खड़े होने पर चक्कर आता है, अंधेरा छा जाता है, जानें ये समस्या क्या है
जब हम उठते हैं तो शरीर में मौजूद खून नीचे की तरफ खिंचता है. इस वजह से बीपी ड्रॉप हो जाता है.
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क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है, आप अचानक से खड़े हुए और आपका सिर चकरा गया. चक्कर आने के साथ-साथ आंखों के सामने अंधेरा छा गया. लेकिन कुछ ही माइक्रोसेकंड में ये ठीक भी हो गया. पता है ऐसा क्यों होता है? क्योंकि आपका ब्लड प्रेशर गिरता है. ड्रॉप करता है.
डॉक्टर से जानिए कि अचानक खड़े होने पर ब्लड प्रेशर ड्रॉप क्यों होता है? किन लोगों को ये समस्या ज़्यादा होती है? लगातार ऐसा होता रहे तो क्या दिक्कतें आ सकती हैं? और इसका इलाज क्या है?
अचानक खड़े होने पर ब्लड प्रेशर क्यों ड्रॉप होता है?ये हमें बताया डॉक्टर प्रतीक चौधरी ने.

ये अनुभव बहुत आम है, कई लोगों ने महसूस किया होगा. सोकर उठने के बाद जब खड़े होते हैं तो हल्के चक्कर आते हैं. आंखों से सामने अंधेरा छा जाता है. ऐसा ग्रैविटी और इनर्शिया की वजह से होता है.
दरअसल, जब हम उठते हैं तो गुरुत्वाकर्षण और जड़त्व की वजह से शरीर में मौजूद खून नीचे की तरफ खिंचता है. इस वजह से बीपी ड्रॉप हो जाता है. गले की धमनियों में बैरोरिसेप्टर होते हैं, जो ब्लड प्रेशर सेंसिटिव होते हैं.
जैसे ही इन बैरोरिसेप्टर को पता चलता है कि ब्लड प्रेशर कम हो गया है. ये तुरंत ही दिल की धड़कन को बढ़ा देते हैं. धमनियों को सिकोड़ देते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर वापस नॉर्मल लेवल पर आ जाता है. इसलिए ब्लड प्रेशर बहुत कम समय के लिए ड्रॉप होता है. ज़्यादातर लोगों में चक्कर आने या आंखों के सामने अंधेरा छाने जैसे लक्षण नहीं दिखते हैं. लेकिन कई कंडीशंस में ये रिफ्लेक्स धीमा हो जाता है, तब ये दिक्कत महसूस होती है.
किन लोगों को ये समस्या होती है?ये समस्या ज़्यादातर बुज़ुर्गों को होती है. उनमें ब्लड प्रेशर को नॉर्मल करने वाले बैरोरिसेप्टर धीरे काम करते हैं. ब्लड प्रेशर की कई दवाओं के कारण भी खड़े होने पर ब्लड प्रेशर ड्रॉप हो सकता है. डायबिटीज़ की वजह से ऑटोनॉमिक न्यूरोपैथी हो सकती है. इसकी वजह से ऐसा होता है. प्रेग्नेंट महिलाओं में भी ये समस्या होती है. डिहाइड्रेशन के कारण शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है. इसकी वजह से खड़े होने पर ब्लड प्रेशर ड्रॉप होता है.

-उठते ही चक्कर आएंगे, आंखों के सामने अंधेरा छा जाएगा.
-गिरने का रिस्क है, चोट लग सकती है.
-अगर बार-बार ऐसा हो, तो दिमाग में खून का फ्लो कम हो सकता है.
-इसके चलते आगे जाकर कई तकलीफें हो सकती हैं.
इलाज-पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं.
-शरीर में नमक की कमी न होने दें.
-डॉक्टर से बात करके नमक की मात्रा डाइट में बढ़ा सकते हैं.
-शुगर कंट्रोल में रखें ताकि ऑटोनॉमिक न्यूरोपैथी न हो और ब्लड प्रेशर गिरकर, तुरंत नॉर्मल रेंज में आ जाए.
-जिन लोगों को ऐसे लक्षण महसूस होते हैं, वो पैरों में कम्प्रेशन स्टॉकिंग्स पहन सकते हैं.
-इन सब चीज़ों के अलावा, कुछ दवाइयां भी आती हैं.
-ये उन मरीज़ों को दी जाती हैं, जिनमें ये लक्षण बार-बार नज़र आते हैं.
-ये दवाइयां इस दिक्कत को दूर करने में मदद करती हैं.
-अगर उठने पर चक्कर आ रहे हैं, आंखों के सामने अंधेरा छा रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और अपना इलाज करवाएं.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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