राहुल के रोड शो पर शाह का तंज़- भारत है या पाकिस्तान का जुलूस, मालूम नहीं पड़ता
राहुल के वायनाड रोड शो में दिखे थे हरे रंग के ढेरों झंडे
Advertisement

अमित शाह ने 9 अप्रैल को नागपुर में रैली की थी और उससे पहले 4 अप्रैल को राहुल ने रोड शो किया था.
और ये राहुल बाबा अपने गठबंधन के लिए केरल की ऐसी सीट पर जाकर खड़े जुलूस निकालता है तो भारत है या पाकिस्तान का जुलूस है मालूम ही नहीं पड़ता. ऐसी जगह जाकर खड़े हैं.
नागपुर में पार्टी के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari जी और एनडीए के सहयोगी दलों के साथ चुनावी सभा को सम्बोधित किया।
महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन की प्रचंड विजय के साथ केंद्र में मोदी सरकार बनना तय है। pic.twitter.com/cYY58qGlKh — Chowkidar Amit Shah (@AmitShah) April 9, 2019
राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. 4 अप्रैल को नामांकन के बाद उन्होंने रोड शो निकाला था. रोड शो में कांग्रेस गठबंधन की सहयोगी पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के झंडे लहराए थे. इन झंडों का रंग हरा है. केरल में कांग्रेस यूडीएफ गठबंधन का हिस्सा है. इसमें 6 पार्टियां शामिल हैं. इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग भी है. गठबंधन में सहयोगी होने के नाते राहुल गांधी की उम्मीदवारी का मुस्लिम लीग ने स्वागत किया था. कार्यकर्ताओं ने राहुल के रोड शो के दौरान अपनी पार्टी के झंडे लहराए थे. इंडियन यूनियन मुस्लिम का था झंडा-इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग बहुत ही पुरानी राजनीतिक पार्टी है. इसकी स्थापना देश की आजादी के 6 महीने बाद ही मार्च 1948 में हो गई थी. केरल में वह लंबे समय से कांग्रेस की सहयोगी पार्टी है. इस मुस्लिम लीग का संबंध पाकिस्तान के लिए लामबंदी करने वाली मुस्लिम लीग से नहीं है.# राहुल के रोड शो में दिखे थे हरे रंग के झंडे
I am overwhelmed by the love and affection of the people of Wayanad in Kerala, where I filed my nomination today for the Lok Sabha. Thank you for your support & warm welcome! I also want to wish the journalists injured in a mishap during our road show a speedy recovery. pic.twitter.com/MLDAAdeNcc — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 4, 2019
अमित शाह जब इस पार्टी के झंडे की वजह से केरल की वायनाड सीट के पाकिस्तान में होने की बात कह रहे थे तो वह भूल गए कि यह वही पार्टी है जिसके दो पार्षदों ने नागपुर नगर निगम में बीजेपी का मेयर बनाने में मदद की थी. बात 2012 की है. नागपुर नगर निगम के चुनाव हुए. बीजेपी 62 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, लेकिन वह बहुमत का आंकड़ा नहीं ला पाई. ऐसे में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के दो पार्षदों ने बीजेपी का समर्थन किया था. तब जाकर नागपुर में बीजेपी का मेयर बन पाया था. कहीं न कहीं इस पार्टी और इसके झंडे का संबंध बीजेपी से भी है. बीजेपी और उससे संबंधित पार्टियों और संगठनों के कार्यक्रमों और रैलियों में केसरिया झंडा लहराया जाता है. यह इस कदर सामान्य हो गया है कि किसी को इससे फर्क नहीं पड़ता. केसरिया झंडे से किसी को परेशानी नहीं होती, लेकिन हरे झंडे से अमित शाह को भी केरल की वायनाड सीट पाकिस्तान की लगने लगती है.# बीजेपी से भी रहा है इस पार्टी का संबंध
वो बाबा जो रात 12 बजे देश के अगले पीएम का नाम बताने का दावा करता है