गोवा: मनोहर पर्रिकर के बेटे को BJP से नहीं मिला टिकट, केजरीवाल ने 'आप' में शामिल होने का न्योता दिया
उत्पल पर्रिकर पणजी से टिकट मांग रहे हैं, बीजेपी तैयार नहीं है.
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पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है. इनमें गोवा भी शामिल है. 14 फरवरी को गोवा की सभी 40 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राज्य की राजनीति में हलचल बढ़ती जा रही है. इस बीच खबर आई है कि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षा मंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर को बीजेपी ने टिकट देने से मना कर दिया. अब आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने उत्पल पर्रिकर को अपनी पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया है.
दरअसल, एक प्रेस कांफ्रेंस में जब अरविंद केजरीवाल से यह पूछा गया कि क्या वो उत्पल पर्रिकर को आम आदमी पार्टी में शामिल करने पर विचार करेंगे, तो दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा,
"मैं मनोहर पर्रिकर का सम्मान करता हूं. अगर उत्पल चाहते हैं, तो उनका हमारी पार्टी में स्वागत है."इंडिया टुडे से जुड़े मुस्तफा शेख की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्पल पर्किकर के आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने के सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर बीजेपी उनको टिकट नहीं देती है और उत्पल उनकी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं तो निश्चित तौर पर पार्टी में उनका स्वागत है. BJP के लिए नई मुसीबत दरअसल उत्पल के पिता और देश के पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर बीजेपी के टिकट पर पणजी से ही पांच बार जीते. इसलिए उत्पल भी पणजी से ही टिकट चाहते हैं. लेकिन खबरें हैं कि बीजेपी ने उन्हें टिकट देने से मना कर दिया. पार्टी के गोवा चुनाव के इन-चार्ज देवेंद्र फडणवीस ने कहा,
"सिर्फ किसी बड़े नेता के बेटे होने के नाते किसी को टिकट नहीं मिल जाता, उसके अंदर काबिलियत भी होनी चाहिए."फडणवीस के इस बयान पर उत्पल का कहना है कि काबिलियत के साथ-साथ पार्टी को नेता के चरित्र को भी देखना चाहिए. इतना ही नहीं उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि अगर बीजेपी पणजी से बाबुश मोनसेरेट (Atanasio Monserrate) को टिकट देती है तो वे मजबूरन निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं. इसके लिए उत्पल ने तैयारी भी शुरू कर दी है, उन्होंने अपने पिता मनोहर पर्रिकर की सीट रहे पणजी में घर-घर जाकर प्रचार करना भी शुरू कर दिया है.
इंडिया टुडे से जुड़े, कमलेश सुतार की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद बीजेपी ने इस सीट से सिद्धार्थ श्रीपाद कुंकलिएन्कर को टिकट दिया था. हालांकि, इस चुनाव में कांग्रेस के बाबुश मोनसेरेट ने श्रीपाद को हराकर जीत हासिल की. बाद में 2019 में बाबुश समेत कांग्रेस के 10 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. इतना ही नहीं बाबुश की पत्नी जेनिफर को सरकार में अहम राजस्व विभाग भी दिया गया.
पणजी से भाजपा विधायक बाबुश मोनसेरेट
बताया जा रहा है कि बाबुश इस सीट को छोड़ने के मूड में नहीं है, वहीं उत्पल यहीं से चुनाव लड़ना चाहते हैं. लेकिन बीजेपी को डर है कि कहीं बाबुश से यह सीट उत्पल को दी गई, तो पार्टी के लिए मुसीबत बन सकती है. दरअसल, बाबुश पणजी से विधायक हैं और उनकी पत्नी तालेगांव से विधायक हैं. इसके साथ ही उनके बेटे पणजी के मेयर हैं. इतना ही नहीं बाबुश का दबदबा आसपास की 5-6 विधानसभा सीटों पर भी है, जिस वजह से भाजपा के लिए एक नई समस्या पैदा हो गई है.