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा,

“रेलवे सरकारी संपत्ति है. हम चाहते हैं कि भारत की पावन धरती से औरंगजेब का नामो-निशान हटा दिया जाए. मुस्लिम आक्रांताओं की तस्वीरों का क्या मतलब है? इन्होंने हिंदुस्तान को लूटा. यह नहीं चलने दिया जाएगा. अफसरों को इसका संज्ञान लेना चाहिए.”

विवाद बढ़ने पर मौके पर GRP पहुंच गई, जिसके बाद कार्यकर्ता वहां से निकल गए.

ये भी पढ़ें: "बाबरी दोहराने का सही समय आ गया", औरंगजेब विवाद के बीच मंत्री नितेश राणे का बयान

DRM ने बताई पेंटिंग की सच्चाई

इस मामले को लेकर DRM का कहना है कि जिस तस्वीर पर कालिख पोती गई है, वह औरंगजेब की थी ही नहीं, बल्कि आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की थी. DRM पुष्पेश रमन त्रिपाठी ने कहा,

“हम इस मामले पर अभी पूरी जानकारी जुटा रहे हैं. लेकिन वो तस्वीर औरंगजेब की नहीं थी. वह बहादुर शाह जफर की तस्वीर थी. बहादुर शाह जफर ने 1857 की लड़ाई में अच्छी भागीदारी निभाई थी. पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाना गलत है. जानकारी संज्ञान में आई है. हम इस पर कार्रवाई करेंगे.”

इस घटना के कई वीडियो सामने आए हैं. इनमें कार्यकर्ताओं को भगवा झंडे लहाराते और नारेबाजी करते देखा जा सकता है. कुछ कार्यकर्ताओं के हाथों में ब्लैक कलर का स्प्रे भी दिख रहा है.

वीडियो: औरंगजेब की कब्र की लड़ाई में कैसे सुलग उठा नागपुर? हिंसा की पूरी कहानी

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