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बंगाल चुनाव से पहले स्वपन दास गुप्ता को राज्यसभा से इस्तीफा क्यों देना पड़ा?

TMC ने उम्मीदवारी पर उठाए थे सवाल

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Swapan Das Gupta
स्वप्न दास गुप्ता ने अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति को भेजा है. फोटो- ट्विटर
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Varun Kumar
16 मार्च 2021 (Updated: 16 मार्च 2021, 08:37 AM IST) कॉमेंट्स
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14 मार्च को बीजेपी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए अपने 63 उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी की. इनमें से 27 उम्मीदवार तीसरे चरण के लिए और 36 प्रत्याशी चौथे चरण के लिए थे. इसी लिस्ट में राज्यसभा सांसद स्वपन दास गुप्ता का भी नाम था. TMC ने इसका विरोध किया और उनकी राज्यसभा सदस्यता को खत्म किए जाने को लेकर विशेष प्रस्ताव लाने की बात कही. इसी विवाद के बीच स्वपन दास गुप्ता ने अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को भेज दिया है. https://twitter.com/ANI/status/1371719318388367360 उन्होंने ट्विटर पर लिखा, मैंने आज राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया, ताकि बेहतर बंगाल बनाने की लड़ाई लड़ सकूं. मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में बीजेपी उम्मीदवार के रूप में तारकेश्वर विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करूंगा. https://twitter.com/swapan55/status/1371729922859884545 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सरगर्मियां तेज़ हैं. दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. ममता बनर्जी व्हील चेयर पर बैठकर प्रचार कर रही हैं. वहीं बीजेपी की ओर से अमित शाह और बाकी नेता भी अपनी पूरी ताकत झोंकते दिख रहे हैं. इस बार बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो समेत 4 सांसदों को विधानसभा का टिकट दिया है. इसको लेकर भी TMC ने बीजेपी पर निशाना साधा. राज्यसभा सांसद स्वपन दास गुप्ता को तारकेश्वर विधानसभा सीट से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. इसको लेकर TMC ने कहा था कि दासगुप्ता की राज्यसभा सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर विशेष प्रस्ताव लाने की तैयारी की जा रही है. TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने स्वपन दासगुप्ता की राज्यसभा सदस्यता खत्म करने की मांग की थी. उन्होंने संविधान की 10वीं अनुसूची का हवाला देते हुए कहा था कि कोई भी मनोनीत सांसद, शपथ लेने के 6 महीने के बाद यदि किसी पार्टी में शामिल होता है तो उसे राज्यसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित किए जाने का नियम है. उन्होंने जो ट्वीट किया उसमें लिखा कि,
"स्वपन दास गुप्ता पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए बीजेपी के उम्मीदवार हैं. संविधान की 10वीं अनुसूची कहती है कि शपथ लेने के 6 महीनों के बाद यदि मनोनीत सदस्य कोई पार्टी ज्वाइन करते हैं, तो उन्हें अयोग्य करार दिया जाएगा. उन्हें 2016 में शपथ दिलाई गई थी, जिसका कार्यकाल अभी जारी है. उन्हें बीजेपी ज्वाइन करने के लिए अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए."
https://twitter.com/MahuaMoitra/status/1371476682792701953 इसके बाद टीएमसी सांसद ने एक और ट्वीट किया जिसमें राज्यसभा की वेबसाइट का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया. उन्होंने लिखा कि,
"आज तक राज्यसभा की वेबसाइट पर स्वपन दास गुप्ता मनोनीत सदस्य हैं और बीजेपी की तरफ से नहीं हैं. अगर वह बीजेपी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करते हैं, तो संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत उन्हें अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए."
https://twitter.com/MahuaMoitra/status/1371494127708213251 आपको बता दें कि तारकेश्वर विधानसभा सीट के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 19 मार्च है. इस विवाद को लेकर दास गुप्ता ने कहा था कि 'मुझे नियमों के बारे में जानकारी है और अगर ये सवाल नामांकन दाखिल करने के बाद उठता, तब इस पर बोलने के लिए कुछ होता. अभी मैंने नामांकन नहीं भरा है और इस पर मुझे फिलहाल कुछ नहीं कहना, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि सभी नियमों का पालन करते हुए ही नामांकन किया जाएगा.' आपको बता दें कि राज्यसभा सांसद स्वपन दास गुप्ता की पहचान एक पत्रकार की रही है. साल 2015 में उन्हें पद्म भूषण मिला था. अब वो तारकेश्वर विधानसभा सीट से बीजेपी की ओर से विधायकी का चुनाव लड़ेंगे. 2016 में यहां से तृणमूल कांग्रेस जीती थी. विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर नाम के ऐलान के बाद स्वपनदास गुप्ता ने कहा कि बंगाल के राजनीतिक परिवर्तन का भागीदार बनना उनके लिए बड़ी जिम्मेदारी है.

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