दो दिन बवाल के बाद आखिरकार दाखिल हो ही गया श्याम रंगीला का नामांकन
इससे पहले मिमिक्री आर्टिस्ट और कॉमेडियन Shyam Rangeela ने आरोप लगाया था कि उन्हें नामांकन दाखिल नहीं करने दिया जा रहा है.

दो दिन के हंगामे, ट्वीट-रिट्वीट्स के बाद आखिरकार श्याम रंगीला (Shyam Rangeela) वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करने में कामयाब रहे. इसकी जानकारी खुद मिमिक्री आर्टिस्ट और कॉमेडियन श्याम रंगीला ने अपने X अकाउंट पर दी है. इससे पहले श्याम रंगीला नॉमिनेशन फाइल क्यों नहीं कर पा रहे थे और 14 मई को पूरे दिन वो किस कारण ट्रेंड में रहे, ये बताते हैं. पहले बता दें कि वाराणसी में सातवें यानी अंतिम चरण में मतदान होगा. 14 मई को उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी 14 मई को अपना नामांकन दाखिल किया.
दो दिन की जद्दोजहद के बाद श्याम रंगीला ने नामांकन करके सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. कहा कि उन्हें लोकतंत्र पर पूरा भरोसा है. श्याम रंगीला ने लिखा,
"आप सभी के प्यार और सहयोग से नियमानुसार सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए मैंने नामांकन दाखिल कर दिया है. मेरा इस देश के लोकतंत्र पर अभी भी पूरा भरोसा है. अब आगे के दो-तीन दिन महत्वपूर्ण होंगे. आप सभी का सहयोग के लिए बहुत धन्यवाद. हमारे लोकतंत्र के प्रहरी सभी चुनाव अधिकारियों के हाथ में मेरा चुनावी भविष्य है… वे सभी हमारे विश्वास को मजबूत करेंगे."
अगर आपको ध्यान नहीं आया कि श्याम रंगील कौन हैं, तो बता दें कि अक्सर मोदी जी कि मिमिक्री करते हुए इनके वीडियोज़ वायरल होते हैं. उन्होंने अपने ट्विटर बायो में लिखा है कि वो कॉमेडियन हैं और वोट देने का अधिकार बचाने के लिए PM के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने की कोशिश कर रहे हैं. उनका नामांकन काफी ड्रमैटिक रहा. इससे पहले 13 मई को श्याम रंगीला ने एक वीडियो बनाया था, जिसमें वो बता रहे थे कि उन्हें नामांकन दाखिल करने नहीं दिया जा रहा है. मीडिया से उन्होंने बताया था,
"आज लोकतंत्र का गला घुटते अपनी आंखों से देखा है, मैं नेता नहीं कॉमेडियन हूं. फिर भी नामांकन दाखिल करने निकला, सोचा जो होगा देखा जाएगा. लेकिन ये जो हो रहा है, न तो सोचा था न देखा जा रहा. प्रस्तावक भी थे, फॉर्म भी भरा हुआ था, बस कोई लेने को तैयार नहीं था, कल फिर कोशिश करेंगे."
14 मई की दोपहर तक उन्होंने कई पोस्ट्स में यही आरोप लगाए कि उनका नामांकन दाखिल नहीं कराया जा रहा है. उन्होंने कई पोस्ट्स में चुनाव आयोग के आधिकारिक हैंडल को भी टैग किया. 14 मई के सबसे पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा,
“वाराणसी चुनाव आयोग कार्यालय, 14 मई, सुबह 9:15 बजे लगभग पहुंच गए हैं, कहीं से कोई जवाब नहीं आ रहा, लेकिन नामांकन की उम्मीद अभी भी नहीं छोड़ी है हमने.”
इसके बाद, नामांकन में जब महज तीन घंटे बचे थे, तब उन्होंने कॉल लॉग का स्क्रिनशॉट शेयर किया. लिखा,
"मेल, कॉल, ऑफिस सब कोशिश कर ली, कहीं से कोई जवाब नहीं है. तीन घंटे है, कृपया हमारा नामांकन ले लीजिए."
इन सब वीडियोज़ और ट्वीट के चलते श्याम रंगीला का नाम दो दिन से चर्चा का विषय रहा. कुछ लोगों ने उन्हें सपोर्ट भी किया और तो कुछ ने विरोध भी किया. लोगों ने इस पर क्या कहा? ये आप देख सकते हैं सोशल लिस्ट के 14 मई के एपिसोड में.
दूसरी तरफ पीएम मोदी ने भी 14 मई को वाराणसी से नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चिराग पासवान, चंद्रबाबू नायडू, योगी आदित्यनाथ सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे. आज तक से जुड़े रौशन जायसवाल के मुताबिक, वाराणसी से अब तक कुल 41 प्रत्याशियों ने नामांकान कराया है. इनमें से 27 प्रत्याशियों ने 13 मई को अपना नामांकन दाखिल किया था.
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