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गड्ढों से परेशान होकर बेंगलुरु छोड़ रही 10 हजार करोड़ी कंपनी अब कहां जाएगी? यहां से बड़ा ऑफर

CEO राजेश कुमार याबाजी का कहना था कि बेंगलुरु शहर की सड़कें गड्ढों और धूल से भरी हैं, जिससे उनके सहकर्मियों को ऑफिस आने-जाने में 1.5 घंटे से भी ज्यादा का औसत समय लगता है.

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Andhra Minister invites Bengaluru firm to Vizag after CEO slams city poor roads
याबाजी ने सोशल मीडिया पर बेंगलुरु की आउटर रिंग रोड (ORR) की बदतर हालत को लेकर एक पोस्ट लिखा था. (फोटो- इंडिया टुडे)
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प्रशांत सिंह
17 सितंबर 2025 (Updated: 17 सितंबर 2025, 08:51 PM IST)
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बेंगलुरु की सड़कों पर गड्ढों से परेशान BlackBuck नाम की कंपनी के CEO ने शहर से अपना ऑपरेशन बंद कर दिया. लेकिन कंपनी के लिए सभी दरवाजे बंद नहीं हुए हैं. आंध्र प्रदेश के आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने कंपनी को विशाखापट्टनम आने का सुझाव दिया है (Andhra Minister invites Bengaluru firm to Vizag).

X पर BlackBuck के CEO और को-फाउंडर राजेश कुमार याबाजी के पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए नारा लोकेश ने लिखा,

"हाय राजेश, क्या आप अपनी कंपनी को विशाखापट्टनम ला सकते हैं? हम भारत के टॉप 5 सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल हैं. बेस्ट इन क्लास इंन्फ्रा बना रहे हैं और महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहर हैं. कृपया मुझे मैसेज भेजें."

लोकेश ने बेंगलुरु स्थित लॉजिस्टिक्स टेक्नोलॉजी कंपनी BlackBuck को विशाखापट्टनम आने का न्योता दिया. याबाजी ने सोशल मीडिया पर बेंगलुरु की आउटर रिंग रोड (ORR) की बदतर हालत को लेकर एक पोस्ट लिखा था. जहां गड्ढों और धूल से भरी सड़कें और भारी ट्रैफिक जाम ने कंपनी को बेलंदूर स्थित ऑफिस से बाहर जाने पर मजबूर कर दिया.

राजेश याबाजी का कहना था कि शहर की सड़कें गड्ढों और धूल से भरी हैं, जिससे उनके सहकर्मियों को ऑफिस आने-जाने में 1.5 घंटे से भी ज्यादा का औसत समय लगता है. उन्होंने कहा कि उन्हें इसे ठीक करवाने की प्रशासन की कोई खास इच्छा भी नहीं दिखती है. याबाजी ने इस संबंध में एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,

“ORR (बेलंदूर) पिछले 9 सालों से हमारा ऑफिस और घर रहा है, लेकिन अब यहां काम जारी रखना बहुत मुश्किल हो गया है. हमने यहां से जाने का फैसला किया है… मेरे सहकर्मियों का आने-जाने का समय औसत डेढ़ घंटे (एक तरफ से) तक बढ़ गया है. सड़कें गड्ढों और धूल से भरी हैं, और उन्हें ठीक करवाने की कोई खास इच्छा नहीं दिखती है. साथ ही अगले 5 सालों तक इसमें कोई बदलाव होता नहीं दिख रहा.”

ORR, बेंगलुरु शहर के IT कॉरिडोर में से एक है. यहां पर अक्सर ट्रैफिक की समस्या बनी रहती है. 

बिजनेस टुडे के अनुसार सितंबर 2025 में BlackBuck की वैल्यू 10,900 करोड़ रुपये ($1.3 बिलियन) से ज्यादा की है. 2015 में कंपनी बनी थी और इसका आधिकारिक नाम जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस (Zinka logistics Solution) है.

BlackBuck ट्रक ऑपरेटरों के लिए भारत के सबसे बड़े डिजिटल प्लेटफॉर्म में से एक है. ये ट्रक ड्राइवरों को एप के जरिए ऑनलाइन सर्विस मुहैया कराता है. ये प्‍लेटफॉर्म ट्रक ड्राइवरों को पेमेंट, वाहन ट्रैकिंग, माल ढुलाई के लिए बाजार और उनके काम को आसान और बेहतर बनाने के लिए फाइनेंस विकल्प जैसी सेवाएं देता है.

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