इबारत : जवाहर लाल नेहरू की वो 15 बातें, जो देश को कभी नहीं भूलनी चाहिए
'दीवारों से तस्वीरें बदलकर इतिहास नहीं बदला जा सकता'.
नेहरू की ये बातें देश को वाक़ई याद रखनी चाहिए.
सुमित
27 मई 2021 (Updated: 26 मई 2021, 03:05 AM IST)
देश के पहले प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी जवाहरलाल नेहरू. आज यानी 27 मई को उनकी बरसी होती है. कही-सुनी से इतर, इस मौके पर नेहरू के कहे-लिखे में से 15 सबसे मशहूर विचार पढ़िए -
हमें अपने आपको बार-बार याद दिलाते रहना होगा कि हमारे धर्म चाहे अलग हों, लेकिन हम एक हैं.
बड़े सपने और छोटे व्यक्ति एक साथ नहीं चल सकते.

गंगा में डालने के बाद, मेरी भस्म के बाकी हिस्से को ऊंचाई पर ले जाकर बिखेर दिया जाए, उन खेतों पर, जहां भारत के किसान मेहनत करते हैं.

मैं चाहता हूं कि हिंदुस्तान इन सब ज़ंजीरों को तोड़ दे, जिनमें वह जकड़ा है, जो उसको आगे बढ़ने से रोकती हैं और देश में रहने वालों में फूट डालती हैं.

भारत युद्ध का नहीं बल्कि प्रेम का देश है.

दूसरे हमारे बारे में क्या सोचते हैं, उससे कहीं अधिक मायने ये रखता है कि हम वास्तव में कैसे हैं.

तथ्य हमेशा तथ्य होते हैं, वो आपकी पसंद के हिसाब से ग़ायब नहीं हो जाएंगे.

दीवारों से तस्वीरें बदलकर, इतिहास नहीं बदला जा सकता.

आने वाला समय विज्ञान और उनका है जिन्होंने विज्ञान को स्वीकार किया है.

अगर पूंजीवादी शक्तियों को नियंत्रित नहीं किया गया तो ये अमीर को और अमीर, ग़रीब को और ग़रीब बना देंगी.

राजनीति और धर्म पुराने हो चुके हैं, अब समय आ गया है विज्ञान और आध्यात्म का.

आदर्शों से समझौता हमेशा ख़तरनाक होता है, क्योंकि ताक़त का स्वभाव समय के साथ बदल जाता है.

अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे पर धर्म के नाम पर हाथ उठाता है, तो मैं जीवन के आख़िरी दिन तक उसके ख़िलाफ़ रहूंगा.

चमकती इमारतें, बाज़ार और क़िताबें सभ्यता की निशानी होती हैं, लेकिन इन सबसे अच्छी निशानी है अपने फ़ायदे के लिए काम ना करने वाला इंसान.

आज़ादी और ताक़त अपने साथ ज़िम्मेदारी भी लाते हैं.
