तमिलनाडु के रिफत शारूक की सैटेलाइट NASA ने लॉन्च की? कश्मीर फ़ाइल्स से क्या है कनेक्शन
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि कश्मीर फ़ाइल्स को प्रमोट करने के चक्कर में इतनी बड़ी ख़बर छिपाई गई.
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दावा
सोशल मीडिया पर पीली टीशर्ट पहने कुछ बच्चों की तस्वीर वायरल हो रही है. दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर तमिलनाडु की है, जहां के कुछ स्टूडेंट्स ने दुनिया की सबसे छोटी सैटेलाइट बनाई है. दावे के मुताबिक, सैटेलाइट का वज़न सिर्फ 64 ग्राम है. इसका नाम 'कलामसैट' है, जिसे नासा ने स्पेस में लांच किया है.
वायरल दावे
के कैप्शन में लिखा है - (आर्काइव
)
कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने न्यूज़ मीडिया पर 'द कश्मीर फाइल्स' फ़िल्म को प्रमोट करने और ये ख़बर न दिखाने का आरोप लगाते हुए ये दावा शेयर किया. (आर्काइवभारत ने कल इतिहास रच दिया जब तमिलनाडु की 18 वर्षीय विद्यार्थी #रिफात_फारुक
भूतपूर्व राष्ट्रपति कलाम साहब को सम्मान देते हुए इस सैटेलाइट का नाम 'Kalamsat' रखा गया है। इसका वजन सिर्फ 64 ग्राम है। मुबारकबाद.. pic.twitter.com/BMqNRlxJ3V
द्वारा तैयार किए गए दुनिया के सबसे छोटे सैटलाइट को 'NASA' ने लांच किया।
— CHAND MOHAMMAD (@Chand_RMM) March 24, 2022
) (आर्काइव
)
वायरल दावा.
दुनिया की सबसे छोटी सैटेलाइट से जुड़ा वायरल दावा.
पड़ताल 'दी लल्लनटॉप' ने वायरल दावे की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला. तमिलनाडु के 18 वर्षीय छात्र रिफत शारूक ने अभी नहीं बल्कि साल 2017 में अपनी टीम के साथ 'कलामसैट' नामक दुनिया की सबसे छोटी सैटेलाइट बनाई थी.
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने वायरल हो रही तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च की मदद से इंटरनेट पर खोजा. हमें ANI के ट्विटर अकाउंट पर 22 जून, 2017 का एक ट्वीट
मिला. (आर्काइव
)
ट्वीट का कैप्शन अंग्रेज़ी में है. उसका हिंदी अनुवाद जान लीजिए -Chennai: Students who built the world's smallest satellite, rejoice after its launch. The satellite weighing 64 grams was launched by NASA. pic.twitter.com/ak7NP9KzUO
— ANI (@ANI) June 22, 2017
चेन्नई: दुनिया का सबसे छोटा सैटेलाइट बनाने वाले छात्र इसके प्रक्षेपण के बाद खुश हैं. 64 ग्राम वजनी इस सैटेलाइट को नासा ने लॉन्च किया था.साथ ही, दावे से जुड़े कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें The Indian Express
की वेबसाइट पर इस सैटेलाइट लांच से जुड़ा एक आर्टिकल भी मिला. (आर्काइव
)
The Indian Express की वेबसाइट पर मिले आर्टिकल का स्क्रीनशॉट.
23 जून, 2017 को पब्लिश किये गए इस आर्टिकल में मिली जानकारी के मुताबिक सैटेलाइट को बनाने वाले 18 वर्षीय रिफत शारूक ने बताया कि -
साथ ही हमें WIONयह एक 3डी प्रिंटेड सैटेलाइट है. यह पहली बार है कि अंतरिक्ष में 3डी प्रिंटिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. हमने इतिहास रच दिया है. दुनिया का सबसे छोटा सैटेलाइट अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया है. मेरी टीम के बिना यह संभव नहीं था.
न्यूज़ के ऑफीशियल यूट्यूब चैनल पर 22 जून, 2017 को पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला. इस वीडियो में सैटेलाइट लांच से जुड़ी जानकारी मौजूद है. (आर्काइव
)
नतीजा ‘दी लल्लनटॉप’ की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ. वायरल पोस्ट में जिस सैटेलाइट लांच की बात की जा रही है उसे साल 2017 में तमिलनाडु के एक 18 वर्षीय छात्र रिफत शारूक ने अपने साथियों के साथ मिलकर बनाया था. 'कलामसैट' नामक इस सैटेलाइट को साल 2017 में नासा ने लांच किया था. इस सैटेलाइट के अभी लांच होने के दावे भ्रामक हैं.
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