The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • Health
  • sore throat in winter causes & prevention tips

गले में खराश है? ये चीज़ें खाइए, तुरंत आराम मिलेगा

गले में खराश होने का सबसे आम कारण वायरस या बैक्टीरिया का इंफेक्शन है. लगभग 25-30% मरीज़ों में वायरस का इंफेक्शन होता है.

Advertisement
sore throat in winter causes & prevention tips
सर्दियों में गले में खराश होना बहुत आम है
19 दिसंबर 2024 (Published: 01:37 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

ठंड शुरू हुई नहीं, कि गले में खिच-खिच शुरू. खराश शुरू. वैसे तो, ये दिक्कत कभी भी हो जाती है. किसी भी मौसम में. मगर, इन दिनों यानी सर्दियों में ये दिक्कत कुछ ज़्यादा ही होती है. ज़रा सी हवा लग जाए. कुछ ठंडा खा-पी लिया, दिक्कत शुरू. 

sore throat in winter
खराश के साथ ज़ुकाम और खांसी भी होने लगती है  (सांकेतिक तस्वीर)

अच्छा, इस मौसम में खराश अकेले नहीं आती. ये अपने कुछ दोस्त साथ लेकर आती है. यानी गले की तीन-चार दिक्कतें कॉम्प्लिमेंट्री मिलती हैं. जैसे ज़ुकाम. खांसी. खाना-पानी निगलने में दर्द. मगर, ये गले में खराश होती क्यों है. इससे छुटकारा कैसे पाएं. और, खाने की किन चीज़ों से गले की खराश ठीक हो सकती है. ये हमने पूछा डॉक्टर साहब से. 

सर्दियों में गले में खराश क्यों हो जाती है?

ये हमें बताया डॉ. विकास मित्तल ने. 

dr vikas mittal
डॉ. विकास मित्तल, डायरेक्टर, वेलनेस होम क्लीनिक एंड स्लीप सेंटर, नई दिल्ली

गले में खराश होने का सबसे आम कारण वायरस या बैक्टीरिया का इंफेक्शन है. लगभग 25-30% मरीज़ों में वायरस का इंफेक्शन होता है. ये वायरस कोविड वायरस, एडिनोवायरस, रेस्पिरेटरी सिंशियल वायरस और अन्य वायरस हो सकते हैं.

दूसरा कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है. बैक्टीरिया एक तरह का कीटाणु है. इसमें ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस और अन्य कीटाणु शामिल हैं, जिसकी वजह से गले में खराश होती है. वायरस से होने वाली गले की खराश के साथ कुछ दूसरे लक्षण भी दिखाई देते हैं. जैसे गले में जलन, नाक बहना, आंखों से पानी आना. इसके साथ खांसी भी हो सकती है. वहीं बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण गले में पस पॉइंट (मवाद) बन जाते हैं. गले में गिल्टियां (गांठें) भी हो जाती हैं. 

sore throat
कोई और दिक्कत नहीं है तो गले में खराश को आसानी से ठीक किया जा सकता है (सांकेतिक तस्वीर)
गले में खराश से छुटकारा कैसे पाएं?

अगर गले में खराश है लेकिन सांस लेने में दिक्कत, आवाज़ में बदलाव, या घुटन जैसी समस्या नहीं है. तब इसे घर पर ठीक किया जा सकता है. हालांकि, अगर खराश के साथ सांस लेने में परेशानी और आवाज़ में फर्क आ रहा है. बुखार न उतर रहा हो और एक हफ्ते लगातार खांसी हो, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. 

घर पर गले में खराश का इलाज दो हिस्सों में किया जाता है. आप पैरासिटामॉल दवाई खा सकते हैं. गले के लिए गार्गल मेडिसिन, थ्रोट स्प्रे और लॉजेंजस ले सकते हैं. लॉजेंजस छोटी गोलियां होती हैं, जिन्हें मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसते हैं. कई तरह के हर्बल लॉजेंजस भी आते हैं.

वहीं गार्गल करने से गले की खराश और निगलने में होने वाली दिक्कत कम हो जाती है. फिर आप आसानी से खाना और पानी ले सकते हैं. आप चाहें तो थ्रोट स्प्रे ले सकते हैं या नमक वाले पानी से गरारा कर सकते हैं.

sore throat
गले में खराश हो तो गर्म पानी, चाय, सूप पिएं (सांकेतिक तस्वीर)
खाने की किन चीज़ों से ठीक होती है गले में खराश?

आप हर्बल टी पी सकते हैं. कोई गरम तरल पदार्थ ले सकते हैं. जैसे चाय, सूप, गर्म पानी. इनसे शरीर हाइड्रेट रहता है और खराश जल्दी ठीक होती है. खाने में कठोर चीज़ें न लें, मुलायम चीज़ें खाएं. जैसे सूजी का हलवा. इससे गला तर रहता है और दिक्कत नहीं होती. खट्टी या ठंडी चीज़ों से परहेज़ करें. हालांकि अगर गले में बहुत दर्द है तो बर्फ, आइसक्रीम या फ्रोज़न योगर्ट ले सकते हैं.

इसके अलावा, प्रदूषण से बचें और ध्यान रखें कि घर में कोई सिगरेट न पिएं. खुद भी सिगरेट पीने से परहेज़ करें. अगर मुमकिन हो तो ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें या गर्म पानी की भाप लें. जब भाप लें, तो उसे बंद कमरे में थोड़ी देर रहने दें. इसके अलावा, अपने खाने का ध्यान रखें. भरपूर नींद लें और शरीर को आराम दें. खूब सारा फ्लूइड पिएं, ताकि गला जल्दी ठीक हो सके.

हालांकि अगर गले में खराश के साथ आवाज़ में फर्क और सांस लेने में दिक्कत हो या आवाज़ भारी हो जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर एंटीबायोटिक्स या दूसरे तरीकों से आपका इलाज करेंगे

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप' आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

वीडियो: सेहतः सर्दियों में स्किन ड्राई क्यों हो जाती है? इससे निजात कैसे पाएं?

Advertisement

Advertisement

()