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BE और BTech में क्या अंतर होता है?

BE को नॉलेज ओरिएंटेड माना जाता है. इसमें थ्योरी और फंडामेंटल्स पर ज्यादा जोर दिया जाता है. जबकि BTech को स्किल ओरिएंटेड माना जाता है.

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IIT Delhi Engineering Students
इंजीनियरिंग के लिए BE या BTech करने को लेकर छात्रों के मन में काफी कन्फ्यूजन होता है. (सांकेतिक तस्वीर- India today)
9 जुलाई 2022 (Updated: 15 सितंबर 2022, 10:59 IST)
Updated: 15 सितंबर 2022 10:59 IST
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इंजीनयरिंग के लिए किस कोर्स में एडमिशन लिया जाए BE (Bachelor of Engineering) या BTech (Bachelor of Technology)? 

BE और BTech. दोनों कोर्सेज में क्या अंतर है?

 ये सवाल देश के लाखों छात्रों के मन में होता है. खासकर उन छात्रों के मन में जो इस साल 12 वीं की बोर्ड परीक्षा पास कर इंजीनियरिंग करने की तैयारी में हैं. तो हमने सोचा कि क्यों न आपकी इस परेशानी को थोड़ा सा कम किया जाए.

BE और BTech में क्या अंतर है? 

वैसे तो बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (BE) और बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (BTech) दोनों एक तरह के कोर्स लगते हैं. लेकिन अगर थोड़ा गौर से देखें तो दोनों में अंतर समझ आ सकता है. नाम में फर्क होने के साथ-साथ दोनों कोर्सेज के काम और एप्लिकेशन में भी बहुत अंतर है. जैसे-

# बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग, थ्योरी की समझ और बेसिक जानकारी पर ज्यादा आधारित होता है. जबकि BTech थ्योरी के साथ-साथ उसके प्रैक्टिकल एप्लिकेशन पर भी फोकस करती है. प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के साथ इंजीनियरिंग करने की इच्छा रखने वाले छात्रों का रुझान BTech की ओर ज्यादा होता है.

# BE का पाठ्यक्रम, नॉलेज ओरिएंटेड माना जाता है. इसमें थ्योरी पर ज्यादा जोर दिया जाता है और फंडामेंटल्स पर ज्यादा जोर दिया जाता है. BTech का पाठ्यक्रम, स्किल ओरिएंटेड माना जाता है. थ्योरी की बजाय प्रैक्टिकल पर ज्यादा जोर दिया जाता है. 

# IIT (Indian Institute of Technology), NIT (National Institute of Technology) जैसे राष्ट्रीय महत्व के इंजीनियरिंग संस्थान (Engineering Institute), BTech की डिग्री देते हैं. जबकि आमतौर पर BE की डिग्री उन यूनिवर्सिटीज द्वारा दी जाती हैं जो आर्ट्स, ह्यूमैनिटीज और कॉमर्स जैसे दूसरे स्ट्रीम्स में भी डिग्री देते हैं. BE डिग्री देने वाले कुछ प्रसिद्ध संस्थान हैं जैसे-BITS Pilani, अन्ना यूनिवर्सिटी.

# BE की डिग्री पाने के सफर में करिकुलम, इंटर्नशिप और इंडस्ट्रियल विजिट्स जरूरी हिस्सा नहीं हैं. मतलब ये कि इनके बिना भी BE किया जा सकता है. इसके उलट BTech करने के लिए करिकुलम, इंटर्नशिप और इंडस्ट्रियल विजिट्स बहुत जरूरी हिस्सा है. BTech की डिग्री इन सब के बिना अधूरी सी ही मानी जाएगी.

# BTech की डिग्री जैसा कि नाम से भी समझ आता है, टेक्नोलॉजी पर आधारित है. वहीं BE डिग्री, नॉलेज पर आधारित है. 

# BTech कोर्सेज, वर्तमान और भविष्य को देखते हुए अपडेट किए जाते रहते हैं. वहीं BE कोर्स में BTech के मुकाबले इतनी जल्दी-जल्दी अपडेट नही होते हैं. लेकन इसका मतलब ये नहीं है कि BE का कोर्स पुराने करिकुलम पर आधारित होता है. BE के कोर्स AICTE (All India Council for Technical Education) के मानकों पर ही आधारित होते हैं.

विदेश में BTech डिग्री को वोकेशनल माना जाता है.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में AICTE के अध्यक्ष अनिल सहस्रबुद्धे बताते हैं,

दोनों के बीच आर्टिफिशयल अंतर है जो कि तब सामने आया जब IIT ने BTech की डिग्री देनी शुरू की. लोग ऐसा मानते हैं कि BTech बेहतर डिग्री है और BE उस लेवल का नहीं है. हालांकि देश में तो दोनों के साथ समान व्यवहार किया जाता है लेकिन विदेश में BTech को वोकेशनल (व्यावसायिक) डिग्री माना जाता है और BE से कमतर माना जाता है. यह भारतीय धारणा के उलट है. हालांकि अगर समझाया जाए कि किसी प्रतिष्ठित संस्थान से BTech की डिग्री ली है तो उसे भी उसी स्तर का माना जाता है. 

तो लेखा-जोखा आपके सामने है, अब गेंद आपके पाले में है. पर यहां बता दे कि AICTE, BE या B.Tech को अलग-अलग कोर्स की तरह नहीं मानता है, इसलिए दोनों को समान मान्यता दी जाती है. दोनों कोर्स की अवधि 4 वर्ष की है, जिसमे 8 सेमेस्टर होते हैं. बाजार में जॉब के अवसरों के संदर्भ में बात करें तो BE या BTech डिग्री वाले छात्रों के पास समान अवसर हैं और उनके पास समान रूप से अच्छा स्कोप है. 
 

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