पड़ताल: क्या इंडियन आर्मी ने कश्मीरियों के घर फूंक दिए हैं?
वायरल वीडियो को अब तक क़रीब डेढ़ लाख बार देखा जा चुका है.
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आर्टिकल 370 के बेअसर होने के बाद ऐसे वीडियो फिर वायरल हो रहे हैं.
Indian Army Burns Kashmiri People's Houses In Bandi Pura indian occupied Kashmir and world is sleeping 😴😴😴
Posted by Free Indian Occupied Kashmir
on Monday, 5 August 2019
पड़ताल
हमने इस दावे की पड़ताल की. दावे में सच्चाई कुछ और निकली. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने भी फैक्ट चेक किया है. पड़ताल में हमने पाया कि ये वीडियो बांदीपोरा का नहीं है.यह एक साल पुरानी घटना है. जम्मू-कश्मीर के बारामूला की. यहां एक गांव के चार घरों में भयंकर आग लग गयी थी. ‘Free Indian Occupied Kashmir’ नाम के एक फेसबुक पेज से 6 अगस्त को इस वीडियो को शेयर किया गया था. अभी तक इस वीडियो को एक लाख तीस हज़ार से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है. और क़रीब 8 हजार बार शेयर किया जा चुका है.
ये वीडियो पिछले साल भी वायरल हुआ था. तब भी हज़ारों बार ये वीडियो शेयर हुआ था.
ہندوستانی فوج نے بانڈی پورہ کشمیریوں کے گھروں کو آگ لگانا شروع کر دی آپ ظلم کے خلاف و مظلوم کے حق میں آواز نہیں اٹھا سکتے تو فیس بک کا استعمال چھوڑ دیں
Posted by Abdul Rauf Siddiquie
on Saturday, 6 October 2018
की रिपोर्ट में इसका ज़िक्र है. रिपोर्ट के मुताबिक, 27 मार्च, 2018 को लखीपुरा गांव में चार घर और एक गौशाला आग की चपेट में आ गए थे. इस आग में कम से कम बीस जानवरों के मरने और सात परिवारों के प्रभावित होने की खबर थी. इसके अलावा कश्मीर ऑब्ज़वर्र
ने भी यही रिपोर्ट किया है.

वायरल वीडियो का स्क्रीनग्रैब.
खबरों के मुताबिक उस समय पुलिस आग लगने का कारण पुख्ता नहीं कर पाई थी. हमें ऐसी कोई न्यूज़ रिपोर्ट भी नहीं मिली जिसमें इस हादसे के पीछे भारतीय सेना का नाम आया हो. पिछले साल ऑल्ट न्यूज़
ने भी वीडियो के साथ किए जा रहे दावे को खारिज किया था.
नतीजा
लिंक में किया जा रहा दावा बिल्कुल गलत है. ये वीडियो साल 2018 में कश्मीर के बारामूला में लगी आग का है. भारतीय सेना का इसमें कोई भी हाथ सामने नहीं आया था. जम्मू-कश्मीर के बड़े अख़बारों ने इसे रिपोर्ट किया है.Fact check: मुस्लिम युवक को जिंदा जलाने की अफवाह का राज यूपी पुलिस ने खोला