दिवाली पर खूब मीठा, तला-भुना खाया? अब जानिए डिटॉक्स कैसे करें
त्योहारों पर खाने का कौन हिसाब रखता है. खूब मीठा, तला-भुना खाया जाता है. चिंता शुरू होती है त्योहार खत्म होने के बाद.

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त्योहारों पर खाने का कौन हिसाब रखता है. खूब मीठा, तला-भुना खाया जाता है. चिंता शुरू होती है त्योहार खत्म होने के बाद. तब लोग गिल्ट में चले जाते हैं कि हाय! इतनी बदपरहेज़ी क्यों कर दी. लेकिन, चिंता नहीं. हम हैं न!
हम आपको बताएंगे कि अब आप अपने शरीर को कैसे डिटॉक्स कर सकते हैं. यानी शरीर की अंदर से कैसे सफ़ाई कर सकते हैं. आर्टेमिस हॉस्पिटल्स में क्लीनिकल न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स डिपार्टमेंट की टीम लीड, डॉक्टर अंशुल सिंह कहती हैं कि त्योहार बीतने के बाद अपने हाइड्रेशन का बहुत ध्यान रखें. शरीर में जमा गंदगी किडनी के ज़रिए पेशाब से बाहर निकलती है. जब आप कम पानी पीते हैं, तो पेशाब कम पास होता है. इससे गंदगी शरीर के अंदर ही जमा होने लगती है. इसलिए रोज़ ढाई से तीन लीटर पानी पीना बहुत ज़रूरी है. हाइड्रेशन के लिए आप सादा पानी, नींबू पानी और नारियल पानी पी सकते हैं. खीरा भी खा सकते हैं. इसमें लगभग 95 पर्सेंट तक पानी होता है.
शरीर को डिटॉक्स करना है, तो सेब ज़रूर खाइए. इसमें फाइबर होता है. ये हाज़मा सुधारता है. इससे न तो आपको कब्ज़ होती है. न ही दस्त लगते हैं. फाइबर की वजह से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. कोलेस्ट्रॉल लेवल घटाने में भी मदद मिलती है.
फाइबर आपकी भूख को भी कंट्रोल करता है. ये पेट में जाकर धीरे-धीरे टूटता है. इससे पाचन में टाइम लगता है. आपको जल्दी भूख नहीं लगती. नतीजा? वज़न घटाने में मदद मिलती है.
सेब में एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं. ये शरीर के सेल्स को नुकसान से बचाते हैं. सेल शरीर का बेसिक यूनिट हैं. शरीर का हर हिस्सा सेल से बना है. जब सेल्स को नुकसान पहुंचता है, तो बीमारियां शरीर को घेरने लगती हैं. लेकिन जब सेल्स मज़बूत होते हैं, तो बीमारियों का रिस्क घटता है.
शरीर को डिटॉक्स करने में हरी सब्ज़ियां भी बहुत मदद करती हैं. जैसे पालक, मेथी, ब्रॉकली, बीन्स और सरसों का साग वगैरा. इनमें क्लोरो-फिल होता है. जो टॉक्सिंस यानी ज़हरीले पदार्थों से बंधकर उन्हें शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है.
त्योहारों में लोग खूब फ्राइड फूड और मिठाइयां खाते हैं. ऐसे स्नैक्स खाते हैं, जो बहुत प्रोसेस्ड होते हैं. इनसे पाचन तंत्र पर बोझ पड़ता है. उसके काम करने की क्षमता घटने लगती है. इसलिए इस बोझ को हल्का करना ज़रूरी है. इसके लिए आपको त्योहार बीतने के बाद हल्का खाना खाना है. जैसे खिचड़ी, सूप, दलिया और मूंग की दाल वगैरा. इन्हें पचाना आसान होता है. पाचन तंत्र को आराम मिलता है. और, शरीर नैचुरली डिटॉक्स होता है.

आपको अपनी डाइट में अदरक भी शामिल करनी चाहिए. इसे आप खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं. या चाय में डाल सकते हैं. अदरक में एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं. ये पाचन तंत्र को आराम पहुंचाता है और शरीर की अंदरूनी सूजन घटाता है. अदरक खाने से इम्यून सिस्टम भी मज़बूत रहता है.
आपकी डाइट में कोई न कोई प्रोबायोटिक फूड भी ज़रूर होना चाहिए. प्रोबायोटिक फूड यानी खाने की वो चीज़ें जिनमें गुड बैक्टीरिया होते हैं. इन्हें हमारी सेहत के लिए अच्छा माना जाता है. ये हाज़मा सुधारते हैं. कब्ज़, गैस और दस्त जैसी दिक्कतें नहीं होतीं. इनसे इम्यूनिटी भी मज़बूत होती है. आप कम बीमार पड़ते हैं. प्रोबायोटिक के लिए आप योगर्ट, दही, छाछ और कांजी ले सकते हैं.
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए आप ग्रीन टी पी सकते हैं. ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. खासकर EGCG यानी एपिगैलो-कैटेचिन गैलेट. ग्रीन टी पीने से शरीर के सेल्स नुकसान से बचे रहते हैं. इसमें लिवर के सेल्स भी शामिल हैं. इससे लिवर ठीक से काम कर पाता है. एक दिन में दो-तीन कप ग्रीन टी पीना काफी है.
इसके साथ ही, अच्छी नींद लेना और कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइज़ करना ज़रूरी है.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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