मोहम्मद आमिर और विराट कोहली की राइवलरी देखने के लिए फैंस बेकरार रहते थे. फोटो: Getty
28 साल की उम्र में पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद आमिर ने इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने का ऐलान कर दिया है. आमिर ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं. कहा कि सीनियर टीम मैनेजमेंट ने उनका मानसिक शोषण किया. साल 2019 की जून में मोहम्मद आमिर ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था ताकि क्रिकेट के शॉर्टर फॉर्मेट यानि वनडे और टी20 पर फोकस कर सकें. लेकिन अब उन्होंने साफ कहा है कि वो मौजूदा पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट के साथ क्रिकेट नहीं खेल सकते. उन्होंने ये फैसला न्यूज़ीलैंड के खिलाफ लिमिटेड ओवर सीरीज़ के लिए पाकिस्तान टीम के ऐलान के बाद लिया है. दरअसल, उन्हें न्यूज़ीलैंड दौरे के लिए चुनी गई टीम में नहीं रखा गया. इसी के बाद उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने का फैसला लिया. मोहम्मद आमिर को जिस वक्त पाकिस्तान की टीम से बाहर किया गया. उस वक्त वो श्रीलका में लंका प्रीमियर लीग खेलने गए थे. वहां पर उन्होंने गेंद से शानदार प्रदर्शन भी किया. आमिर ने टूर्नामेंट की रनर-अप टीम गाले ग्लेडिएटर्स के लिए 11 विकेट चटकाए. इस प्रदर्शन के बावजूद वो टीम से बाहर रखे गए. पाकिस्तानी पत्रकार शोएब जट के साथ एक वीडियो इंटरव्यू में आमिर ने कहा,
''मैं क्रिकेट से दूर नहीं हो रहा हूं. लेकिन आप देखेंगे कि जिस तरह से टीम का माहौल है, मुझे किनारे किया जा रहा है. मुझे ये संदेश दिया गया है कि मैं 35 लड़कों में भी शामिल नहीं हूं. क्योंकि अगर मैं 35 लड़कों के दल में भी नहीं हूं तो ये मेरे लिए एक घंटी की तरह है.''
आमिर ने आगे कहा,
''मुझे नहीं लगता कि मैं इस मैनेजमेंट के साथ क्रिकेट खेल सकता हूं. मुझे लगता है कि इस वक्त मुझे क्रिकेट छोड़ देना चाहिए. मैं मानसिक तौर पर बहुत ज़्यादा प्रताड़ित किया गया हूं.''
आमिर ने कहा,
''मुझे नहीं लगता मैं इस वक्त और ज़्यादा प्रताड़ित हो सकता हूं. 2010 से 2015 के बीच भी मैंने बहुत ज़्यादा प्रताड़ना झेली है. मैं खेल से दूर रहा और अपनी गलती के लिए सज़ा भुगत रहा था.''
हालांकि पीसीबी पर आरोप के अलावा उन्होंने पीसीबी चेयरमैन नज़म सेठी और शाहिद अफरीदी का शुक्रिया भी अदा किया. उन्होंने कहा,
''मैं पूरे पांच साल की सज़ा के बाद वापसी करने में कामयाब रहा. इसके लिए मैं पीसीबी के दो लोगों को श्रेय देना चाहूंगा. सेठी साहब और शाहिद अफरीदी ही वो दो शख्स हैं, जिन्हें मैं ज़िन्दगी भर शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. दोनों ने मुश्किल वक्त में मेरा साथ दिया जबकि पूरी टीम उस वक्त ये कह रही थी कि हम आमिर के साथ नहीं खेलेंगे.''
मोहम्मद आमिर ने सिर्फ 17 साल की उम्र में 2009 में पाकिस्तान के लिए अपना डेब्यू किया था. उन्होंने अपने मुल्क के लिए अभी 14 टेस्ट मैचों में 15 विकेट ही चटकाए थे कि 2010 में ही लॉर्ड्स में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में उन पर पांच साल का बैन लग गया. 2016 में उन्होंने फिर से इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की और पाकिस्तान के लिए मैच जिताने वाले प्रदर्शन किए. साल 2017 में पाकिस्तान की चैम्पियन्स ट्रॉफी जीत के हीरो भी रहे. फाइनल में उन्होंने भारत के टॉप-ऑर्डर को बुरी तरह से परेशान करके रख दिया था. आमिर ने पाकिस्तान के लिए कुल 36 टेस्ट, 61 वनडे और 50 टी20 मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 250 से ज़्यादा विकेट अपने नाम किए. लेकिन अब पाकिस्तान टीम के लिए वो नहीं खेल पाएंगे.