सर्दियां आते ही डैंड्रफ से परेशान हो गए? ये वाला शैंपू काम आएगा
किस किस्म का डैंड्रफ है, ये जानना बहुत ज़रूरी है. एक तरह का डैंड्रफ फंगल इन्फेक्शन के कारण होता है. ऑटोइम्यून कंडीशन सोरायसिस की वजह से भी डैंड्रफ होता है.

क्या आपके बालों में खूब डैंड्रफ हो गया है? आप भी काले कपड़े पहनने से हिचकने लगे हैं? तो ज्वाइन द क्लब. इस मौसम में डैंड्रफ होना बहुत ही आम है. इसके लिए ज़्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं है. लेकिन हां, इस पर ध्यान देना ज़रूरी है. क्योंकि डैंड्रफ आपकी स्किन और बालों के लिए नुकसानदेह है. आजकल माथे और पीठ पर जो दाने निकल रहे हैं न, इसके पीछे भी डैंड्रफ का हाथ है.
लेकिन सर्दियों के मौसम में डैंड्रफ की समस्या बढ़ क्यों जाती है. डैंड्रफ से क्या नुकसान होता है और डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए क्या कर सकते हैं. चलिए, डॉक्टर से समझते हैं.
सर्दियों में डैंड्रफ की समस्या क्यों बढ़ जाती है?ये हमें बताया डॉक्टर सोमा सरकार ने.

सर्दियों में हवा बहुत ड्राई होती है. इस वजह से स्किन में नमी कम हो जाती है. स्किन और बाल दोनों ड्राई हो जाते हैं, इसलिए डैंड्रफ बढ़ जाता है. डैंड्रफ भी अलग-अलग तरह का होता है. जैसे ड्राई और वेट डैंड्रफ. कुछ मेडिकल कंडीशंस की वजह से भी डैंड्रफ होता है. लेकिन, इस मौसम में ठंड की वजह से समस्या ज़्यादा बढ़ जाती है.
डैंड्रफ से क्या नुकसान होता है?किस किस्म का डैंड्रफ है, ये जानना बहुत ज़रूरी है. एक प्रकार का डैंड्रफ फंगल इन्फेक्शन के कारण होता है. ऑटोइम्यून कंडीशन सोरायसिस की वजह से भी डैंड्रफ होता है. इसलिए डैंड्रफ का कारण जानना ज़रूरी है. अगर डैंड्रफ का इलाज न किया जाए तो स्कैल्प की स्किन को नुकसान पहुंचता है. दर्द भी हो सकता है. बाल ज़्यादा टूटते हैं, उनकी ग्रोथ पर असर पड़ता है. इससे बालों की क्वालिटी ख़राब हो जाती है. डैंड्रफ अगर चेहरे या पीठ पर गिरता है तो उससे एक्ने हो सकता है.

डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए सिंपल रूटीन फॉलो करें. जैसे स्कैल्प की अच्छी तरह सफ़ाई करें, बालों को धोना ज़रूरी है. आप किस तरह का शैम्पू इस्तेमाल कर रहे हैं, इसपर भी ध्यान देना ज़रूरी है. अगर वेट डैंड्रफ है, तो आपको एंटी-फंगल शैम्पू इस्तेमाल करना चाहिए. अगर सोरायसिस की वजह से डैंड्रफ है, तो इसमें रूसी की परत मोटी होती है. तब आपको कोल टार बेस्ड शैम्पू इस्तेमाल करना चाहिए. कुल मिलाकर डैंड्रफ टाइप के हिसाब से शैम्पू बदलना चाहिए. इस चीज़ का ध्यान रखना ज़रूरी है.
अगर डैंड्रफ बहुत ज़्यादा है तो उसका इलाज करवाइए, सिर्फ़ घरेलू नुस्खों के भरोसे मत रहिए. डॉक्टर से मिलिए और डैंड्रफ के हिसाब से इलाज लीजिए. सिर्फ़ नींबू और सिरका लगाने से डैंड्रफ नहीं जाता. डैंड्रफ से निपटने के लिए साइंटिफिक फ़ॉर्मूला बेस्ड प्रोडक्ट की ज़रुरत होती है. इस मौसम में बालों की स्टाइलिंग अवॉइड करें. बालों में वैक्स जैसी चीज़ें न लगाएं. बालों में कलर, केमिकल ट्रीटमेंट न करवाएं. एंटी-डैंड्रफ शैम्पू इस्तेमाल करें और बालों की सफ़ाई रखें.
सर्दियों में हम ज़्यादातर गर्म पानी से नहाते हैं, इससे स्किन और ज़्यादा रूखी हो जाती है. इसलिए गुनगुने पानी से नहाइए. आप बालों में तेल लगा सकते हैं, पर शैम्पू से केवल 1 या 2 घंटे पहले. रातभर बालों में तेल लगा न छोड़ें. अगर डैंड्रफ बहुत ज़्यादा है तो डॉक्टर से ज़रूर मिलें. आपको स्कैल्प पर लगाने और बाल धोने के लिए मेडिकेटिड प्रोडक्ट्स दिए जाएंगे.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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