# इंदिरा ने मानी फारुख की बात
उस रोज लॉर्ड्स के मैदान में वेस्ट इंडीज़ ने टॉस जीता. विंडीज़ की टीम पूरा मैच खेलने के मूड में नहीं थी. कहते हैं कि इसीलिए कैप्टन क्लाइव लॉयड ने टॉस जीतकर पहले बोलिंग का फैसला किया. भारतीय टीम इस वर्ल्ड कप में ठीकठाक ही खेल रही थी. लेकिन उनकी तमाम जीतों को अब भी उतनी इज्जत ना मिलती थी जितनी मिलनी चाहिए थे. लोग सोचते थे कि भारत भाग्य के भरोसे आगे बढ़ता जा रहा है. ऐसा सोचने वालों में विंडीज़ के खिलाड़ी भी शामिल माने जाते थे. लॉयड ने सोचा था कि पहले बोलिंग कर भारत को जल्दी समेट देंगे और फिर फटाफट मैच खत्म. लॉयड की सोच का पहला हिस्सा बहुत सही था, वैसा हुआ भी. भारतीय टीम 183 पर ही सिमट गई. क्रिस श्रीकांत ने सबसे ज्यादा 38 रन बनाए. विंडीज़ के लिए एंडी रॉबर्ट्स ने तीन जबकि मैल्कम मार्शल, माइकल होल्डिंग और लैरी गोमेज ने दो-दो विकेट लिए. जवाब में भारतीय बोलर्स ने अच्छी बोलिंग की, हालांकि स्कोर ही इतना कम था कि बहुत उम्मीद नहीं लग रही थी.'अगर भारत जीत गया, तो क्या भारतीय प्राइम मिनिस्टर इंदिरा गांधी छुट्टी घोषित करेंगी?'इंजिनियर बोले,
'निश्चित तौर पर.'थोड़ी ही देर में BBC के हेडक्वॉर्टर पर एक फोन आया. उधर से कहा गया कि इंडियन फॉरेन ऑफिस ने कॉल करके बताया है कि अगर भारत जीता तो प्राइम मिनिस्टर अगले दिन पब्लिक हॉलिडे घोषित कर देंगी. मज़ेदार बात ये है कि मैच शनिवार को खेला गया था. यानी अगला दिन संडे था. मतलब इंदिरा अगर छुट्टी की घोषणा नहीं करतीं तो भी मैच के अगले दिन छुट्टी होती ही.
जब 1983 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में कपिल देव के सामने कूदे भारतीय फैन्स कूदे और इंग्लैंड कंफ्यूज हो गई