The Lallantop

लोग एक नौकरी डर-डर के कर रहे, ये सोहम पारेख कौन है जो एकसाथ कई कंपनियों का सिरदर्द बन गया?

Playground_ai और mixpanel के फाउंडर सुहेल दोशी ने एक्स पर कहा है कि सोहम पारेख 4-5 कंपनियों में एक साथ काम कर रहा है और वो जानबूझकर Y कॉम्बिनेटर की कंपनियों को निशाना बना रहा है.

Advertisement
post-main-image
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का दावा है कि तस्वीर में दिखने वाला शख्स ही सोहम पारेख है. (पिक्चर क्रेडिट- X)

एक तरफ कुछ लोग हैं जो डिग्री लेकर नौकरी पाने को बेताब बैठे हैं, और दूसरी तरफ कुछ ऐसे बिरले हैं जो एक साथ 4-5 नौकरी करके कई कंपनियों को चूना लगा रहे हैं. ऐसा ही एक शख्स सामने आया है जिसका किस्सा सोशल मीडिया पर वारयल है. नाम है सोहम पारेख.

Advertisement

Playground_ai और mixpanel के फाउंडर सुहेल दोशी ने एक्स पर पोस्ट कर सोहम पारेख पर ठगी का आरोप लगाया है. उन्होंने 2 जुलाई को एक पोस्ट में लिखा, 

“सोहम पारेख नाम का एक शख्स है. जो एक साथ 3-4 स्टार्टअप्स के साथ काम कर रहा है. सोहम खासकर YC कंपनियों को निशाना बनाता है. सतर्क रहें. मैंने इस शख्स को उसकी जॉइनिंग के पहले सप्ताह ही काम से निकाल दिया. उसे सलाह भी दी कि झूठ बोलना बंद करो, लोगों को बेवकूफ बनाना बंद करो. एक साल बीत गया है लेकिन उसने धांधली बंद नहीं की है. अब और कोई बहाना नहीं.”

Advertisement

सुहेल ने आगे लिखा,

“मैंने इस शख्स को पहचानने की कोशिश भी की. समझाया कि इसका क्या असर होगा. उसे नई शुरुआत का मौका भी दिया. क्योंकि कई बार एक नया मौका लोगों के लिए बहुत जरूरी होता है. लेकिन साफ तौर पर दिख रहा है इसका कोई फायदा नहीं हुआ.”

सुहेल ने अपनS पोस्ट के साथ सोहम का सीवी भी अटैच किया है. सीवी से पता चलता है कि सोहम का एकेडमिक और प्रोफेशनल करियर दोनों शानदार रहा है. उसने जॉर्जिया टेक यूनिवर्सिटी से 2022 में एमटेक किया है. उससे पहले मुंबई यूनिवर्सिटी से 2020 में कम्प्यूटर साइंस में बीटेक किया था.

Advertisement

करियर वाइज पारेख ने कई सीनियर पदों पर काम किया है. DynamoAI में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर, उससे पहले Union.ai में Senior Fullstack Engineer और Synthesia और Alan AI में भी अहम पदों पर काम कर चुका है. पारेख ने 2020 में गिटहब के ओपन सोर्स फेलोशिप में भी हिस्सा लिया था.

सुहेल ने दावा किया कि सोहम से बात करते-करते 3 और लोगों ने उसे नौकरी से निकाल दिया. Lindy के फाउंडर Flo Crivello ने इसकी पुष्टि करते हुए लिखा, “आज सुबह ही उसे (सोहम) फायर किया है. वो इंटरव्यू में बहुत बढ़िया परफॉर्म करता है. काफी ट्रेनिंग ली होगी.” वहीं Fleet AI के सीईओ Nicolai Ouporov ने लिखा कि सोहम कई सालों से ये कर रहा है.

कुछ लोगों ने लिखा कि उन्हें तो ये समझ नहीं आ रहा कि Y कॉम्बिनेटर जैसी कंपनियां दूसरे देश में रहने वालों को रिमोट वर्क पर हायर कैसे कर रही हैं. इस पर सुहेल ने लिखा, “वो (सोहम) अपनी लोकेशन के बारे में झूठ बोलता है. हमें लगा हम अमेरिका से किसी को हायर कर रहे हैं. हमने उसके पते पर लैपटॉप भी भेजा, लेकिन लैपटॉप वापस आ गया. बताया गया कि लैपटॉप उसकी बहन के घर चला गया था.”

इस पूरे प्रकरण में अभी तक पारेख का पक्ष गायब था. असल पारेख कौन है, कहां रहता है, कैसा दिखता है किसी को नहीं पता. पब्लिक डोमेन में उसकी कोई फोटो नहीं है. लेकिन इसी बीच एक्स पर सोहम पारेख नाम के एक अकाउंट से पोस्ट किया गया, जो खुद को असल सोहम पारेख बता रहा है. 3 जुलाई की सुबह किए पोस्ट में लिखा है,

“मेरे बारे में बहुत कुछ कहा जा रहा है. आप में से ज्यादातर लोग पूरी कहानी नहीं जानते. अगर मेरे बारे में कोई एक चीज है जो आप लोगों को पता होनी चाहिए तो वो है, मुझे चीजें बनाना पसंद है. बस यही पता है. मैं जिन्हें भी जानता हूं या जिस भी कंपनी में काम किया है, सभी ने मुझे अलग कर दिया है, निकाल दिया गया है, बट्टे में डाल दिया गया है. मुझे हमेशा से चीजें बनाना पसंद रहा है और मैं ये करता रहूंगा. आज ही मैंने फाउंडिंग इंजीनियर पोस्ट के लिए एक कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है. सिर्फ यही कंपनी मुझ पर दाव लगाने को तैयार थी. ये लोग सिर्फ समाज से अलग लोगों पर ही दाव लगाते हैं. ये कंपनी वीडियो एआई स्पेस में कुछ धासू बना रही है.”

सोहम ने आखिर में लिखा, “मेरा दिगाम खराब हो गया है, मुझे कुछ साबित करके दिखाना है.” 

हालांकि, ये पक्का नहीं है कि ये हैंडल उसी सोहम पारेख का है जिसे लेकर पूरा मामला गरमाया हुआ है.

इस बीच सुहेल ने दावा किया है कि सोहम ने उन्हें पर्सनल मैसेज किया है. वो कह कर रहे हैं सोहम अपने करियर को लेकर घबराया हुआ है. उनके मुताबिक सोहम ने पर्सनल मैसेज कर पूछा था- “क्या मैंने अपना करियर पूरी तरह बर्बाद कर लिया है? मैं सिचुएशन कैसे ठीक कर सकता हूं?”

बहरहाल, अभी तक ये नहीं पता कि इस पूरे मैटर में सही कौन है गलत कौन है. सच जो भी हो, इस मामले ने रिमोट वर्क सिस्टम पर सवाल खड़ा कर दिया है.

वीडियो: देश में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का कितना स्कोप, कैसे बनें IT प्रोफेशनल्स?

Advertisement