इन 7 तरीकों से लड़कियों को परेशान करते हैं दुकानदार
दिल्ली, बंबई या इलाहबाद, ये दुकानदार आपको हर जगह मिल जाएंगे.
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दिल्ली के सरोजिनी, लाजपत या जनपथ मार्केट. लखनऊ की लव-लेन या अमीनाबाद. शॉपिंग करने के लिए बहुत जिगरा चाहिए. मार्केट या मोलभाव के आईडिया बिना अगर आप पहुंच गए. पक्का ठगा जाएंगे. मार्केट के सबसे खास शोमैन होते हैं
दुकानदार, शॉपकीपर. कुछ गल्ले पर बैठते हैं. कुछ वॉशिंग मशीन का कवर लिए आपके आगे-पीछे घूमते रहते हैं. किसी भी मार्केट में जाओ, कुछ खास तरह के दुकानदार मिल ही जाते हैं.
1. दीदी जी के छोटे भईया

एक बात समझ लो. ये दुकानदार आपके रिश्तेदारों से भी ज्यादा आपके सगे होते हैं. छोटे भईया जो पूरे टाइम आपको दीदी-भईया करते रहते हैं. चाय-कोक मंगवा देते हैं, यकीन दिलाते हैं कि आप इनके लिए कितने ज़रूरी हैं. पचासों की भीड़ के बावजूद आपके कहने पर हर सूट, हर साड़ी पैकेट में से निकालकर आपको दिखाएंगे. आप अगर इनकी दुकान से सामान खरीद लेते हैं. इनका और आपका रिश्ता इतना पक्का हो जाता है कि जब आप दुकान से निकलते हैं. इनकी आंखें भर आती हैं.
2. बेईज्ज़ती करने वाले 'हाई-फाई' शॉपकीपर

ये हमेशा भिन्नाए से रहते हैं. इनको लगता है इनका स्टैंडर्ड मॉल वाला है. लेकिन फूटी किस्मत की वजह से लोकल मार्केट में दुकान खोलकर बैठना पड़ रहा है. आप दुकान में जाइए. लगेगा आपकी तरफ देखकर भी ये आप पर एहसान कर रहे हैं. ये सिर्फ और सिर्फ आपकी गलती है कि इनको सुबह-सुबह दुकान पर आना पड़ गया. अगर आपने भूलकर भी इनसे बारगेनिंग शुरू कर दी. ये साफ़-साफ कह देंगे,
रहने दीजिये, आपकी औकात का नहीं है ये कपड़ा. लेकिन जैसे ही दुकान के सामने कोई बड़ी सी गाड़ी आकर खड़ी होगी, ये खुद दरवाज़ा खोलने चले जाएंगे.
3. तुकबंदी करने वाले आशुकवि
'जलने वाले जलते रहेंगे, हमारे जूते चलते रहेंगे' 'जाते हो जाने जाना, कुर्ते हमारी शॉप से लेते जाना' ये बोलते भी हैं तो इनके मुख से कविताएं ही फूटती हैं.
4. क्योंकि फ़्लर्ट करना सेहत के लिए अच्छा होता है

ये दिल के बुरे नहीं होते. ना ही इन बेचारों की नीयत ख़राब होती है. इनका बस एक ही उद्देश्य होता है. लड़कियां इनकी दूकान में अपने पर्स खली और बैग्स भरकर ले जाएं. बस इसीलिए कोई लड़की जब तक इनकी दुकान में है. ये लोग उसकी तारीफ पे तारीफ करते रहेंगे.
अरे मैडम, आप पर तो हर रंग इतना खिल रहा है. आपकी फिगर अच्छी है इसलिए आप ये फिटिंग वाली ड्रेस ट्राई करके देख लीजिए. इस चश्मे में तो आप दीपिका से ज्यादा अच्छी लग रही हैं. लड़की भी खुश. दुकानदार भी.
विन-विन.5. डबल मीनिंग डमीज़

सड़क किनारे लगी हुई दुकानें. मार्केट एकदम पैक है. लड़कियां भीड़ में तेज़ी से आगे भाग रही हैं. अचानक आवाज आती है,
ले लो ,ले लो, ले लो, सब मिलके ले लो. पलट के देखो, कहते हैं
सेल लगी है जींस टॉप ले लो.
खुल गई, खुल गई. खुल गई. सबसे अच्छे और सस्ते जूतों की दुकान खुल गई. 6. रट्टू तोते
बैग ही बैग, बैग ही बैग, बैग ही बैग. आप मार्केट में घुसे, आपने शॉपिंग कर ली. आप वापस जा रहे हैं. लेकिन पिछले 3 घंटों से ये एक दुकानदार बस यही चिल्ला रहा है.
बैग ही बैग. 7. शहंशाह-ए-चोरबाजारी

खचाखच भरा हुआ मार्केट है. हर तरफ भीड़. आपके हाथों में सामानों की पॉलिथीन है. अचानक से गरम-गरम हवा आपके कानों में घुसती हैं, पलट के देखा तो एक आदमी एकदम सटकर आपसे खड़ा है. बिलकुल हौले से अपनी जेब से कुछ निकाल कर आपसे पूछता है,
मैडम स्विस घड़ी लेंगी क्या. आपको अगर घड़ी लेनी भी होगी तो इस आदमी के हाव-भाव देखकर आप मना ही कर देंगे.