शहद गर्म करने से 'ज़हर' बन जाता है? डॉक्टर से जानिए इस सवाल का जवाब
एक हेल्दी इंसान एक दिन में 1 से 2 चम्मच शहद खा सकता है.

क्या शहद को गर्म नहीं करना चाहिए? क्या ऐसा करने पर शहद 'ज़हर' बन जाता है?
ये सवाल उतना ही आम है, जितना ये कि पहले मुर्गी आई थी या अंडा.
आपका ये डाउट हमेशा के लिए क्लीयर कर रही हैं कैलाश हॉस्पिटल, नोएडा में चीफ डाइटिशियन सोनिका चौधरी.

डाइटिशियन सोनिका कहती हैं कि शहद को हल्का गर्म करना या उसे गुनगुने पानी में मिलाना एकदम सेफ है. बशर्ते शहद खौलता गर्म न हो. अगर शहद को बहुत ज़्यादा गर्म कर दिया जाएगा. तो वो अपने नेचुरल गुणों को खो देगा. वही गुण जो आपको फ़ायदा पहुंचाते हैं. जब शहद को 40 डिग्री सेल्सियस से ज़्यादा तापमान पर गर्म किया जाता है, तो इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट खत्म हो जाते हैं. नतीजा? शहद खाकर भी उसका फ़ायदा नहीं मिलता.
शहद को हल्का गर्म करने पर वो टॉक्सिक यानी ज़हरीला नहीं बनता. ऐसा कोई साइंटिफिक प्रूफ नहीं है, जो ये साबित करे कि हल्का गर्म किया हुआ शहद शरीर में ज़हर जैसा असर करता है. ये ज़रूर है कि जब शहद को ज़्यादा तापमान पर गर्म किया जाता है, तो उसमें शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले कुछ केमिकल बनने लगते हैं. जैसे 5-HMF यानी 5-हाइड्रॉक्सी-मिथाइल-फुर-फ्यूरल. सुनने में टंग ट्विस्टर जैसा लगता है न?
इस केमिकल से शरीर के DNA को नुकसान पहुंच सकता है. इससे कैंसर भी हो सकता है. लेकिन गर्म शहद में ये बहुत ही कम मात्रा में बनता है, इसलिए ये शरीर के लिए ख़तरा नहीं बनता.
शहद को उसके नेचुरल रूप में खाना ही सबसे अच्छा माना जाता है.
एक हेल्दी इंसान एक दिन में 1 से 2 चम्मच शहद खा सकता है. अगर छोटे बच्चे को शहद खिला रहे हैं, तो उसकी मात्रा आधे-एक चम्मच से ज़्यादा न हो. वहीं अगर किसी को डायबिटीज़ है, तो उन्हें बिना डॉक्टर या डाइटिशियन से पूछे शहद नहीं खाना चाहिए.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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