'अमित शाह आए और मोदी की चाल... ', उद्धव ठाकरे ने अब बताया उनके और BJP के संबंध खराब कैसे हुए?
Uddhav Thackeray ने अंदर की पूरी बात बताई है कि कैसे BJP और Shiv Sena के रिश्ते खराब हुए थे. उन्होंने Devendra Fadnavis को लेकर भी 'बड़े राज' से पर्दा उठाया है.
लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र उन राज्यों में शुमार है जिन पर सबसे ज्यादा नजर है. क्योंकि इन पांच सालों में महाराष्ट्र का सियासी गणित काफी बदल चुका है. तब शिवसेना भी एक ही हुआ करती थी, लेकिन अब उसमें दो फाड़ हो चुका है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भी अलग-अलग दो हिस्सों में बंटी हुई है. जिसमें असली NCP का दर्जा अजित पवार गुट को मिला है. फेरबदल के बाद अब एक तरफ महायुति गठबंधन जिसमें BJP, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की NCP शामिल है. दूसरी तरफ कांग्रेस, उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) और शरद पवार के नेतृत्व वाली NCP (SP) शामिल है.
शिवसेना-BJP संबंध कैसे खराब हुए?सूबे में दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों का बंट जाना. फिर एक नई सरकार. 48 लोकसभा सीटों वाले राज्य में ऐसा पुनर्गठन चुनाव के मद्देनजर अहम माना जा रहा है. इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने इस सिलसिले में बात भी की है. सवाल था कि क्या महाराष्ट्र में गठबंधनों ने लोगों को कनफ्यूज कर दिया है?
उद्धव ने कहा कि ये सबकुछ कहां से शुरू हुआ. जनता देख सकती है. हम हिंदुत्व और राष्ट्रवाद को लेकर BJP के साथ थे. BJP ने हमारे साथ ऐसा क्यों किया? मेरे पिता ने कहा था, तुम देश संभालो, हम राज्य संभालेंगे. अच्छा चल रहा था. 2012 में मेरे पिता की मृत्यु हो गई, मोदी मेरे घर आए. 2014 में जब मोदी ने पीएम पद की शपथ ली तो ऐसा लग रहा था, जैसे कोई सपना सच हो गया हो. अमित शाह के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद उनकी चाल अलग हो गई. 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले शाह ने हमसे पूछा था कि क्या आपने सर्वे कराया है? मैंने कहा, हम लड़ने वाले लोग हैं. हम सर्वेक्षण नहीं करते हैं. शिवाजी ने कोई सर्वे नहीं कराया था. अगर सर्वे के मुताबिक आप हार रहे हैं, तो क्या आप लड़ाई छोड़ देंगे?
उद्धव ने BJP पर आरोप लगाते हुए आगे कहा,
'CM बनने वाले थे आदित्य ठाकरे'पहले प्रमोद महाजन, गोपीनाथ मुंडे और नितिन गडकरी जैसे BJP के सीनियर नेता शिवसेना से बातचीत करने आते थे… अब वो अहंकार और आंकड़ों से बातचीत की शुरुआत करते हैं. उन्होंने राजस्थान के BJP नेता ओम माथुर को हमसे बात करने के लिए भेजा. BJP को लगा कि बालासाहेब के चले जाने के बाद, यही समय है कि सही निशाना लगाया जाए. आखिरकार 2019 में उन्होंने मेरे साथ यही किया.
उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा,
देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि वो मेरे बेटे आदित्य को सीएम पद के लिए तैयार करेंगे. फिर वो खुद दिल्ली चले जाएंगे. उन्होंने मुझे अपने ही लोगों के सामने झूठा बना दिया.
उद्धव ने कहा कि मैंने अपने पिता से वादा किया था कि शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा. अमित शाह के साथ इस बात पर सहमति भी बन गई कि शिवसेना और BJP के सीएम, ढाई-ढाई साल के लिए पदभार संभालेंगे. आज एनडीए में सिर्फ टूटे-फूटे लोग हैं. मुझे BJP की एक सहयोगी पार्टी बता दीजिए जो खुश हो. वे अपने नेताओं के साथ भी यही करते हैं.
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बता दें कि महाराष्ट्र में 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है. यहां चार चरणों की वोटिंग अभी बाकी है. 4 जून को वोटों की गिनती होगी.