दिया मिर्ज़ा की इस सीरीज़ ने भारत-पाकिस्तान संबंधों पर बनी फिल्मों की कहानी को पलट दिया है
'काफ़िर' का ट्रेलर देखने के बाद आप हैरान-परेशान रह जाएंगे.
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दिया मिर्ज़ा और मोहित रैना स्टारर इस सीरीज़ को सोनम नैयर ने डायरेक्ट किया है.
1) इस सीरीज़ की कहानी एक पाकिस्तानी लड़की कायनाज़ की है, जो किसी वजह से बॉर्डर पार कर इंडिया पहुंच गई थी. भारत में उसे आतंकवादी समझ कश्मीर की एक जेल में बंद कर दिया गया है. जब वो जेल गई तब प्रेग्नेंट थी, अब उसकी बेटी भी 4-5 साल की हो चुकी है. दूसरी ओर एक आदमी है वेदांत राठौर. पहले वकील था, अब पत्रकार है. अपने बॉस के ऑर्डर पर एक इमोशनल कनेक्ट वाली स्टोरी ढूंढ रहा है. इस स्टोरी की तलाश में उसे इस महिला के बारे में पता चलता है. वो कायनाज़ से मिलता अपनी स्टोरी के लिए है, लेकिन पूरी कहानी जानने के बाद अब उसका इकलौता मक़सद इस महिला की आज़ादी है. वो चाहता है कि कायनाज़ इस जेल से निकलकर वापस पाकिस्तान जा पाए और अपने परिवार के साथ राज़ी-खुशी रह पाए. ये सीरीज़ कायनाज़ और वेदांत के इसी स्ट्रगल के बारे में है.

अपनी बच्ची के साथ कायनाज़.सीरीज़ में कायनाज़ का रोल दिया मिर्ज़ा ने किया है.
2) सीरीज़ में दिया मिर्ज़ा लीडिंग लेडी यानी कायनाज़ का रोल कर रही हैं. दिया आखिरी बार फिल्म 'संजू' में मान्यता दत्त के रोल में नज़र आई थीं. उसके बाद ये उनका पहला प्रोजेक्ट है. हालांकि आने वाले दिनों में वो 'मोगुल्स' नाम की एक और वेब सीरीज़ में नज़र आने वाली हैं. दिया के साथ पत्रकार वेदांत मल्होत्रा के रोल में नज़र आ रहे हैं मोहित रैना. मोहित रैना टीवी के बड़े नामों में गिने जाते हैं. उन्होंने 'भाभी', 'चेहरा' और बंदिनी जैसे शोज़ में काम किया. लेकिन उन्हें सफलता मिली 'देवों के देव- महादेव' में भगवान शिव के रोल से. इसके बाद वो इसी साल की शुरुआत में आई फिल्म 'उड़ी- दी सर्जिकल स्ट्राइक' में इंडियन आर्मी के मेजर के रोल में दिखाई दिए थे.

कायनाज़ से उसकी कहानी जानता वेदांत. मोहित ने सीरीज़ में एक जर्नलिस्ट का रोल किया है.
3) 'काफ़िर' असल घटनाओं से प्रेरित बताई जा रही है. इसलिए इसका ट्रीटमेंट भी उतना ही रियल हो ये ज़रूरी था. जहां तक ट्रेलर का सवाल है, तो असलियत के मामले में ये ठीक लग रही है. ये ट्रेलर खुलता ही एक ऐसे सीक्वेंस के साथ है कि आप इसे आगे देखने को मजबूर हो जाते हैं. ट्रेलर के पहले ही सीन में कायनाज़ की छोटी बच्ची 'जन गण मन' गाती सुनाई देती है. वो बच्ची पैदा ही हिंदुस्तान में हुई है इसलिए वो यहीं का एंथम गा रही है. लेकिन अपनी मां के आंख दिखाने पर वो फटाक से 'क़ौमी तराना' यानी अपने देश पाकिस्तान का नेशनल एंथम गाने लगती है. इसके बाद कहानी थोड़ी-थोड़ी सी खुलनी शुरू होती है, जो खत्म होते-होते तक आपको हैरान-परेशान छोड़ देती है.

सीरीज़ के ट्रेलर से ऊपर बताए गए सीन का स्क्रीनग्रैब.
4) हमने कई बार ऐसी घटनाओं के बारे में सुना है जब भारत का कोई आदमी बॉर्डर पार कर पाकिस्तान पहुंच जाता है और वहां उसके साथ तमाम बर्बरता होती है. और फिर उसे सारी उम्र पराए देश के जेल में गुज़ारनी पड़ती है. ओमंग कुमार डायरेक्टेड फिल्म 'सरबजीत' भी इसी बारे में थी. वो भी सरबजीत नाम के एक शख्स की रियल कहानी से प्रेरित थी. लेकिन ये पहली बार है, जब ये कहानी उलट गई है. इस बार कोई पाकिस्तानी बॉर्डर पारकर हिंदुस्तान में आ गया है. यही चीज़ इस सीरीज़ को दिलचस्प और नया बना रही है.

'काफ़िर' के एक सीन में दिया मिर्ज़ा. इस सीरीज़ में उन्होंने एक मां का रोल किया है.
5) इस सीरीज़ को डायरेक्ट किया है सोनम नैय्यर ने. सोनम इससे पहले 2013 में आई फिल्म 'गिप्पी' लिख और डायरेक्ट कर चुकी हैं. इसके अलावा उन्होंने 'खुजली' और 'नामकरण' जैसी दो शॉर्ट फिल्में भी डायरेक्ट की हैं. 'काफ़िर' की कहानी लिखी है भवानी अय्यर ने. भवानी इससे पहले मेघना गुलज़ार के साथ मिलकर उनकी आलिया भट्ट स्टारर फिल्म 'राज़ी' का स्क्रीनप्ले लिख चुकी हैं.
6) कश्मीर में बेस्ड इस सीरीज़ को हिमाचल प्रदेश और मुंबई में शूट किया गया है. इसे 15 जून से ऑनलाइन स्ट्रीमिंग वेबसाइट और ऐप ज़ी 5 पर देखा जा सकेगा. सीरीज़ का ट्रेलर आप यहां देख सकते हैं:
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