फैक्ट चेक: क्या योगी आदित्यनाथ ने सरकारी मर्सिडीज़ लेने से इनकार कर दिया?
योगी आदित्यनाथ की जिस बात के लिए तारीफ की जानी चाहिए थी, फैन्स उससे कुछ ज्यादा ही आगे चले गए...
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सोशल मीडिया पर योगी आदित्यनाथ की सरकारी गाड़ी से जुड़ा ये पोस्ट वायरल हो रहा है.
क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी मर्सिडीज लेने से इनकार कर दिया? सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट में ये दावा किया जा रहा है. इस पड़ताल में हम यही Fact Check करेंगे.क्या है इस वायरल पोस्ट में? एक कार्ड है. इसमें योगी आदित्यनाथ की मिसाल दी गई है. लिखा है कि एक योगी हैं मुख्यमंत्री. जिन्होंने सरकारी मर्सिडीज लेने से इनकार कर दिया. इसके बाद बिना नाम लिए किसी पूर्व मुख्यमंत्री पर तंज कसा गया है. कि वो तो शौचालय का मग भी उठाकर ले गए. नाम नहीं होने के बावजूद समझ आता है कि ये इशारा अखिलेश यादव की तरफ है. इस तंज का रेफरेंस अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री आवास खाली करने से जुड़ा है. तब तस्वीरें आई थीं. अखिलेश के बंगले की टाइल्स उखाड़ दी गई थीं. क्यारियां तक खोद दी गई थीं. नल की टोंटी गायब होने जैसी बातें आई थीं. शौचालय से मग ले जाने वाली बात उसी क्रम की अतिशयोक्ति है.

ये पोस्ट ज्यादातर बीजेपी समर्थकों से जुड़े पेजों पर शेयर हो रही है.

ये रहा वायरल पोस्ट का एक स्क्रीनशॉट

ये एक और सैंपल
सच क्या है? सच ये है कि योगी आदित्यनाथ ने नई मर्सिडीज़ लेने से इनकार किया था, लेकिन चलते वो मर्सिडीज़ में ही हैं. वैसे वो कई बार अलग-अलग गाड़ी में भी दिखते हैं.

योगी आदित्यनाथ (फोटो: IANS)
हमने सर्च किया, तो जुलाई 2017 की कई खबरें मिलीं. खबर में ये था कि राज्य के एस्टेट डिपार्टमेंट ने नए-नए मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ के लिए दो नई गाड़ियां खरीदने का प्रस्ताव दिया था. ये दोनों गाड़ियां मर्सिडीज एम गार्ड थीं. एक कार की कीमत करीब तीन करोड़ रुपये थी. लेकिन उस समय योगी ने इस नई खरीद से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि वो अखिलेश के समय खरीदी गई गाड़ियों से ही काम चलाएंगे.

ये 5 जुलाई, 2017 को आई हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट है. इसमें बताया गया है कि नई कार खरीदने का प्रस्ताव CM ने नामंजूर कर दिया है. और भी जगहों पर आई थी ये रिपोर्ट.
अखिलेश ने CM रहते हुए कौन सी गाड़ी खरीदी थी? अखिलेश जब मुख्यमंत्री थे, तो उनके लिए मर्सिडीज बेंज रेंज की कार खरीदी गई थी. उस समय इसकी कीमत तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपये थी. ऐसी ही एक कार उनके पिता मुलायम सिंह यादव के लिए भी खरीदी गई थी. चुनाव हारने के बाद अखिलेश ने वो सरकारी गाड़ी लौटा दी. जब योगी ने CM पद संभाला, तो नई गाड़ी लेने की जगह उसी गाड़ी को इस्तेमाल करने को कहा.
जब मायावती CM थीं, तब उन्होंने अपने लिए लैंड क्रूजर कार मंगवाई थी. ये मायावती के 2007 से 2012 वाले कार्यकाल की बात है. तब इसकी कीमत एक करोड़ रुपये थी.
नई कार नहीं खरीदी, मगर चलते मर्सिडीज से ही हैं यानी योगी आदित्यनाथ के लिए नई कार नहीं खरीदी गई. नई कार न खरीदने का फैसला करके उन्होंने सरकार के करीब 5 करोड़ रुपए बचाए. इसके लिए उनकी तारीफ की जानी चाहिए. मगर उनके फैन तारीफ में कुछ ज्यादा ही आगे निकल गए और गलत फैक्ट बताने लगे. जबकि फैक्ट ये है कि वो चलते मर्सिडीज में ही हैं. अखिलेश के दौर में खरीदी गई मर्सिडीज ही उनकी सरकारी सवारी है. इस हिसाब से वायरल हो रहा पोस्ट फर्ज़ी है.
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