कसीनो कंपनी Delta Corp के शेयर भरभरा कर गिरे, इनकम टैक्स के एक नोटिस से अरबों का नुकसान
Delta corp के शेयर 25 सितंबर को NSE पर 20% टूटकर 140 रुपये के स्तर पर आ गए. जबकि, BSE पर इसके शेयर 15 फीसदी गिरकर 157.75 रुपये के स्तर पर आ गए.

डेल्टा कॉर्प (Delta corp.) के शेयरों में 25 सितंबर को जबरदस्त बिकवाली दिख रही है. NSE पर कंपनी का शेयर सुबह करीब 9.45 बजे 20% टूटकर 140 रुपये के स्तर पर आ गया. जबकि, BSE पर इसका शेयर 15 फीसदी गिरकर 157.75 रुपये के स्तर पर आ गया. ये दोनों ही स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) पर कंपनी के शेयरों का 52 सप्ताह का निचला स्तर है. दरअसल, टैक्स विभाग ने 22 सितंबर को डेल्टा कॉर्प को 16,822 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस दिया था. कंपनी ने शेयर बाजार(Share Market) को इसकी जानकारी दी थी. 25 सितंबर को बाजार खुलते ही शेयरों पर इसका असर दिखने लगा.
क्यों थमाया गया नोटिस?टैक्स डिपार्टमेंट ने कंपनी को जुलाई 2017 से मार्च 2022 की अवधि के लिए ये नोटिस थमाया है. कंपनी को जितनी रकम का नोटिस मिला है वो पिछले एक दशक में इसके रेवेन्यू के दोगुने से ज्यादा और 22 सितंबर को कारोबार बंद होने पर कंपनी के मार्केट कैप से साढ़े तीन गुना है. हाल के महीनों में यह कंपनी को तीसरा झटका है. करीब दो महीने पहले कंपनी ने ऑनलाइन गेमिंग बिजनेस के IPO को रोक दिया था. फिर एक महीने बाद कंपनी के सीएफओ ने हार्दिक देबार ने इस्तीफा दे दिया और अब टैक्स नोटिस. एक के बाद एक नेगेटिव खबरों से कंपनी में निवेशकों का भरोसा घट रहा है. बाजार खुलने के आधे घंट के अंदर ही कंपनी का 700 करोड़ रुपये मार्केट कैप साफ हो गया.
कंपनी का क्या कहना है?कंपनी इस टैक्स नोटिस के खिलाफ शिकायत करने की तैयारी कर रही है. उसने शेयर एक्सचेंज को ये जानकारी दी है. कंपनी का कहना है कि डिपार्टमेंट ने ग्रॉस गेमिंग रेवेन्यू (कुल असल कमाई) की बजाय (ग्रॉस बेट वैल्यू) कुल सट्टे वाली रकम पर टैक्स गिना है. टैक्स कैलकुलेशन का यह तरीका लंबे समय से इंडस्ट्री की दिक्कत बना हुआ है. इस बारे में पूरी इंडस्ट्री कई बार सरकार के सामने अपनी बात रख चुकी है. कंपनी ने आगे कहा,
“हमने इस मसले पर कानूनी सलाह ली है. हमें बताया गया है कि यह टैक्स नोटिस पूरी तरह मनमाना है और कानून के खिलाफ है. कंपनी इस टैक्स नोटिस के खिलाफ जरूरी कानूनी उपाय करेगी.”
डेल्टा कार्ट एक कसीनो कंपनी है. जून में खत्म हुई तिमाही में कंपनी को सालाना आधार पर 67.91 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था. रेवेन्यू 277.65 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल से 10.74 पर्सेंट ज्यादा है. कंपनी के खर्चे जून तिमाही में बढ़कर 195.01 करोड़ रुपये पर पहुंच गए. पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 179 करोड़ रुपये रहा था.